बठिंडा विजिलेंस विभाग ने बिजली चोरी के केस से बाहर निकालने के लिए रिश्वत मांगने वाले हवलदार को किया गिरफ्तार

-शिकायतकर्ता ने कुछ समय पहले छोड़ी थी दुकान पर वहां लगे मीटर को इस्तेमाल कर रहा था दोस्त -विभागीय जांच में शिकायतकर्ता को मिल गई थी क्लीनचीट पर आरोपी कागजी कारर्वाई के लिए मांग रहा था रिश्वत

बठिंडा. विजिलेंस विभाग ने बिजली निगम के एंटी पावर थैपट थाना में तैनात एक होलदार को 13 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आरोपी वर्कशाप चलाने वाले दुकानदार को बिजली चोरी के केस से बाहर निकालने के नाम पर रिश्वत की मांग कर रहा था। विजिलेंस ब्योरो पंजाब बठिंडा रेंड के एसएसपी नरिंदर भार्गव ने बताया कि उनके पास गुरमेहर सिंह वासी वार्ड नंबर तीन सरदूरगढ़ मानसा ने लिखित शिकायत दी थी कि वह खेतीबाड़ी के औजार बनाने का काम करता है व इस बाबत उसके पास बिजली ग्रीड नजदीक एक वर्कशाप चल रही थी।

यहां काम कम होने के चलते उसने वर्कशाप को ग्रीड के नजदीक से तबदील कर दूसरी जगह पर कर ली। इस दुकान में लगा बिजली का मीटर उसके नाम था। इस स्थिति में जब वह मीटर को बंद करवाने की प्रक्रिया शुरू करने लगा तो उसके एक दोस्त कुलदीप सिंह वासी संघा जिला मानसा ने संपर्क किया व कहा कि वह उसकी पुरानी दुकान में काम करना चाहता है। इसमें लगा मीटर अगर वह नहीं कटवाता तो उसे नया मीटर अप्लाई करने वाली प्रक्रिया से बचाव हो जाएगा व समय बचने से वह काम जल्द शुरू कर सकता है। दोस्त होने के चलते वह इस बात के लिए राजी हो गया व उसे मीटर का बिल व अन्य जिम्मेवारी संबंधी सहमती लेकर दुकान से मीटर नहीं कटवाया। इसी दौरान कुलदीप सिंह ने बताया कि उसकी दुकान में चल रहे मीटर की रीडिंग काफी तेज चल रही है व इसमें बिल भी ज्यादा आ रहा है। इसके चलते उसने बिजली निगम के पास एक आवेदन देकर मीटर तबदील करने के लिए कहा। बिजली निगम के कुछ कर्मी कुछ समय पहले दुकान में ए व मीटर को उखाड़कर ले गए।

इसके बाद करीब तीन माह पहले बिजली विभाग के कर्मी व बठिंडा थाने के कुछ कर्मी शिकायतकर्ता के घर आए व उन्हें बताया कि उनकी दुकान में लगे मीटर को ट्रैप किया गया था व बिजली की चोरी की जा रही थी। इसके चलते गुरमेहर सिह के खिलाफ बिजली थाना में केस दर्ज किया गया है। इसके बाद गुरमेहर सिंह ने एक आवेदन एसडीओ बिजली निगम के पास दिया जिसमें कहा गया कि जिस समय उसने दुकान छोड़ी तो बिजली का मीटर उसका दोस्त इस्तेमाल कर रहा है इसमें अब उसकी कोई जिम्मेवारी नहीं बनती है।

इस बाबत हुई जांच में बिजली निगम की टीम ने उसे बेकसूर करार देते उसके दोस्त कुलदीप सिंह पर केस दर्ज करने की सिफारिश की थी। मामले में कानूनी कारर्वाई को सिफारिश अनुसार करने के लिए बिजली चोरी के खिलाफ कारर्वाई करने वाले थाने के एक होलदार वजीर सिंह ने उसके साथ संपर्क किया व कहा कि सिफारिश के अनुसार उसे क्लीनचीट देने का काम उसका है इसके लिए उसे 15 हजार रुपए की रिश्वत देनी पड़ेगी। मामले में सौदा करीब 13 हजार में तय हो गया। शिकायतकर्ता ने रिश्वत मांगने संबंधी लिखित शिकायत विजिलेंस विभाग के पास की व विजिलेंस विभाग के मानसा यूनिट के इंचार्ज डीएसपी संदीप सिंह की अगुवाई में ट्रैप लगाया गया व आरोपी होलदार को 13 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया।

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