Bathinda/ विदेशों से गैंगस्टर्स को फंडिग- हथियारों की खरीद करने से लेकर युवाओं को खालिस्तानी गतिविधियों में कर रहे शामिल

-जिला पुलिस ने बबीहा गैंग के गैंगस्टर्स का लगाया पता, पांच लोगों को किया नामजद, एक गिरफ्तार

बठिंडा. पंजाब में बैठे गैंगस्टर्स को विदेशों से फंडिग की जा रही है जिसमें लूटपाट से लेकर विभिन्न वारदातों को अंजाम देने के लिए इनका इस्तेमाल किया जा रहा है। इसका खुलासा बठिंडा पुलिस की तरफ से गिरफ्तार किए दविंदर सिंह बबीहा गैंगस्टर ग्रुप के जगदीप सिंह की गिरफ्तारी से हुआ है। इसमें हालांकि थर्मल पुलिस ने पांच लोगों को मामले में नामजद किया है लेकिन इसमें एक व्यक्ति की गिरफ्तारी की गई है। नामजद किए लोगों में जगदीप सिंह वासी मलके जिला मोगा, बेअंत सिंह वासी माडी मुस्तफा मोगा, राजविंदर सिंह वासी खिड़कीयावाला मुक्तसर, धरमिंदर सिंह वासी गोनियाना जिला बठिंडा व सुक्खा सिंह वासी दुनेके मोगा शामिल है। बठिंडा के आदर्श नगर में गिरफ्तार किए आरोपी गैगस्टर्स जगदीप सिंह ने पुलिस की तरफ से की गई पूछताछ में बताया कि बंबिहा गैंग का सरगना दविंदर बंबीहा था जिसे बठिंडा पुलिस ने 9 सितंबर 2016 को एक एनकाउंटर में मार गिराया था। पंजाब पुलिस ने इसके बाद इस गैंग के कई  सदस्यों को हथियारों सहित गिरफ्तार किया है।

The gangs of 'prosperous' Punjab

गैंग का नया सरगना सुखप्रीत सिंह बूढा बना व सुखप्रीत बूढा ने जून 17, 2018 को बठिंडा के एक व्यवसायी को इसलिए मौत के घाट उतार दिया था, क्योंकि उसे शक था कि उसने पुलिस को देवेंद्र बंबीहा के बारे में जानकारी दी थी और बाद में पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया. पुलिस ने सुखप्रीत बुड्ढा को भगोड़ा घोषित किया। बंबिहा गैंग के सदस्यों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और दूसरे कई राज्यों में 40 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें फिरौती, हत्या, डकैती, लूटपाट और आर्म्स एक्ट से जुड़े अपराध शामिल हैं। इसी कड़ी में सुक्खा सिंह जो विदेश में रहता है ने गैंग को आर्थिक तौर पर सहयोग देने के साथ हथियारों की सप्लाई करने व सुपारी लेकर लोगों की हत्या करने से कार्यों में सहयोग देना शुरू कर दिया। इसमें बठिंडा व आसपास के इलाकों में बैंक डकैती, हत्या व जमीनों पर कब्जा करने जैसी कई वारदातों में इस गैंग का हाथ रहा। फिलहाल गैरकानूनी हथियारों की खरीद करने के लिए विदेशों से फंडिग की जा रही है।

Know about the six notorious gangs of Punjab - punjab - Hindustan Times

खुफिया एजेंसियां पहले ही पंजाब और दूसरे राज्यों की सरकारों को आगाह कर चुकी हैं कि पंजाब के गैंगस्टर देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन गए हैं। दरअसल पंजाब के गैंगस्टर आईएसआई के संपर्क में है जो न केवल इनको बराबर हथियार मुहैया करवाती है बल्कि नशा तस्करी में लिप्त कई गैंगस्टरों को नकली नोट और हेरोइन की सप्लाई भी करती है। अगस्त 2018 में पंजाब पुलिस द्वारा हाल ही गिरफ्तार किए गए बंबीहा गैंग के 11 सदस्यों से चीन में निर्मित हथियार बरामद किए गए थे, जो इस बात का सबूत है। पाकिस्तान से ऑपरेट करने वाले बब्बर खालसा के नए प्रमुख वधावा सिंह पर आईएसआई लगातार पंजाब में नकली करेंसी और हेरोइन तस्करी के लिए दबाव डाल रही है। विदेशों में बैठे खालिस्तानी ग्रुप नकली करेंसी और हेरोइन की स्मगलिंग के जरिए न केवल हथियार खरीद रहे हैं बल्कि उस पैसे से पंजाब के युवाओं को लुभाने का प्रयास भी कर रहे हैं।

सोशल मीडिया के जरिए अपराध

बीते कुछ समय से पंजाब के गैंगस्टर अपनी गतिविधियां चलाने के लिए सोशल मीडिया का खुलकर इस्तेमाल कर रहे हैं. पंजाब की जेलों में बंद बड़े गैंगस्टर अपनी आपराधिक गतिविधियों के अपडेट बकायदा अपने फेसबुक पेज पर साझा करते हैं. पंजाब के लगभग हर गैंगस्टर का अपना फेसबुक पेज है और कई गैंगस्टरों की फैन फॉलोइंग लाखों में है।

जयपाल गैंग ने 30 अप्रैल 2016 को जब फाजिल्का के पूर्व गैंगस्टर और राजनेता जसविंदर सिंह रॉकी की हत्या की थी। उसके बाद जयपाल ने खुद फेसबुक अपडेट के जरिए न केवल इसकी जिम्मेवारी ली थी, बल्कि बठिंडा के एक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को धमकाया भी था। गिरफ्तार किए गए गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह दाहा उर्फ बाबा ने भी पंजाबी गायक परमेश वर्मा पर हमला करने के बाद फेसबुक पर इसकी जिम्मेवारी ली थी। उसने बकायदा सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने के लिए एक एमबीए  गुर्गा भी हायर किया था, जिसे मोहाली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

पंजाब पुलिस ने सोशल मीडिया खासकर फेसबुक और वट्सएप पर गैंगस्टर और अपराधियों की बढ़ती सरगर्मी को देखते हुए बाकायदा एक साइबर सेल का गठन किया है, जो इनकी गतिविधियों पर नजर रखता है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक हाल ही गिरफ्तार किए गए दर्जन से ज्यादा गैंगस्टर सोशल मीडिया पर मिले लिंक्स के जरिए ही पकड़े गए हैं।

पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के प्रमुख के मुताबिक पंजाब की जेलों में 400 से अधिक गैंगस्टर कैद हैं. इसके अलावा पंजाब में 8ए क्लास गैंग्स काम कर रही है और हर गैंग में कम से कम 50 से 60 गैंगस्टर हैं. यानी जितने गैंगस्टर पंजाब की जेलों के भीतर हैं, उतने ही जेलों से बाहर भी सक्रिय हैं.

 

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