संगरूर जिले में 140 फीट गहरे बोरवेल में गिरे दो साल के फतेहवीर के करीब पहुंची सेना की टीम, खोदाई जारी, डीसी बोले-सब ठीक चला तो 3 बजे तक निकाल लेंगे

संगरूर जिले के गांव भगवानपुरा में गुरुवार शाम साढ़े 4 बजे बोरवेल में गिरा था बच्चा एनडीआरएफ के बाद दूसरे दिन सेना जुटी है रेस्क्यू ऑपरेशन में, 60 फीट पैरलल टनल खोदी

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संगरूर. संगरूर जिले के भगवानपुरा में 120 की गहराई में बोरवेल में अटके 2 साल के फतेहवीर सिंह को बचाने की कोशिशों का दौर जारी है। वह गुरुवार शाम करीब साढ़े 4 बजे खेलते-खेलते 140 फीट के बोरवेल में जा गिरा था। 120 फीट पर इसलिए अटका है कि इससे नीचे पाइप की चौड़ाई कम है। 30घंटे से भी ज्यादा वक्त से समय से एनडीआरएफ, डेरा प्रेमी और आर्मी अपने-अपने हिसाब से कोशिशें कर रही हैं। इसी बीच बच्चे की मूवमेंट भी रह-रहकर महसूस की जा रही है।

 

डीसी घनश्याम थोरी ने मीडिया को बताया कि सबकुछ ठीक चलता रहा, मशीनें इसी स्पीड से काम करती रही तो लगभग 6 घंटे में हम फतेहवीर को निकाल पाने में कामयाब होंगे।

घटना गुरुवार शाम करीब साढ़े 4 बजेकी है। मिली जानकारी के अनुसार सुनाम इलाके में पड़ते सुगरूर जिले के गांव भगवानपुरा निवासी सुखविंदर सिंह का परिवार खेत में काम कर रहा था। इस दौरान उनका खेल रहा 2 साल का बेटाफतेहवीर सिंह न जाने कब उस तरफ चला गया, जहां पिछले 10 साल से बंद पड़े बोरवेल को प्लास्टिक के कट्‌टेडालकर ढक रखा था। धूप और बारिश वगैरह में कमजोरहो चुके कट्‌टे पर जैसे ही बच्चे का पैर पड़ा, वह उसी में ही उलझकर बोरवेल में नीचे चला गया।

बच्चे के नीचे गिरने का पता चलते ही घर वालों के हाथ-पैर फूल गए। उन्होंने आनन-फानन में पुलिस प्रशासन को सूचित किया। देखते ही देखते इस घटना कीजानकारी इलाके में फैलती चली गई और मौके पर लोगों का हुजूम उमड़ना शुरू हो गया। पूरे जेसीबी और ट्रैक्टर्स की मदद से बच्चे को रेस्क्यू किए जाने की कोशिशें शुरू कर गई।

शुक्रवार को डीसी घनश्याम थोरी, एसएसपी डा. संदीप गर्ग, एसडीएम मनजीत कौर, डीएसपी हदीप सिंह सहित पुलिस व सिविल प्रशासन का अमला मौके पर पहुंचकर पल-पल की खबर ले रहा हैं। डीसी थोरी ने बताया कि करीब 30 फीट से अधिक तक के बोर के चारों तरफ से मिट्टी से हटा दिया गया है। इसके बराबर में एक 41 ईंच चौड़ा गड्ढा खोदा जा रहा है। इसे वहां तक खोदा जाएगा, जहां तक बच्चा अटका हुआ है। बच्चे तक पहुंचने का प्रयास लगातार जारी है। एसएसपी डा. संदीप ने लोगों को संयम बनाए रखने की अपील की। उन्होंने परिवार को हौसला रखने की अपील करते हुए बच्चे को जल्द बाहर निकाल लेने का भरोसा दिलाया।

सेना की 119 एसूलेंट इंजीनियरिंग रेजमेंट की टीम ने शुरू किया काम

इससे पहले सुबह राहत कार्य में लगी एनडीआरएफ की टीम ने खोदाई का काम रोक दिया है और ऑपरेशन की कमान सेना ने संभाल ली थी। पटियाला से पहुंची सेना की 119 एसूलेंट इंजीनियरिंग रेजमेंट की टीम ने मौके पर पहुंचकर खोदई का काम शुरू किया। अब तक खोदाई हो चुकी जगह पर से बोरवेल को काटा जाएगा। सेना की टीम अलग-अलग पार्टस में पाइप लाइन को काटते हुए आगे काम बढ़ाएगी। अनिल वर्मा की अगुवाई में उक्त रेजीमेंट की टीम कार्य करने में जुट गई है।

शादी के 5साल बाद पैदा हुई इकलौती संतान है फतेहबीर

परिजनाें ने बताया कि फतेहवीर उनकी इकलौती संतान है, जो शादी के 5 साल के बाद जन्मा। 10 जून को वह 2 साल का हो जाएगा।

मां ने पकड़ने की कोशिश की, मगर हाथ में रद्दी कट्‌टे का टुकड़ा ही आया

उसकी मां ने बताया कि हालांकि उसने बेटे को पकड़ने की कोशिश की थी, मगर हाथ में सिर्फ रद्दी हो चुके कट्‌टे का टुकड़ा आया। एनडीआरएफ के टीम लीडर अजय कुमार ने बताया कि बच्चा 120 फीट नीचे अटका हुआ है और सुरक्षित है। उसके हाथ मूवमेंट दे रहे हैं। गांठ लगी रस्सी डालकर निकालने की कोशिशें की जा रही थी। नीचे डाले गए कैमरे से आई तस्वीर के मुताबिक बच्चा 100 फीट पर अटका हुआ था। ऊपर से बोरवेल की चौड़ाई 9 इंच है ताे इसके नीचे यह 7 इंच चौड़ा ही है।नाइट विजन कैमरे के जरिये बच्चे की हलचल महसूस की गई। बच्चे के एक हाथ में रस्सी फंसा दी थी, लेकिन काम नहीं आई। वहीं टीम ने बताया कि की बच्चा हाथ-पांव हिला रहा था।

 

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