नई दिल्ली: पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन की वजह से इंडियन रेलवे (Indian Railways) ने कई सारें ट्रेनें कैंसिल कर रखी है. अगर आप भी 19, 20, 21 और 22 नवंबर को कहीं जाने का प्लान बना रहे हैं या आपने रिजर्वेशन करा रखा है तो अपना टिकट जरूर चेक कर लें. कहीं आपकी गाड़ी भी तो कैंसिल नहीं हो गई है. उत्तर रेलवे ने बयान जारी कर कहा कि 33 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. वहीं, 11 ट्रेनों को आंशिक रुप से रद्द किया गया है.
- रेलवे ने आज 02425 New Delhi-JammuTawi express, 02426 JammuTawi-NewDelhi express, 05211 Dibrugarh- Amritsar express, 02462 Katra –New Delhi express, 02012 Kalka–New Delhi Shatabdi express, 02422 JammuTawi-Ajmer, 02231 Lucknow-Chandigarh express ट्रेनों को कैंसिल किया है.
- इसके अलावा रेलवे में 20 नवंबर को 22439 NewDelhi-Katra Vande Bharat express, 22440 Katra- NewDelhi Vande Bharat express, 05212 Amritsar- Dibrugarh express, 02461 New Delhi–Katra express, 02421 Ajmer–JammuTawi ट्रेनों को कैंसिल किया.
- रेलवे ने 02232 Chandigarh–Lucknow express 20.11.20 को रद्द रहेगी. 04888 Barmer-Rishikesh express 11.11.20 से 20.11.20 तक रद्द रहेगी. 1
- 6. 04887 Rishikesh-Barmer express 12.11.20 से 21.11.20 तक रद्द रहेगी. 04519 Delhi-Bhatinda express 11.11.20 से 20.11.20 तक रद्द रहेगी.
- 04520 Bhatinda-Delhi express 11.11.20 से 20.11.20 तक रद्द रहेगी. 04401 NewDelhi- Katra express 12.11.20 से 19.11.20 तक रद्द रहेगी. 04402 Katra – NewDelhi express 13.11.20 से 20.11.20 रद्द रहेगी.
- 02054 Amritsar-Haridwar express 20.11.20 को रद्द रहेगी. 02053 Haridwar-Amritsar express 20.11.20 को रद्द रहेगी. 04651 Jaynagar-Amritsar Shatabdi express 22.11.20 को रद्द रहेगी. 04652 Amritsar–Jaynagar express 20.11.20 को रद्द रहेगी.
- 02588 Jammutawi-Gorakhpur express 21.11.20 को रद्द रहेगी. 05097 Bhagalpur-Jammutawi express 19.11.20 को रद्द रहेगी. 04923 Gorakhpur–Chandigarh express 20.11.2020 को रद्द रहेगी.
पंजाब में किसानों के आंदोलन के चलते हालात बिगड़ने लगे हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, आंदोलन के चलते रेलवे को 33 ट्रेनें रद करनी पड़ीं, जबकि 11 को गंतव्य तक पहुंचने से पहले ही रोक दिया गया। इस बीच किसानों ने कहा है कि उनका आंदोलन जारी रहेगा। पंजाब के किसान संगठनों ने बुधवार को केंद्र के अड़ियल रुख की निंदा करते हुए ट्रेनों के संचालन के मसले पर कहा कि सरकार को पहले मालगाड़ियों का परिचालन शुरू करना चाहिए। इसके बाद ही यात्री ट्रेनों के संचालन पर विचार किया जाएगा।
समाचार एजेंसी पीटीआई की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब में किसानों के आंदोलन के चलते भारतीय रेल को अकेले मालभाड़े से होने वाली आमदनी में 1,670 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मालूम हो कि किसानों के इस आंदोलन को 52 दिन हो चुके हैं। इस आंदोलन के चलते 16 नवंबर तक 1,986 यात्री रेलगाड़ियां और 3,090 मालगाड़ियां रद हो चुकी है। वहीं रेलवे ने प्रदर्शनकारी किसानों के केवल मालगाड़ियां शुरू करने के प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया है। इससे संकट और गहरा गया है। आंदोलन के चलते रेलवे को हर रोज करीब 36 करोड़ मालभाड़े के नुकसान का अनुमान है।
किसानों के प्रस्ताव पर रेलवे ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि राज्य में चलेंगी तो यात्री रेलगाड़ियां और मालगाड़ियां दोनों… अन्यथा कोई गाड़ी नहीं चलेगी। यहां बता दें कि बीते दिनों केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमार और रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ किसानों की बातचीत का कोई हल नहीं निकल पाया था। राज्य में मालगाड़ियों का परिचालन नहीं होने से उद्योगों को भारी नुकसान हो रहा है। पंजाब किसान यूनियन के नेता रुलदू सिंह ने कहा कि केंद्र ने पंजाब के किसानों, कारोबारियों और श्रमिकों के खिलाफ अड़ियल रवैया अपनाया है। हम इसकी निंदा करते हैं।