एग्जिट पोल:बिहार में फिर नीतीशे सरकार के आसार, NDA को 120 से 127 सीटें मिल सकती हैं
LIVE Bihar Election Exit Poll 2020 243 सीटों पर बिहार विधानसभा चुनाव में मतदान की प्रकिया लगभग समाप्त हो गई है। इसके साथ ही एग्जिट पोल के आंकड़े आने शुरू होंगे। न्यूज चैनलों के साथ मिलकर सर्वे एजेंसियां एग्जिट पोल में किसकी जीत-किसकी हार के बारे में बता रहे हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव के संभावित नतीजे क्या होंगे, इसके लिए दैनिक भास्कर ने एग्जिट पोल किया। इसके मुताबिक, NDA की सरकार बनती दिख रही है और सबसे बड़े दल के रूप में भाजपा उभर रही है। भाजपा को 63 सीटें मिल सकती हैं, जबकि जदयू कम से कम 58 सीटों के साथ राजद की 52 सीटों से थोड़ा ही आगे नजर आ रही है।
कांग्रेस की परफॉर्मेंस के कारण राजद के तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री की कुर्सी से दूर नजर आ रहे हैं। भाजपा के साथ सरकार बनाने का दावा कर रहे चिराग पासवान को चुनाव नतीजे जोर का झटका दे सकते हैं, क्योंकि उनकी पार्टी 10 सीटों के आसपास ही अटकती नजर आ रही है। हमारे विश्लेषण में लेफ्ट पार्टियों के लिए लंबे समय बाद अच्छे दिन नजर आ रहे हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव में आज तीसरे चरण का मतदान खत्म होने वाला है। अब 10 नवंबर को रिजल्ट आएंगे। इससे पहले 7 नवंबर की शाम को एग्जिट पोल आ रहे हैं। इससे यह अंदाज लग जाएगा कि बिहार में किसकी सरकार बन सकती है। हांलाकि एग्जिट पोल हमेशा सही हो यह संभव नहीं है क्योंकि यह अनुमान पर आधारित हाेता है। तीसरे चरण में पांच बजे तक 50.96 प्रतिशत मतदान हुआ।
सी वोटर के मुताबिक, एनडीए और महागठबंधन में कांटे की टक्कर
एनडीए को 37.7% वोट मिल सकते हैं, 104-128 सीटें मिल सकती हैं। महागठबंधन को 36.3% वोट मिलते दिख रहे हैं, 108-131 सीटें मिल सकती हैं। लोजपा को 8% वोट मिल सकते हैं, 1-3 सीटें मिल सकती हैं, अन्य को 4-8 सीटें मिल सकती हैं।
TV9 भारतवर्ष के एग्जिट पोल में भी बराबरी का मुकाबला
TV9 भारतवर्ष के एग्जिट पोल के मुताबिक, एनडीए को 110 से 120 सीटें मिल सकती हैं तो महागठबंधन को 115 से 125 सीटें मिलती दिख रही हैं। लोजपा को 3-5 और अन्य के खाते में 10-15 सीटें जा सकती हैं।
इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया- क्या था बिहार में सबसे बड़ा मुद्दा
42 फीसदी लोगों ने विकास के नाम पर वोट डाला, 30 फीसदी ने बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा माना, 11 फीसदी ने महंगाई को ध्यान में रखकर वोट किया।
रिपब्लिक-जन की बात
रिपब्लिक जन की बात के एग्जिट पोल के मुताबिक बिहार में महागठबंधन की सरकार बन सकती है। एनडीए को 37-39 फीसदी वोट के साथ 91-117 सीटें मिल सकती हैं तो महागठबंधन 40-43 फीसदी वोट शेयर के साथ 118-138 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। लोजपा को 7-9 फीसदी वोट और 5-8 सीटों पर जीत के साथ संतोष करना होगा। अन्य को 11-14 वोट मिलेंगे तो 3-6 सीटों पर जीत हासिल होगी।
यहां पढ़ें लाइव अपडेट :
– तीसरे एवं अंतिम चरण में 78 विधानसभा क्षेत्र के लिए जारी चुनाव में आज अपराह्न तीन बजे तक 45.85 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
