बठिंडा. पूर्व मंत्री व अकाली दल के वरिष्ठ नेता सिकंदर सिंह मलूका और पूर्व विधायक सरुपचंद सिंगला ने सांझे तौर पर बठिंडा में पत्रकार वार्ता कर राज्य की कांग्रेस सरकार पर जमकर हमले बोंले। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो चुकी है व हर तरफ अपराधियों व नशा तस्करों का बोलबाला हो रहा है। सिकंदर सिंह मलूका ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाया कि पंजाब में नशे का चलन तेजी से बढ़ रहा है जबकि लूटपाट की घटनाएं हो रही है लगता है पंजाब में सरकार नाम की कोई चीज नहीं। कामरेड बलविन्द्र पर हुआ कातिलाना हमला इस बात का सबूत है कि पहले उसकी सुरक्षा वापिस ली गई ओर दिन दिहाड़े उन्हें गोलियां मारकर हलाक कर दिया गया। ऐसी कई घटनाएं पंजाब में हो चुकी है यहां तक कि कातिल भी पुलिस की पकड़ से दूर है। उन्होंने कहा कि राज्य में कुशासन व आराज्यकता का महौल बना हुआ है लोग डर के साए में जी रहे है अब तो रात के अंधेरे में सड़कों पर निकलना मौत को निमंत्रण देना है। मलूका के साथ आए पूर्व विधायक सरूप चंद ङ्क्षसगला ने कहा कि कांग्रेस सरकार अकाली कार्यकत्र्ताओं को डराकर अपने खेमे में लेजाने की कोशिश कर रही है यह कांग्रेस के लिए घातक होगा। उन्होंने कहा कि कार्यकत्र्ताओं पर झूठे मामले दर्ज करवाए जा रहे है अकाली दल इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। कांग्रेस अकाली दल को कमजोर न समझे सरकारों का तो आना जाना है लेकिन कुछ अधिकारी सरकार की शह पर अकाली कार्यकत्र्ताओं पर जुलम कर रहे है उन्हें इससे बचना चाहिए।
सिकंदर सिंह मलूका ने कहा कि पंजाब सरकार अपने वायदे अनुसार थर्मल प्लांट को पराली पर चलाए जिससे पंजाब रोशन होगा ओर पराली की समस्या का भी हल होगा। उन्होंने कहा कि मात्र एक रूपए में चार हजार रुपए की संपति को दूसरे विभाग को सौंपना पंजाब के लोगों के साथ अन्याय है। अगर पंजाब सरकार ने थर्मल को बंद कर बेचने का अपना फैसला न बदला तो अकाली दल इसके लिए अंदोलन शुरू करेगा। कृषि मामलों के बारे में सरुपचंद सिंगला ने कहा कि कैप्टन द्वारा विधान सभा में विधायकों को बिल की कापी न देना अति निंदनीय है। कॉपी लेना सभी का अधिकार है न जाने क्यों सरकार इसे छिपा रही है जबकि इसे सार्वजनिक करना चाहिए। किसानों द्वारा नेताओं के घेराव संबंधी मलूका ने कहा कि किसान केवल भाजपा के नेताओं का ही घेराव कर रहे है जबकि अन्य किसी पार्टी का नहीं। उन्होंने कहा कि किसान अंदोलन में कुछ शरारती लोग घुसपैठ कर चुके है जिस कारण पंजाब की स्थिति खराब हो सकती है। पंजाब व केन्द्र सरकार किसानों का हल जल्द करे अन्यथा इसके परिणाम घातक सिद्ध होंगे।