Blast in Pakistan: बम धमाकों से हिला बलूचिस्तान, दो की मौत और कई घायल
मिल रही जानकारी के अनुसार ब्लास्ट IED से किया गया है। जिसे सड़क किनारे खड़ी मोटरसाइकिल में लगाया गया था। बता दें कि चमन को बलूचिस्तान में एक संवेदनशील शहर माना जाता है क्योंकि यह अफगानिस्तान के कंधार राज्य की सीमा से जुड़ा हुआ है।
क्वेटा, एजेंसी। पाकिस्तान का बलूचिस्तान शनिवार शाम बम धमाकों से हिल गया। धमाका किला अब्दुल्लाह जिले के चमन क्षेत्र में हुआ। धमाके में जमात उलेमा-ए-इस्लाम फजल के नेता मौलाना मोहम्मद हनीफ की मौत समेत दो की मौत हो गई। धमाके से गाड़ी के शीशे और आसपास की बिल्डिंग भी हिल गई हैं। धमाका इतना तेज था कि शहर के लोग सहम गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
मिल रही जानकारी के अनुसार ब्लास्ट IED से किया गया है। जिसे सड़क किनारे खड़ी मोटरसाइकिल में लगाया गया था। बता दें कि चमन को बलूचिस्तान में एक संवेदनशील शहर माना जाता है क्योंकि यह अफगानिस्तान के कंधार राज्य की सीमा से जुड़ा हुआ है।
वहीं, इसके पहले अगस्त में बलूचिस्तान में एक जोरदार धमाका हुआ था। धमाका क्वेटा के पास कुचलाक की एक मस्जिद में हुआ था। यह धमाका इतना तेज था कि मस्जिद की छत नीचे आ गई। इस धमाके में मरने वालों की संख्या चार थी और 15 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे
1948 से बलूचिस्तान लड़ रहा लड़ाई
बलूचिस्तान दक्षिण पश्चिम पाकिस्तान, ईरान के दक्षिण पूर्वी प्रांत सिस्तान और अफगानिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत तक फैला हुआ है। इसका अधिकांश इलाका पाकस्तिान के कब्जे में है। पाकिस्तान का यह इलाका सबसे गरीब और उपेक्षित है। हालांकि, प्राकृतिक संसाधानों के लिहाज यह यह सर्वाधिक उपयोगी क्षेत्र है।
1948 से बलूचिस्तान पाकिस्तानी कब्जे के खिलाफ संघर्ष कर रहा है। बलूस्तिान का दावा रहा है कि उन्हें 11 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से आजादी मिली थी, लेकिन पाकिस्तान इसे अपना हिस्सा मानता रहा है। पाकिस्तानी सेना ने कई बार बलूच आंदोलन को निर्मम तरीके से खत्म किया है।