– इस बीच पूर्णिया जिले में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिस युवक की हत्या की गई है वो कुख्यात बिट्टू सिंह का छोटा भाई बेनी सिंह है। प्रारंभिक सूचना के अनुसार सरसी स्थित आवास के पास बने पोलिंग बूथ पर बेनी सिंह मतदान करने जा रहा था, तभी अज्ञात अपराधियों ने एक के बाद एक आठ गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात की जानकारी मिलने के बाद घटना स्थल पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गए हैं।
– वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र के उप चुनाव में 45.58 प्रतिशत वोटिंग हुई है।
– राज्य निर्वाचल कायार्लय ने बताया कि अपराह्न तीन बजे तक सुपौल जिले में सबसे अधिक 51.12 प्रतिशत जबकि दरभंगा जिले में सबसे कम 41.15 प्रतिशत वोटिंग हुई है। वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए 45.58 प्रतिशत लोग वोट कर चुके हैं।
– तीन बजे तक पश्चिम चंपारण जिले में 45.58 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 47.46, सीतामढ़ी में 44.65, मधुबनी में 44.96, सुपौल में 51.12, अररिया में 43.22, किशनगंज में 47.55, पूर्णिया में 46.09, कटिहार में 43.11, मधेपुरा में 46.33, सहरसा में 48.98, दरभंगा में 41.15, मुजफ्फरपुर में 48.43, वैशाली में 46.34 और समस्तीपुर में 45.05 प्रतिशत मत पड़े हैं।
– अररिया के जिलाधिकारी प्रशांत कुमार ने जोकीहाट से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार सरफराज आलम पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि आलम अपने कोट पर अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह का बैच लगाकर मतदान केंद्र पर पहुंचे थे, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। इस आरोप में आलम पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
दूसरे और तीसरे फेज में महागठबंधन पिछड़ा
दो महीने पहले तक जदयू के नेतृत्व में NDA को जीत के साथ-साथ महागठबंधन से बहुत आगे निकल जाने की उम्मीद थी, लेकिन पहले फेज में हालात बदल गए। पहले चरण में वोट प्रतिशत कम देखकर NDA सरकार बनने की उम्मीद टूटती नजर आ रही थी, लेकिन दूसरे और आखिरी फेज ने महागठबंधन के लिए अच्छे संकेत नहीं दिए।
कांग्रेस अकेली कम से कम 19 सीटें लाती दिख रही है, जबकि राजद को कम से कम 52 सीटें मिल रही हैं। भाजपा 63 और जदयू 58 सीटों पर जीतती दिख रही है। लोजपा की 12 से 23 सीटें पक्की नजर आ रही हैं, जबकि हम और VIP की दो-दो सीटें। वामपंथी दल 9 सीटों पर जीतते दिख रहे हैं। यह तो है लगभग पक्की सीटों के हिसाब। अब चलते हैं वहां, जहां मुकाबला कड़ा है।
30 सीटों पर कड़ा मुकाबला
सभी 243 सीटों पर वोटरों के बीच से जीत-हार का हिसाब निकालने के बावजूद हम इस नतीजे पर हैं कि 23 सीटों पर तीनतरफा कड़ा मुकाबला है, जबकि 7 सीटों पर आमने-सामने की कड़ी टक्कर है। इन 30 सीटों पर मुख्य रूप से राजद, जदयू और लोजपा के बीच टकराव है। इन सीटों पर नतीजे किस तरफ जाएंगे, ये साफ तौर पर बता पाना अभी मुश्किल है। हालांकि, पूरे राज्य के लिए जनता का मत क्या है, यह इस एग्जिट पोल में दिख रहा है।
बिहार में किसकी जीत, किसकी हार…बिहार विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण में 78 सीटों पर मतदान समाप्त हो गया है। इन विधानसभा क्षेत्रों में मतदान समाप्ति के साथ ही एग्जिट पोल के आंकड़े जारी किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आज के चुनाव के साथ ही बिहार में 243 सीटों पर तीन चरणों में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गया है। शाम छह बजे मतदान प्रक्रिया खत्म हो गई। थोड़ी देर बाद तमाम सर्वे एजेंसियां और न्यूज चैनलों की ओर से एग्जिट पोल जारी किए जाएंगे। विभिन्न सर्वे एजेंसियां और न्यूज चैनल इसमें भाजपा, राजद, जदयू, लोजपा, हम आदि पार्टियों के अनुमानित आंकड़े जारी करेंगे। इसके जरिये कुछ हद तक बिहार में नई सरकार की तस्वीर साफ होगी।
