संसद में आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट पेश, वित्त वर्ष में आर्थिक विकास दर 6-6.5 फीसदी रहने का अनुमान
आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर पांच प्रतिशत रहने का अनुमान है. आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि नया कारोबार शुरू करने, संपत्ति पंजीकरण, कर भुगतान और अनुबंधों के प्रवर्तन को सुगम करने के लिए उपायों की जरूरत है.
नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र का आज पहला दिन है. कल केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन संसद में बजट पेश करेंगे. उससे पहले आज निर्मला सीतारामन ने आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट पेश की. इस रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2020-2021 में आर्थिक विकास वृद्धि दर यानी जीडीपी 6 से 6.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है.
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चालू वित्त वर्ष में जीडीपी 5 फीसदी रहने का अनुमान
आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर पांच प्रतिशत रहने का अनुमान है. आर्थिक वृद्धि को तेज करने के लिए चालू वित्त वर्ष के राजकोषीय घाटा लक्ष्य में ढील देनी पड़ सकती है. वहीं, आर्थिक सर्वेक्षण में देश में व्यवसाय करने को आसान बनाने के लिए और सुधार करने का आह्वान किया गया है.
सरकारी बैंकों की संचालन व्यवस्था में सुधार पर जोर
आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि नया कारोबार शुरू करने, संपत्ति पंजीकरण, कर भुगतान और अनुबंधों के प्रवर्तन को सुगम करने के लिए उपायों की जरूरत है. आर्थिक समीक्षा में सरकारी बैंकों की संचालन व्यवस्था में सुधार और भरोसा कायम करने के लिए और अधिक सूचनाएं सार्वजनिक रूप से प्रकाशित करने पर जोर दिया गया है.
अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन तक पहुंचाने का सरकार का वादा पक्का- कोविंद
वहीं, इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने अभिभाषण में कहा, ‘’अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन तक पहुंचाने का सरकार का वादा पक्का है. इसके लिए सभी स्टेकहोल्डर्स से बातचीत करके अर्थव्यवस्था में हर स्तर पर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दुनियाभर से आने वाली चुनौतियों के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था की नींव मजबूत है.’’