एक रुपए लीज़ पर गुरु नानक देव थर्मल प्लाट की जमीन देे का क्या है मामला, राजनीतिक व कर्मचारियों संगठनों का विरोध शुरू

पावरकाम ने अम्बूजा सीमेंट फैक्ट्री को 1.17 लाख रुपए प्रति एकड़ रेंट पर जगह दी हुई थी। औद्योगिक विभाग के प्रमुख सचिव अलोक शेखर का कहना था कि केंद्र सरकार के पास ‘बल्क ड्रग पार्क ’ के लिए अभी अप्लाई किया गया है जिस की अभी मंज़ूरी नहीं आई है। वही पावरकाम के चेयरमैन ए.वीनू प्रसाद का प्रतीकर्म था कि थर्मल की जमीन का इंतकाल पुडा के नाम हो चुका है और कैबिनेट के फैसले के अनुसार पावरकाम को जमीन की कीमत मिलेगी। उन्होंने कहा कि पावरकाम पुडा से जमीन का मूल्य लेने के फैसले पर स्टैंड करता है। उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा का कहना था कि पंजाब सरकार की तरफ़ केंद्र सरकार के पास ‘बल्क ड्रग पार्क ’ के लिए अप्लाई कर दिया गया है और औद्योगिक पालिसी 2017 अनुसार प्राथमिक मंजूरी दीं गई हैं। बाकी केंद्र से परवानगी मिलने के बाद में तय होगा।

बठिंडा. पंजाब सरकार की तरफ से बठिंडा गुरु नानक देव थर्मल प्लाट की अरबों रुपए की लागत वाली जमीन को कारपोरेटें घरानों को एक रुपए लीज पर देने का व्यापक स्तर पर विरोध शुरू हो गया है। इसमें पहले जहां बिजली निगम के कर्मचारी आंदोलन पर उतरे वही अब आम आदमी पार्टी के साथ शिरोमणि अकाली दल ने भी विरोध जताते सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। वर्तमान में इस जमीन की बाजार कीमत करीब तीन हजार करोड़ रुपए बनती है। पावरकाम के हाथ से यह जमीन पिछले दिनों हुई पावरकाम व प्रशासकीय कमेटी की बैठक में छीन ली गई है और ज़मीन का इंतकाल 16 सितंबर 2020 को बीडीए (पुडा) के नाम हो चुका है। पंजाब कैबिनेट ने थर्मल की जमीन पर ‘बल्क ड्रग पार्क ’ बनाए जाने का 17 सितंबर को फैसला लिया था। उससे पहले की पंजाब कैबिनेट की बैठक में पावरकाम की जमीन पुडा को 80:20 स्कीम के अंतर्गत देने पर मोहर लगाई थी। पावरकाम को जमीन की पूरी कीमत और पूडा के पास से भी 80 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलनी थी। अब पावरकाम के ‘बोर्ड आफ डायरैक्टर्ज़ ’ की बिना परवानगी और बिना किसी एग्रीमेंट से बठिंडा थर्मल की जमीन का इंतकाल पुडा के नाम चढ़ गया है।

पावरकाम की तरफ से इस जमीन पर पहले सोलर प्लांट और फिर बायोमास प्लांट लगाए जाने की तजवीज रखी थी जो सरकार ने रद्द कर दी। खजाना मंत्री मनप्रीत सिंह बादल थर्मल की जमीन पर ‘बल्क ड्रग पार्क ’ बनाना चाहते हैं। केंद्र सरकार ने 20 मार्च 2020 को ‘बल्क ड्रग पार्क ’ स्कीम को परवानगी भी दी है। स्कीम अनुसार जो राज्य सरकार सब से अधिक सहूलत देगी, उसे यह प्रोजेक्ट केंद्र से मिलेगा। बल्क ड्रग पार्क के लिए केंद्र सरकार ने दिशा निर्देश 27 जुलाई को जारी किये हैं। इन दिशा निर्देशों के अंतर्गत 100 नंबर रखे हैं। अधिक सहूलत देने वाले सूबो की मेरिट ऊँची बनेगी। पंजाब सरकार ने अपनी मेरिट बनाने के लिए कारपोरेटें को खुले गफ्फे देने का फैसला करके नए रास्ते खोले है। वित्त मंत्री की अध्यक्षता में 10 सितंबर को हुई मीटिंग में ड्रग पार्क के लिए सहूलतें देने के प्रस्ताव पर मोहर लगी। उसी दिन केंद्रीय फर्मास्यूटीकल विभाग के साथ वीडियो कान्फ़्रेंस भी हुई थी।

फिलहाल फैसला लिया गया कि ड्रग पार्क के लिए 1 रुपए लीज पर 33 साल के लिए यह जमीन दी जाएगी और इस लीज में 99 साल तक का विस्तार हो सकता है। दो रुपए प्रति यूनिट बिजली और एक रुपए में प्रति हजार लीटर पानी देने का फ़ैसला किया गया। कैबिनेट की तरफ से इस मामले में सब- कमेटी भी बनाई गई थी। अंतरराष्ट्रीय सलाहकार कंपनी से भी सेवाओं ली हैं। पंजाब सरकार अनुसार यह प्रोजेक्ट 1878 करोड़ का होगा जिसमें से 1000 करोड़ केंद्र देगी और बाकी 878 करोड़ की हिस्सेदारी पंजाब सरकार डालेगी। पंजाब सरकार की तरफ से स्टाप ड्यूटी और रजिस्टरी खर्च के किए भी छूट दी जाएगी। थर्मल की जमीन में से अब अम्बूजा सीमेंट फैक्ट्री को भी हटाया जाना है।

