GDP के सारे अनुमान गलत:देश की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ में दूसरी तिमाही में आई 7.5% की गिरावट, अनुमान 10.7% तक गिरावट का था

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में GDP की ग्रोथ में 23.9% की गिरावट आई थी कृषि और बैंकिंग एवं फाइनेंंशियल सेक्टर के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है

0 999,130

चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की ग्रोथ में 7.5% की गिरावट आई है। हालांकि यह गिरावट अब तक के सभी विश्लेषकों के अनुमानों से काफी कम है। सभी विश्लेषकों ने 8% से 12% तक की गिरावट का अनुमान जताया था। सबसे कम अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का था। इसने 8.6% की गिरावट का अनुमान जताया था। पहली तिमाही में 23.9% की गिरावट आई थी।

आंकड़ों के मुताबिक, अभी के मूल्य के आधार पर GDP की कुल कीमत चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में 85.30 लाख करोड़ रुपए की रही है। यह एक साल पहले इसी अवधि में 98.39 लाख करोड़ रुपए की थी। यानी इस आधार पर 13.3% की गिरावट दर्ज की गई है। जबकि पिछले साल उसके पहले साल की समान अवधि में 7% की ग्रोथ दर्ज की गई थी।

8 कोर इंडस्ट्रीज के आंकड़ों में गिरावट

GDP के आंकड़ों से ठीक कुछ ही देर पहले 8 कोर इंडस्ट्रीज के अक्टूबर महीने के आंकड़ा जारी किए गए। आंकड़ों के मुताबिक, 8 कोर इंडस्ट्रीज का आंकड़ा 124.2 पर अक्टूबर में रहा है। यह अक्टूबर 2019 की तुलना में 2.5% कम है। अप्रैल से अक्टूबर 2021 की ग्रोथ की बात करें तो इसमें 13% की गिरावट दर्ज की गई है।

दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था खुली है

हालांकि पहली तिमाही के पहले दो महीनों अप्रैल और मई में देश में पूरी तरह से लॉकडाउन था। मई के अंत में जाकर गतिविधियां और आवागमन शुरू हुआ था। जबकि दूसरी तिमाही में पूरी अर्थव्यवस्था खुल गई है। ऐसे में GDP में कम गिरावट रह सकती है। रेटिंग एजेंसियों का अनुमान था कि दूसरी तिमाही में GDP 10 से 11% के बीच गिर सकती है।

RBI का अनुमान 8.6% की गिरावट का था

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का अनुमान था कि GDP में 8.6% की गिरावट रहेगी। मूडीज ने 10.6, केयर रेटिंग ने 9.9, क्रिसिल ने 12, इक्रा ने 9.5% और एसबीआई रिसर्च ने 10.7% की गिरावट का अनुमान जताया था। जिन सेक्टर्स में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी उनमें कृषि, बैंकिंग एवं फाइनेंस और सेवा सेक्टर हैं। जबकि मैन्युफैक्चरिंग और कंस्ट्रक्शन में गिरावट आ सकती है।

लिस्टेड कंपनियों का मुनाफा रिकॉर्ड बढ़ा

गुरुवार को ही सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) ने कहा कि दूसरी तिमाही में लिस्टेड कंपनियों का मुनाफा 1.50 लाख करोड़ रुपए हो गया है। यह अब तक किसी एक तिमाही में सबसे ज्यादा फायदा है। इससे पहले 2014 की चौथी तिमाही में 1.18 लाख करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।

सुधार की उम्मीद है दूसरी तिमाही में

दूसरी तिमाही में इसलिए भी सुधार की उम्मीद है क्योंकि एक तो अनलॉक की वजह से आवाजाही शुरू हुई। दूसरा हर सेक्टर खुले हैं और तीसरा दूसरी तिमाही की कंपनियों की अर्निंग अच्छी रही है। डीजल, बिजली, जीएसटी जैसे तमाम जो खपत और कलेक्शन के मोर्चे रहे हैं, उनमें सुधार बहुत अच्छा रहा है।

GST कलेक्शन 1.05 लाख करोड़

अक्टूबर में वस्तु एवं सेवा कर (GST) 1.05 लाख करोड़ रुपए रहा है जो एक साल पहले की तुलना में ज्यादा रहा है। साथ ही देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की रिपोर्ट का अनुमान है कि नवंबर में GST 1.08 लाख करोड़ रुपए रहेगा। वैसे जुलाई सितंबर के दौरान विश्व की ज्यादातर देशों की अर्थव्यवस्था में गिरावट ही रही है। हालांकि चीन और अमेरिका जैसे देशों की अर्थव्यवस्था में अच्छी बढ़त भी देखी गई है। चीन की अर्थव्यवस्था 4 पर्सेंट तो अमेरिका की 33 % बढ़ा है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.