बिहार: मुजफ्फरपुर से एक वीडियो सामने आया है जिसमें भीड़, पुलिस की पिटाई करते हुए दिखाई दे रही है. दरअसल औराई थाने में शनिवार को 2 युवकों का शव मिला था जिसके बाद नाराज ग्रामीणों ने पहले सड़क पर जाम लगा दिया फिर पुलिस अधिकारियों और जवानों को बंधकर बनाकर उनकी पिटाई की. ग्रामीणों ने पुलिस वालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. स्थिति से निपटने के लिए पुलिसवालों को कई राउंड की फायरिंग करनी पड़ी जिसके बाद ही भीड़ पर काबू पाया जा सका. जो वीडियो सामने आया है, उसमें साफ देखा जा सकता है कि पुलिस अधिकारी के सिर से खून बह रहा है लेकिन गुस्साई भीड़ लगातार उनपर हमला कर रही है.
पुलिस लोगों से बात करने की कोशिश करती दिखी लेकिन भीड़ कुछ भी सुनना नहीं चाह रही थी. लोगों के हाथ में डंडा था और वह लगातार हमला कर रहे थे. पुलिस ने काफी समझाने की कोशिश की लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी. हालांकि कुछ लोग बीच-बचाव करते दिखे.
औराई थाना क्षेत्र के मधुबन इलाके में शनिवार को दो किशोरों के शव मिलने के बाद आक्रोशित ग्रामीण शव के साथ सड़क जाम कर हंगामा करने लगे। सूचना पर पहुंचे औराई थाने के पुलिस पदाधिकारियों एवं जवानों को उग्र लोगों ने बंधक बना लिया। उन्हें दौड़ाकर लाठी-डंडे से पीटा।
पुलिसकर्मी जान बचाने के लिए भागे तो उनपर पथराव किया। इसमें जमादार समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। आत्म सुरक्षार्थ पुलिस को पंद्रह राउंड फायरिंग करनी पड़ी। इस बीच किसी तरह घायल पुलिसकर्मी वहां से निकलकर थाने पर पहुंचे। पुलिस की फायरिंग में प्रमोद पांडा के पुत्र छोटू पांडा के बांह के ऊपरी भाग को छेदते हुए गोली बाहर निकल गई। इसके बाद स्थिति और अनियंत्रित हो गई। हालात बिगड़ते देख एसएसपी, सिटी एसपी, एसडीओ पूर्वी, डीएसपी पूर्वी समेत कई थानों के पदाधिकारी पहुंचे।
कड़ी मशक्कत के बाद उग्र लोगों को शांत कराया जा सका। रात आठ बजे शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। डीएसपी पूर्वी गौरव पांडेय ने बताया कि परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने आत्म सुरक्षार्थ पुलिस द्वारा हवाई फायङ्क्षरग की बात कही।
बताया गया कि राजखंड के अजय ठाकुर का पुत्र मुकुंद कुमार और छोटेलाल साह का पुत्र दिलीप कुमार शुक्रवार की शाम घर से मधुबन लखनदेई पुल की तरफ घूमने गए थे। वहां पहले से मौजूद एक महिला ने पुलिस को कॉल कर बताया कि उनके साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है।
सूचना पर पुलिस पहुंची। महिला को घर पहुंचाया। एक ग्रामीण के घर पर दोनों किशोरों को रोका। इसके बाद दोनों की बाइक जब्त कर थाने पर ले गए। इस बीच दोनों किशोर लापता हो गए। दोनों के परिजन काफी परेशान थे। अपने स्तर से खोजबीन कर रहे थे। इस बीच शनिवार की शाम नदी से एक किशोर का शव मिला। शव को लेकर परिजन व ग्रामीण सड़क पर आ गए। उग्र लोग मारपीट कर हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। एक घंटे बाद दूसरे किशोर का भी शव मिला।
मौके पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने डूबकर मरने की बात कही। इससे ग्रामीण और आक्रोशित हो गए। उग्र लोगों ने पुलिस को बंधक बना लिया और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में जमादार रामाशंकर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। तीन अन्य पुलिसकर्मी भी चोटिल हैं। इधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। बहरहाल स्थिति शांतिपूर्ण है। एहतियातन इलाके में पुलिस कैंप कर रही है।
इस बारे में एसएसपी मनोज कुमार ने कहा कि औराई में दो किशोरों के शव मिले हैं। भीड़ द्वारा पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की गई है। फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। कानून हाथ में लेने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।