पावरकाम ने अम्बूजा सीमेंट फैक्ट्री को 1.17 लाख रुपए प्रति एकड़ रेंट पर जगह दी हुई थी। औद्योगिक विभाग के प्रमुख सचिव अलोक शेखर का कहना था कि केंद्र सरकार के पास ‘बल्क ड्रग पार्क ’ के लिए अभी अप्लाई किया गया है जिस की अभी मंज़ूरी नहीं आई है। वही पावरकाम के चेयरमैन ए.वीनू प्रसाद का प्रतीकर्म था कि थर्मल की जमीन का इंतकाल पुडा के नाम हो चुका है और कैबिनेट के फैसले के अनुसार पावरकाम को जमीन की कीमत मिलेगी। उन्होंने कहा कि पावरकाम पुडा से जमीन का मूल्य लेने के फैसले पर स्टैंड करता है। उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा का कहना था कि पंजाब सरकार की तरफ़ केंद्र सरकार के पास ‘बल्क ड्रग पार्क ’ के लिए अप्लाई कर दिया गया है और औद्योगिक पालिसी 2017 अनुसार प्राथमिक मंजूरी दीं गई हैं। बाकी केंद्र से परवानगी मिलने के बाद में तय होगा।

वही पीएसईबी इंजनियर्ज़ एसोसिएशन के प्रधान इंजि. जसवीर सिंह धीमान का कहना था कि पावरकाम की करीब चार हज़ार करोड़ की ज़मीन के साथ योजनाबद्ध तरीकों के साथ ठगी मारी गई है और अब पावरकाम को ज़मीन की कीमत नहीं मिलेगी। सरकार तो कारपोरेट को मुफ़्त में जमीन दे रही है। इस ज़मीन पर सोलर या बायोमास प्लांट लगता तो खपतकारों को लाभ मिलना था। पावरकाम को ज़मीन का पैसा मिलता तो भी खपतकारों को फायदा होना था।

प्रदर्शन आपका हक पर मास्क जरूरी:वित्तमंत्री दफ्तर का घेराव करने जा रहे आप वर्करों व पुलिस में धक्कामुक्की, आगे बढ़ने से रोका तो बीच सड़क पर ही पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी

बठिंडा की पहचान गुरुनानक देव थर्मल प्लांट को धराशायी करके करीब 1500 एकड़ जमीन प्राइवेट कंपनियों व कार्पोरेट घरानों को 1 रुपए प्रति एकड़ लीज पर देने के प्रस्ताव पर आम आदमी पार्टी का शनिवार को गुस्सा फूटा और वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर की ओर कूच किया। हालांकि पीरखाना के समीप अरूट महाराज चौक पर ऊंची बेरिकेडिंग और भारी पुलिस फोर्स ने आप वर्करों को आगे बढ़ने से रोक दिया। फायर ब्रिगेड चौक में एकत्र आप नेताओं व वर्करों ने काली झंडियां लेकर रोष मार्च निकाला।

आगे बढ़ने से रोका तो बीच सड़क पर ही पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी

आप वर्करों व नेताओं ने माल रोड, हनुमान चौक से होते हुए खेल स्टेडियम के समीप वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के दफ्तर की ओर बढ़े। रोष मार्च की अगुवाई कर रहीं आप विधायक प्रो. बलजिंदर कौर व प्रो. रूपिंदर कौर रूबी समेत अन्य वर्करों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस अधिकारियों ने उन्हें खदेड़ने का प्रयास किया, इस दौरान धक्कामुक्की भी हुई। सफलता न मिलने पर गुस्साए आप नेताओं ने बीच सड़क पर ही धरना लगाकर वित्तमंत्री व पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।

मौके पर पहुंचे तहसीलदार सुखबीर सिंह बराड़ को आप नेताओं ने राज्यपाल के नाम मांगों का ज्ञापन सौंपा। प्रो. बलजिंदर कौर ने कहा कि पहले सुखबीर सिंह बादल ने प्राइवेट थर्मल प्लांटों को फायदा पहुंचाने के लिए मालवा की शान गुरुनानक देव थर्मल प्लांट को बंद किया। अब मनप्रीत सिंह बादल ने अपने वादे के उलट इस विरासती प्रोजेक्ट को धराशायी करके इसकी लगभग 4000 करोड़ की जमीन मुफ्त में भूमाफिया को लुटाने की तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ मिलकर वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने भूमाफिया को प्रोत्साहन देने में सुखबीर सिंह बादल को भी पीछे छोड़ दिया है।

रूपिंदर कौर रूबी ने कहा कि मनप्रीत बादल व अमरिंदर सिंह सरकार की अगर नीयत साफ होती तो बठिंडा थर्मल प्लांट को 2031 तक चालू रखती और इसके एक यूनिट को पराली से चलाकर किसानों को प्रति एकड़ 3000 रुपए की अतिरिक्त आमदनी देकर मालवा के कई जिलों में पराली के संकट को पक्के तौर पर दूर करती। आप नेता अनिल ठाकुर, अमरदीप सिंह राजन, एडवोकेट गुरलाल सिंह, महिंदर सिंह फुलोमिट्‌ठी, बलजिंदर कौर तुंगवाली, जतिंदर सिंह भल्ला, मास्टर जगसीर सिंह, दीपक गोयल, नछतर सिंह मौड़, छिंदरपाल मौड़, विक्रम लवली, बलजीत बल्ली, मास्टर सुखदीप सिंह, बलविंदर बल्लो, गुरमीत सिंह रामगढ़िया, रघुवीर सिंह, रामफल, हरजिंदर कौर, संदीप सिंह, गायत्री, बिट्टू सिंह, गुरविंदर सिंह, डॉ. राजवीर तलवंडी, गुरदास सिंह समेत अनेक वर्कर शामिल हुए।

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