7:00 PM: इंडिया टीवी के एग्जिट पोल में महागठबंधन और एनडीए में कांटे की टक्कर
इंडिया टीवी के एग्जिट पोल में एनडीए को 116 और महागठबंधन को 120 सीटें दी गई हैं। अन्य के खाते में 7 सीटें जा सकती हैं।
6:50 PM: न्यूज 24 के एग्जिट पोल में महागठबंधन सरकार
बिहार में महागठबंधन की सरकार बन सकती है। न्यूज 24 के एग्जिट पोल में एनडीए गठबंधन को 104 से 128 सीटें दी गई हैं। जबकि महागठबंधन के खाते में 108 से 131 सीटें जा सकती हैं। अन्य के खाते में कोई सीट नहीं है।
6:30 PM: एबीपी न्यूज के एग्जिट पोल में फिर से नीतीश सरकार
बिहार में एक बार फिर से नीतीश सरकार बन रही है। एबीपी न्यूज और सी वोटर के सर्वे के अनुसार एग्जिट पोल के मुताबिक बिहार में नीतीश कुमार के एनडीए गठबंधन को 104 से 121 सीटें मिलती दिख रही है। आरजेडी और कांग्रेस महागठबंधन को 108 से 131 सीटों का अनुमान लगाया गया है। अन्य के खाते में 4 से 8 सीटें जा सकती हैं।
6:10 PM: मतदान का समय समाप्त, थोड़ी देर में आएगा एग्जिट पोल
बिहार में विधानसभा चुनाव में मतदान की प्रक्रिया समाप्त होते ही एग्जिट पोल की गूंज सुनाई देने लगी है। तमाम सर्वे एजेंसियां आंकड़ों को जुटाकर अब से कुछ देर में ही बिहार के चुनावी समर में किसकी जीत-किसकी हार का अनुमान लगाएंगे। यहां महागठबंधन सरकार या एनडीए की दोबारा सरकार बनने की झलक देखी जा सकती है। हम यहां बता दें कि एग्जिट पोल, एडजेक्ट पोल नहीं होते। लेकिन, यह नतीजों के बेहद करीब माने जाते हैं। वोटरों के सैंपल साइज पर इसकी विश्वसनीयता और प्रमाणिकता की पुष्टि होती है।
6:00 PM: बिहार चुनाव के तीसरे चरण में मतदान का समय समाप्त
बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। हालांकि चुनाव आयोग के निर्देश के मुताबिक पोलिंग बूथों पर कतार में लगे मतदाताओं को वोटिंग का मौका दिया है। अब थोड़ी देर में इवीएम और वीवीपैट को सील कर बज्रगृह लाया जाएगा। इसके बाद मतदान संबंधी आंकड़े का मिलान कर चुनाव आयोग आधिकारिक मतदान प्रतिशत जारी करेगा।
यहां देखें सभी विश्वसनीय सर्वे एजेंसियों के आंकड़े
एग्जिट पोल में हम आज तक, एबीपी न्यूज, रिपब्लिक भारत, इंडिया टीवी और न्यूज 24 चैनल की ओर से जारी किए गए आंकड़े जारी करेंगे। इन चैनलों की ओर से सर्वे एजेंसियों के साथ मिलकर किए गए एग्जिट पोल में तमाम दलों के वोट प्रतिशत से लेकर उनकी जीत-हार वाली सीटों का तुलनात्मक विश्लेषण दिया जाएगा। जिसके जरिये वोटरों का ट्रेंड पता चल सकेगा। इस एग्जिट पोल से आने वाली सरकार की तस्वीर भी कुछ हद तक साफ हो जाएगी। हालांकि कई दफा एग्जिट पोल के आंकड़े सही साबित नहीं होते।
एनडीए में भाजपा, जदयू, हम और वीआइपी, महागठबंधन में राजद के साथ कांग्रेस
इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन में भाजपा के साथ जदयू, हम, वीआइपी पार्टी शामिल है। ऐसे में एग्जिट पोल की टैली में भाजपा+, राजद और कांग्रेस को जोड़कर महागठबंधन व लोजपा, जन अधिकार पार्टी, एआईएमआईएम, रालोसपा समेत दूसरी पार्टियों को अन्य की श्रेणी में रखा गया है।
पिछली बार कई एग्जिट पोल हो गए थे खारिज
एग्जिट पोल को आम तौर पर नतीजे के बेहद करीब माना जाता रहा है। लेकिन पिछली बार बड़े पैमाने पर सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल खारिज हो गए। एक-दो सर्वे एजेंसियों ने सूबे में महागठबंधन की सरकार बनती दिखाई, जिसमें जदयू और राजद गठबंधन को बहुमत मिलता हुआ दिखाया गया था। एक-दो न्यूज चैनलों की ओर से जारी किए गए एग्जिट पोल काफी हद तक सच साबित हुए।
बिहार चुनाव में इस बार कांटे का मुकाबला
बिहार में तीन चरणों में हुए विधानसभा चुनाव में इस बार एनडीए और राजद के बीच कांटे का मुकाबला हुआ है। राजनीतिक विश्लेषक इस बार ऊंट किस करवट बैठेगा, इसका सहज आकलन नहीं कर पा रहे हैं। चुनावी जानकारों की मानें तो दोनों गठबंधन में से किसकी सरकार बनेगी, यह कहना मुश्किल है। तीनों चरण में मतदाताओं का ट्रेंड कुछ अलग दिखा है। स्पष्ट तौर पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता।
शिवराज की सरकार बची, लेकिन सिंधिया के गढ़ में कमलनाथ की सेंध
बिहार में विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आएंगे. नतीजों से पहले बिहार के मूड का हाल आजतक के एग्जिट पोल में पता चल जाएगा. इंडिया टुडे के लिए एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में संभावित विजेताओं और पराजितों के बारे में एक मोटी तस्वीर जानने को मिल जाएगी. ये चुनाव कई मायने में बहुत अहम है. कोरोना काल में ये पहला अहम चुनाव है, जिसमें एक साथ कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. बिहार में किस पार्टी की सरकार बनेगी, इस एग्जिट पोल में इसकी संभावना भी सामने आ जाएगी.
गुजरात उपचुनाव में बीजेपी को 49 फीसदी वोट मिलने का अनुमान
गुजरात उपचुनाव में बीजेपी को 49 फीसदी वोट और कांग्रेस को 40 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. वहीं बीजेपी के खाते में 6-7 सीट और कांग्रेस के खाते में 0-1 सीट जाती दिख रही हैं. गुजरात में 8 सीटों पर उपचुनाव हुए थे.
यूपी उपचुनाव में बीजेपी को 5-6 सीट मिलने का अनुमान
यूपी के उपचुनाव में बीजेपी को 37 फीसदी वोट और सपा को 27 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. बीएसपी को 20 फीसदी और कांग्रेस को 8 फीसदी वोट मिले सकते हैं. बता दें कि यूपी में 7 सीटों पर वोट डाले गए थे. सीटों की बात करें तो बीजेपी को 5-6 और सपा को 1-2 सीट मिलने का अनुमान है.
एमपी उपचुनाव में कौन मारेगा बाजी
मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे. इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में बीजेपी ने बाजी मारी है. बीजेपी के खाते में 16-18 सीटें और कांग्रेस के खाते में 10-12 सीटें जा सकती हैं. ऐसे में शिवराज सिंह चौहान राज्य में अपनी सरकार बचाते हुए दिख रहे हैं. बीजेपी को 46 फीसदी वोट तो वहीं कांग्रेस को 43 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. शिवराज सिंह चौहान सरकार बचाते तो दिख रहे हैं, लेकिन कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में कमलनाथ सेंध मारते दिख रहे हैं.
आरजेडी ने किया 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा
आरजेडी के मृत्युंजय तिवारी ने 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे.
गौरव भाटिया बोले- बिहार में बनेगी एनडीए की सरकार
बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि लोकतंत्र की जीत हो चुकी है. कोरोना काल में भी बंपर वोटिंग हुई. उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार बनने जा रही है. बीजेपी के साथ जनता जुड़ी हुई है.
चुनाव प्रचार में ये मुद्दे रहे हावी
बिहार में चुनाव प्रचार में रोजगार का मुद्दा हावी रहा. बीजेपी ने जहां 19 लाख नौकरियों का वादा किया तो वहीं आरजेडी ने 10 लाख नौकरियों का. इसके अलावा चुनावी रैलियों में राम मंदिर, धारा 370, आरक्षण, पुलवामा, पाकिस्तान, चीन, सीएए-एनआरसी और घुसपैठ जैसे मुद्दे भी उठाए गए. NDA के मुख्यमंत्री उम्मीदवार नीतीश कुमार अपने चुनावी कैंपेन में अपनी 7 निश्चय योजनाओं का जिक्र करने के साथ-साथ जंगलराज का डर दिखाते नजर आए. नीतीश कुमार ने लालू राज के बहाने आरजेडी पर जमकर निशाना साधा.
2015 में क्या थे नतीजे
2015 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन (जिसमें जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस साझा मंच पर थे) ने 178 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया था. बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 58 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था. महागठबंधन की ओर से नीतीश कुमार सीएम बने. हालांकि, 2017 में वो महागठबंधन से अलग हो गए और NDA में शामिल हुए. लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर उनका कब्जा कायम रहा. वो 15 साल से बिहार के सीएम हैं.
प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन में चार पार्टियां
प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन (PDA) में जन अधिकार पार्टी (JAP), बहुजन मुक्ति पार्टी (BMP), सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI), आजाद समाज पार्टी (ASP) शामिल है. इनमें से JAP 152, BMP 45, SDPI 12 और ASSP 4 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
NDA और महागठबंधन के अलावा एक गठबंधन ये भी
NDA और महागठबंधन के अलावा ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट भी बिहार चुनाव में किस्मत आजमा रही है. ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट (JDSF) में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP),बहुजन समाज पार्टी (BSP), ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM),समाजवादी जनता दल लोकतांत्रिक (SJDD), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) और जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) शामिल हैं. इनमें से RLSP 99, बसपा, 78, AIMIM 20, SJDD 19, SBSP 2, JP(S) 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
एनडीए और महागठबंधन में टक्कर
243 सदस्यीय विधानसभा के लिए लगभग 7.30 करोड़ पात्र मतदाता हैं, जिनमें से 78 लाख पहली बार अपने वोटिंग अधिकार का प्रयोग किए. अहम स्टेकहोल्डर्स में से एक तरफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए ) का सत्तारूढ़ गठबंधन है, जिसमें चुनवी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दल-यूनाइटेड ने 115 सीटों, भारतीय जनता पार्टी ने 110, विकासशील इनसान पार्टी ने 11 और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. दूसरी तरफ विपक्ष के महागठबंधन में मुख्य रूप से लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल (इस चुनाव में उनके बेटे तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री के चेहरे हैं) ने 144 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. महागठबंधन के अन्य सहयोगियों में कांग्रेस 70, सीपीआई-एमएल 19, सीपीआई 6 और सीपीआईएम 4 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
ऐसा है इंडिया टुडे-एक्सिस-माय-इंडिया का पिछला रिकॉर्ड
इंडिया टुडे-एक्सिस-माय-इंडिया का पिछला रिकॉर्ड अपने आप में ही सब कुछ कहता है. इसकी बानगी देखिए. 2013 से 2020 के बीच भारत में आज तक हुए सभी चुनावों में इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के चुनाव उपरांत सर्वेक्षणों ने 95 प्रतिशत मामलों में नतीजों को लेकर सबसे निश्चित और सटीक अनुमान लगाए. 2013 से, एक्सिस माय इंडिया ने 40 पोस्ट-पोल (चुनाव उपरांत) सर्वेक्षण किए हैं, जिनमें से 38 बिल्कुल ठीक निशाने पर रहे. 2016 में इंडिया टुडे के साथ एक्सिस माय इंडिया के जुड़ाव के बाद से, मतदान सर्वेक्षकों ने 35 चुनावों की भविष्यवाणी की है, जिनमें से 33 सही साबित हुईं. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत, के 2019 आम चुनावों के लिए इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया की ओर से संचालित सबसे बड़े एग्जिट पोल में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए के लिए 339-365 सीटों और यूपीए के लिए 77-108 सीटों की भविष्यवाणी की गई. लोकसभा चुनाव के नतीजे आए तो एनडीए को 352 और यूपीए को 92 सीटें मिलीं.
10 नवंबर को होगी वोटों की गिनती
बिहार में 10 नवंबर को वोटों की गिनती होगी. नतीजों से पहले बिहार के मूड का हाल आजतक के एग्जिट पोल में पता चल जाएगा. एग्जिट पोल में संभावित विजेताओं और पराजितों के बारे में एक मोटी तस्वीर जानने को मिल जाएगी. नतीजों की मोटी तस्वीर या खाका इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जब यह जानना होता है कि किस ने किस उम्मीदवार और पार्टी को वोट दिया और किसको खारिज कर दिया, तो इंडिया टुडे-एक्सिस-माय-इंडिया जोड़ का नाम लोगों के जेहन में सबसे पहले आता है.
मध्यप्रदेश उपचुनाव के संभावित नतीजे क्या होंगे, इसके लिए भास्कर ने एग्जिट पोल किया। इसके मुताबिक, भाजपा को 14 से 16 सीटें मिलती दिख रही हैं। कांग्रेस को 10 से 13 सीटें मिल सकती हैं। बसपा के खाते में एक सीट जा सकती है। चंबल क्षेत्र में भाजपा पिछड़ती नजर आ रही है। यहां कुल 7 सीटों में कांग्रेस को 4 से 6, जबकि भाजपा को शून्य से 2 सीटें ही मिलने की संभावना है।
ग्वालियर क्षेत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ है, इस पर पूरे प्रदेश की नजरें हैं। यहां बराबरी का मुकाबला नजर आ रहा है। यहां की 9 सीटों में भाजपा-कांग्रेस को 4 से 5 सीटें मिलती दिख रही हैं। मालवा में भाजपा आगे दिख रही है।
मध्यप्रदेश का उपचुनाव इसलिए मायने रखता है क्योंकि इससे प्रदेश की सत्ता के समीकरण तय होना है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रतिष्ठा दांव पर है।
सरकार बचा लेगी भाजपा
एग्जिट पोल के संकेतों से साफ है कि भाजपा सरकार बचाने में कामयाब हो जाएगी। कांग्रेस फिर से सरकार बना लेगी, इसकी संभावना कहीं दिख नहीं रही। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उपचुनाव में अमूमन मतदाताओं का रुझान सत्तारुढ़ पार्टी की तरफ ही ज्यादा होता है।
क्षेत्रवार किसे कितनी सीटें मिलने के संकेत
क्षेत्र | सीट | भाजपा | कांग्रेस | अन्य |
ग्वालियर | 9 | 4-5 | 4-5 | 0 |
चंबल | 7 | 0-2 | 4-6 | 1 |
मालवा | 5 | 4-5 | 0-1 | 0 |
निमाड़ | 2 | 0-1 | 1-2 | 0 |
बुंदेलखंड | 2 | 1-2 | 0-1 | 0 |
भोपाल | 2 | 1-2 | 0-1 | 0 |
महाकौशल | 1 | 1 | 0 | 0 |
28 सीटों पर जितनी बंपर वोटिंग हुई, उतनी बंपर हमारी जीत होगी: शिवराज सिंह चौहान
कोरोना के बावजूद 28 सीटों पर जितनी बंपर वोटिंग हुई है, उतनी ही बंपर जीत भाजपा की होगी। कांग्रेस बौखला गई है और ईवीएम पर उंगली उठा रही है। जब 2018 में कांग्रेस को जीत मिली थी, जब ईवीएम सही थी और अब गलत हो गई। लोकतंत्र की विजय से गदगद हूं। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश हमारा संकल्प है। –शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री मप्र
सरकार जनता की बनेगी, सीट की संख्या नहीं बताऊंगा: कमलनाथ
कितनी सीटें हम जीतेंगे, मैं संख्या पर नहीं जाऊंगा। यह चुनाव जनता का था और जनता ने ही लड़ा है। 10 नवंबर को जनता की सरकार बनना तय है। -कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री मप्र
ऐसे किया एग्जिट पोल
भास्कर ने प्रिंट और डिजिटल के रिपोर्टरों की मदद से मध्यप्रदेश की 28 सीटों का जायजा लिया। वोटिंग ट्रेड का एनालिसिस किया। वोट देकर निकले मतदाताओं से बात करके निष्कर्ष निकाले।