Budget 2021 Stock Market Live Updates:संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण समाप्त हो गया है। इसमें कोई नए टैक्स स्लैब का ऐलान नहीं किया गया है। मोदी कार्यकाल का यह 9वां बजट रहा। बजट भाषण के बाद बाजार रिकॉर्ड तेजी है। BSE का सेंसेक्स 2,020 अंकों की बढ़त के साथ 48,306.59 पर कारोबार कर रहा है। बाजार की तेजी में बैंकिंग शेयर सबसे आगे हैं। निफ्टी का बैंक इंडेक्स 7.21% की बढ़त के साथ 32,768.70 पर कारोबार कर रहा है। इसमें इंडसइंड बैंक और ICICI बैंक के शेयरों में 12-12% की बढ़त है। इसी तरह निफ्टी इंडेक्स भी 563 अंकों की बढ़त के साथ 14,198.40 पर कारोबार कर रहा है।
BSE पर 2,981 शेयरों मे कारोबार हो रहा है। 1,815 शेयरों में तेजी और 985 में गिरावट है। लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप बढ़कर 191.47 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जो शुक्रवार को 186.13 लाख करोड़ रुपए था। इससे पहले बाजार लगातार 6 सत्रों में गिरावट के साथ बंद हुआ था।
फिस्कल डेफिसिट GDP का 9.5% रहेगा
सरकार ने कहा कि 2020-21 के लिए राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 9.5% रहेगा। 2021-22 के लिए 6.8% रहने का अनुमान है।
बीमा शेयरों में शानदार तेजी
सरकार इंश्योरेंस एक्ट, 1938 में संशोधन करेगी। इसके तहत बीमा कंपनियों में FDI सीमा 49% से बढ़ाकर 74% करने का ऐलान किया गया है। इससे HDFC लाइफ का शेयर 5.2%, SBI लाइफ का शेयर 3.8% और ICICI प्रुडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस का शेयर 6.1% ऊपर कारोबार कर रहा है।
गैस कंपनियों के शेयरों में तेजी
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार सिटी गैस डिस्ट्रीब्युशन के तहत देश के 100 अन्य शहरों को जोड़ेगी। इससे इंद्रप्रस्थ गैस का शेयर 2.5% और महानगर गैस का शेयर 1.8% ऊपर कारोबार कर रहा है।
सेबी गोल्ड का भी रेगुलेटर होगा
सरकार सिक्युरिटीज मार्केट कोड लेकर आएगी। इसमें सेबी एक्ट, गवर्मेंट सिक्युरिटीज एक्ट और डिपॉजिटरीज एक्ट को शामिल किया जाएगा। सेबी सोने का भी रेगुलेटर होगा।
मजबूत घरेलू संकेत का भी असर
भारत का मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजिंग इंडेक्स (PMI) जनवरी में तीन महीने के उच्चतम स्तर 57.7 पर पहुंच गया है, जो दिसंबर में 56.4 रहा था। यहां 50 से ऊपर रहने का अर्थ पॉजिटिव ग्रोथ से है। इसके अलावा दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन भी रिकॉर्ड स्तर पर रहा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारण का तीसरा बजट है। इससे पहले उन्होंने 5 जुलाई 2019 और 1 फरवरी 2020 को भी केंद्रीय बजट पेश किया था। मोदी सरकार का यह 9वां बजट होगा, जिसमें 5 जुलाई 2019 को आया अंतरिम बजट भी शामिल है।
- देश का बजट आज पेश होने जा रहा है और सुबह 11 बजे वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण लोगों की उम्मीदों वाला बजट पेश करेंगी. इससे पहले शुक्रवार को शेयर बाजार में गिरावट देखी गई थी लेकिन आज बाजार में तेजी के आसार हैं.
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश कर रही हैं. बजट शुरू होते ही शेयर मार्केट में उछाल देखने को मिला. इसमें सेंसेक्स करीब 600 अंक ऊपर चढ़कर 46,882 पर पहुंच गया है.
- बजट की शुरुआत से पहले शेयर बाजार में 528 अंक की बढ़त देखी गई है. बीएसई सेंसेक्स 46,814 पर पहुंच गया है. इससे पहले शुरुआती बिजनेस में रुपया अमेरिकी डॉलर की तुलना में 7 पैसे बढ़कर 72.89 के स्तर पर खुला.
- कोरोना काल में फ्री वैक्सीनेशन पर सबकी निगाहें होंगी. लोगों को उम्मीद है कि वैक्सीनेशन का सारा खर्च सरकार उठाएगी. एक्सपर्ट्स का मानना है कि सरकार को वैक्सीन फ्री कर देनी चाहिए.
- एक्सपर्ट्स का मानना है कि किसानों के लिए बजट में काफी कुछ होने वाला है. इसके जरिए आंदोलन कर रहे किसानों को फायदा पहुंचाने की कोशिश की जाएगी. इसके अलावा एजुकेशन और हेल्थ पर भी बजट बढ़ना चाहिए.
- आज के शुरुआती बिजनेस में रुपया अमेरिकी डॉलर की तुलना में 7 पैसे बढ़कर 72.89 के स्तर पर खुला. आज सुबह 10:16 बजे सेंसेक्स में 469.60 अंक की बढ़त के साथ 46,755.37 पर कारोबार कर रहा था.
- इस बार स्वास्थ्य बजट का दायरा बढ़ सकता है. कई सामान पर आयात शुल्क बढ़ सकता है. विदेशी निवेशों को बढ़ाने के लिए कई नियमों में राहत मिल सकती है. डिजिटल एजुकेशन पर कई नई चीजें मिल सकती है. कोरोना सरचार्ज भी लग सकता है. बता दें कि इस बार बजट डिजिटली पेश किया जाएगा. इसके लिए सरकार ने यूनियन बजट के नाम से ऐप भी किया लॉन्च किया है.
- आज के बजट में ऑटो इंडस्ट्री में इंसेंटिव बेस्ड स्क्रैप पेज पॉलिसी के साथ -साथ एग्री, हाउसिंग और इन्फ्रा जैसे क्षेत्रों में सुधार के लिए कई घोषणाएं की जा सकती हैं. इसमें इन्वेस्टर्स को अशोक लेलैंड, एस्कॉर्ट, जेके लक्ष्मी सीमेंट, वर्लपूल इंडिया और LIC हाउसिंग फाइनेंस के शेयर्स में खरीदारी की सलाह होगी.
- आज बजट के दिन शेयर मार्केट में काफी उतार- चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं. मार्केट की चाल को बजट में प्रमुख सेक्टर से जुड़ीं घोषणाओं पर काफी निर्भर करेगा. आज ऑटो, MSME, डिफेंस समेत इंश्योरेंस कंपनियों के शेयर्स पर नजरें टिकीं होंगी.