बंगाल /ममता से मुलाकात के बाद 7 दिन से चल रही डॉक्टरों की हड़ताल खत्म, अब हर अस्पताल में तैनात होगी पुलिस
कोलकाता के एनआरएस हॉस्पिटल में 10 जून को डॉक्टरों के साथ मारपीट की गई थी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात में डॉक्टरों ने कहा- हमें काम करते वक्त डर लगता है सीएम ने सुरक्षा का आश्वासन दिया और कहा- अस्पतालों में शिकायत निवारण प्रकोष्ठ बनेंगे
कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सुरक्षा का आश्वासन मिलने के बाद सोमवार को बंगाल के डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया। डॉक्टरों ने सीएम से कहा कि हमें काम करते वक्त डर लगता है। इस पर ममता ने कहा कि हर अस्पताल में पुलिस अफसर तैनात किए जाएंगे। 10 जून को कोलकाता के एनआरएस हॉस्पिटल में डॉक्टरों के साथ मारपीट हुई थी, इस घटना के विरोध में 11 जून से राज्यभर के डॉक्टर हड़ताल पर थे।
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee has accepted the proposal of doctors to set up Grievance Redressal Cell in Government Hospitals. https://t.co/h3mGR0s5cB
— ANI (@ANI) June 17, 2019
ममता से डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि एनआरएस हॉस्पिटल में साथियों के साथ मारपीट करने वालों को कड़ी सजा मिले। मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि हमले में शामिल 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। किसी भी डॉक्टर के खिलाफ बंगाल सरकार ने केस दर्ज नहीं कराया है। अब हर सरकारी अस्पताल में शिकायत निवारण प्रकोष्ठ बनाए जाएंगे।
मीडिया के सामने डॉक्टरों ने ममता से की मुलाकात
पहले डॉक्टरों ने ममता से मुलाकात के लिए मना कर दिया था। डॉक्टरों का कहना था कि बंद कमरे में वे कोई बातचीत नहीं करेंगे। इसके बाद ममता ने हर मेडिकल कॉलेज से 2 डॉक्टरों को मुलाकात के लिए बुलाया और कहा कि यह बातचीत मीडिया के सामने होगी। दो क्षेत्रीय चैनलों ने इस बातचीत को कवर किया।
West Bengal: Chief Minister Mamata Banerjee's meeting with representatives of doctors was held at Nabanna, earlier today. She accepted the proposal of doctors to set up Grievance Redressal Cell in Government Hospitals. Doctors to announce their decision later. pic.twitter.com/zWbaZCXJ73
— ANI (@ANI) June 17, 2019
देशभर के डॉक्टर 24 घंटे की हड़ताल पर
बंगाल में जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट के विरोध में सोमवार को देशभर के डॉक्टर 24 घंटे की हड़ताल पर हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने रविवार को बताया कि आपात सेवाओं को हड़ताल से अलग रखा गया। ओपीडी समेत गैर-जरूरी सेवाएं सोमवार सुबह 6 बजे से मंगलवार सुबह 6 बजे तक बंद रहेंगी। आईएमए ने कहा हम डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर अपनी बात रखना चाहते हैं। आईएमए ने सेंट्रल एक्ट की मांग को फिर दोहराया है। आईएमए ने कहा है कि सालों से यह मांग चली आ रही है लेकिन इसको लेकर हर बार केवल आश्वासन मिलता है। उधर, देशभर के सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को याचिका दायर की गई। इस पर मंगलवार को जस्टिस दीपक गुप्ता और जस्टिस सूर्यकांत की वेकेशन बेंच सुनवाई करेगी।
आईएमए की हड़ताल में एम्स शामिल नहीं
एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने कहा है कि देशभर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) आईएमए की हड़ताल में शामिल नहीं होंगे। स्वास्थ्य सेवाओं और मरीजों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है, लेकिन विरोध में मार्च निकालेंगे।
दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक संभालेंगे मोर्चा
दिल्ली के 192 मोहल्ला क्लीनिक में इलाज हो सकेगा। यहां यह सुविधा सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहेगी। मोहल्ला क्लीनिक में जरूरी 212 जांचें भी होती हैं। दिल्ली सरकार के डीजीएचएस डॉक्टर अशोक कुमार राणा ने बताया कि मोहल्ला क्लीनिक पर हड़ताल का असर नहीं होगा, यहां पर रुटीन में सभी इलाज पहले की तरह होगा।
बता दें कि ममता बनर्जी डॉक्टरों की उस शर्त को भी मानने को तैयार हैं, जिसमें वह कैमरे के सामने बैठक करने की बात कर रहे थे. जारी की गई चिट्ठी के अनुसार, इस बैठक का लाइव प्रसारण भी हो सकता है. लेकिन बाद में इसमें कुछ बदलाव हुआ और बैठक में सिर्फ एक ही न्यूज चैनल को जाने की अनुमति मिली.
राज्य में कुल 14 मेडिकल कॉलेज हैं और ममता बनर्जी प्रत्येक मेडिकल कॉलेज के दो- दो प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगी. NRS मेडिकल कॉलेज में साथी डॉक्टर्स की पिटाई से नाराज पश्चिम बंगाल के डॉक्टर पिछले 6 दिनों से हड़ताल पर हैं. मुख्यमंत्री सोमवार को मुलाकात के लिए तैयार हो गईं हैं, उन्होंने हर मेडिकल कॉलेज से दो प्रतिनिधियों को बुलाया है.
हालांकि ममता बनर्जी ने शनिवार को ही चिकित्सकों को बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन डॉक्टर्स ने इस ऑफर को ठुकरा दिया था. इसके बाद हड़ताल कर रहे डॉक्टर्स सीएम ममता बनर्जी से मिलने को राजी हो गए हैं. डॉक्टर्स अब बिना मीडिया की मौजूदगी के सीएम ममता बनर्जी से सचिवालय में मुलाकात करेंगे.
इस मुलाकात पर डॉक्टर्स का कहना है कि सीएम के साथ मुलाकात की पूरी प्रक्रिया को रिकॉर्ड किया जाए. इससे पहले रविवार को ढाई घंटे की मीटिंग के बाद डॉक्टर्स के एक प्रवक्ता ने कहा था कि हम लोग इस गतिरोध को खत्म करने को तैयार हैं, हम सीएम से बात करने को तैयार हैं, जहां वे बात करना चाहेंगी, बशर्ते ये खुले में हो, मीडिया की मौजूदगी में हो, किसी बंद कमरे में नहीं.
बता दें कि 10 जून को नील रत्न सरकार मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान एक 75 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी. इसके बाद गुस्साए परिजनों ने मौके पर मौजूद डॉक्टरों को गालियां दीं. इस पर डॉक्टरों ने परिजनों के माफी न मांगने तक प्रमाणपत्र नहीं देने की बात कही. इस मामले में फिर हिंसा भड़क गई, कुछ देर बाद हथियारों के साथ भीड़ ने हॉस्टल में हमला कर दिया.
इसमें दो जूनियर डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हुए जबकि कई और को भी चोटें आईं. इस पूरे मामले पर ममता बनर्जी ने हड़ताल वाले डॉक्टरों की निंदा की तो मामला तूल पकड़ता गया.