कैफे कॉफी डे के लापता मालिक वीजी सिद्धार्थ की लाश मिली
पुलिस ने मेगलुरु में होइग बाजार के पास नेत्रावती के तट से कैफे कॉफी डे (सीसीडी) के संस्थापक और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा के दामाद वीजी सिद्धार्थ की लाश बरामद की.
बेंगलूरू। कैफे कॉफी डे (सीसीडी) के संस्थापक और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा के दामाद वीजी सिद्धार्थ की लाश मिली है. पुलिस ने मेगलुरु में होइग बाजार के पास नेत्रावती के तट से उनकी लाश बरामद की. सिद्धार्थ सोमवार शाम रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गए थे. पुलिसकर्मी, तटरक्षक बल, गोताखोर और मछुआरे सहित लगभग 200 लोग नदी में उनकी खोजबीन कर रहे थे.
Karnataka: Body of VG Siddhartha, founder of Café Coffee Day and son-in-law of former CM SM Krishna, has been found on the banks of Netravati River near Hoige Bazaar in Mangaluru pic.twitter.com/J1yDvK2COg
— ANI (@ANI) July 31, 2019
पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के दामाद और कैफे कॉफी डे मालिक वीजी सिद्धार्थ का शव मिल गया है. सिद्धार्थ सोमवार शाम से लापता थे. करीब दो सौ लोगों का दल मेंगलुरु के पास नेत्रावती नदी में उनकी तलाश कर रहा था.
पुलिसकर्मी, तटरक्षक बल, गोताखोर और मछुआरे सहित लगभग 200 लोग नदी के उस इलाके में खोजबीन में लगे हुए थे जहां सिद्धार्थ के कूदने की आशंका है. दक्षिण कन्नड़ के उपायुक्त शशिकांत सेंथिल ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा, “पुलिसकर्मी, तटरक्षक बल, गोताखोर और मछुआरे सहित लगभग 200 लोग नदी के उस इलाके में खोजबीन में लगे हुए हैं जहां सिद्धार्थ के कूदने की आशंका है.”
इससे पहले सिद्धार्थ (60) के कार चालक बसवराज पाटिल ने मेंगलुरू में एक पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया कि उनके मालिक पुल से लापता हो गए थे, जहां वह कार से उतरे थे और कुछ देर टहलना चाहते थे.
चालक की ओर से दर्ज मामले के अनुसार, “सिद्धार्थ नेत्रावती नदी के पुल पर कार से उतर गए और यह कहकर कि वह थोड़ी देर सैर करना चाहते हैं, उसे पुल के दूसरे छोर पर इंतजार करने के लिए बोलकर चले गए लेकिन एक घंटे बाद भी नहीं लौटे.”
पुलिस को शक है कि सिद्धार्थ बहती नदी में कूद गए होंगे तभी ड्राइवर को वहां नहीं मिले. सिद्धार्थ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और यूपीए-2 सरकार में विदेश मंत्री (2009-2012) रह चुके एस. एम. कृष्णा के सबसे बड़े दामाद थे. कृष्णा 1999 से 2004 के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं.