नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के संयुक्त महासचिव बीएल संतोष को पार्टी के संगठन महासचिव नियुक्त किया गया है. उनको रामलाल की जगह बीजेपी का संगठन महासचिव बनाया गया है. इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल को वापस बुला लिया था.
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बीजेपी के संयुक्त महासचिव बीएल संतोष को राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है. आपको बता दें कि रामलाल करीब 13 साल तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव पद पर रहे. फिलहाल रामलाल को आरएसएस के अखिल भारतीय सह-प्रमुख की बागडोर सौंपी गई है.
BL Santosh, Joint General Secretary Organisation has been appointed National General Secretary Organisation of Bharatiya Janata Party (BJP). pic.twitter.com/711zBlzh6I
— ANI (@ANI) July 14, 2019
जानिए कौन हैं बीजेपी के नए संगठन महासचिव बीएल संतोष
रामलाल साल 2006 से बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव थे. रामलाल एक बार फिर संघ में लौट गए हैं जहां पर वो सह संपर्क प्रमुख की भूमिका निभाएंगे. जहां तक बात बीएल संतोष की है तो वह हैं और पार्टी को दक्षिण भारत में मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई हैं. हम आपको बताने जा रहे हैं कि बीजेपी के नए राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष कौन है.
बीएल संतोष की बात करें तो वह कर्नाटक के कुंडापुर के रहने वाले हैं और एक संघ प्रचारक के रूप में काम करने का उनके पास दशकों का अनुभव है. साल 2005 में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा के संपर्क में आए बीएल संतोष को भाजपा नेता के रूप में काम करने का मौका कर्नाटक के शिमोगा जिले में मिला. भाजपा के संगठन सचिव के रूप में बीएल संतोष ने साल 2005 से शिमोगा में काम करना शुरू किया. शिमोगा बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण जिला इसलिए भी है क्योंकि यह पार्टी के दो वरिष्ठ नेता येदियुरप्पा और ईश्वरप्पा दोनों आते हैं.
कभी बीजेपी के लिए साथ साथ काम कर चुके बीएल संतोष और येदियुरप्पा के बीच की दुश्मनी काफी पुरानी है. दरअसल अवैध खनन में नाम सामने आने के बाद येदियुरप्पा को इस्तीफा दिलाने में बीएल संतोष की अहम भूमिका थी. कहा जाता है कि बीएल संतोष ने उस समय के पार्टी आलाकमान से कहा था कि राज्य में शीर्ष पद पर एक साफ सुथरे व्यक्ति की आवश्यक्ता है ऐसे में येदियुरप्पा को इस्तीफा दे देना चाहिए.
यह भी कहा जाता है कि बीएल संतोष कर्नाटक भाजपा के प्रमुख के रूप में येदियुरप्पा की नियुक्ति किए जाने पर खुश नहीं थे. बता दें कि साल 2016 में जब पार्टी आलाकमान ने येदुयरप्पा को कर्नाटक बीजेपी का अध्यक्ष नियुक्त किया था तो उस समय में बीएल संतोष ने पार्टी आलाकमान को अध्यक्ष पद के लिए सीटी रवि और ईश्वरप्पा का नाम सुझाया था.
अब जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के संगठन महासचिव के पद पर बीएल संतोष की नियु्क्ति कर दी है, तो उनका कार्यकाल कैसा रहेगा ये तो आने वाला वक्त बताएगा. रामलाल ने संगठन महासचिव के रूप में कई राज्यों और 2 लोकसभा के चुनावों में पार्टी को मिली जीत में अहम भूमिका निभाई थी. बीजेपी के संगठन को मजबूत करने में रामलाल की अहम भूमिका रही है.