Bathinda-डा. विकास छाबड़ा तीसरी बार बने आईएमए बठिंडा के अध्यक्ष
- डा. रविकांत बने आईएमए के सचिव, सर्वसम्मति से किया नई कार्यकारिणी का एलान
बठिंडा. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) बठिंडा की मीटिंग गत रात 9 दिसंबर को हुई। जिसमें एक बार फिर से सर्वसम्मति से डा. विकास छाबड़ा को आईएमए बठिंडा ईकाई का तीसरी बार अध्यक्ष चुना गया। डा. छाबड़ा का साल 2021-22 दो साल का कार्यकाल होगा, जबकि उनके पास आईएमए पंजाब में उपप्रधान की जिम्मेवारी भी है। चुनाव करवाने के लिए डा. राजेश माहेश्वरी की अगुआई में डा. केके बजाज, डा. जीएस गिल, डा. सुरिंदर गर्ग व डा. प्रमोद गोयल की इलेक्शन कमेटी का गठन किया गया था।
जिसने पुरानी कार्यकारिणी को भंग किया, जिसके बाद नए पदाधिकारियों के लिए नोमिनेशन भरने के लिए आठ दिसंबर की तारीख तय की गई, जबकि वापस लेने की तारीख 10 दिसंबर रखी गई थी, लेकिन किसी भी द्वारा अपना नामांकन पत्र नहीं भरे जाने के बाद इलेक्शन कमेटी ने सभी पदाधिकारियों की सर्वसम्मति से डा. विकास छाबड़ा को तीसरी बार बठिंडा ईकाई का प्रधान नियुक्त किया गया, जबकि डा. रविकांत को आईएमए बठिंडा का सचिव नियुक्त किया गया। जबकि उनके पुरानी कार्यकारिणी कमेटी में उपप्रधान की जिम्मेवारी थी।
इसी तरह डा. दीपक बांसल को दूसरी बार कमेटी का फाइनेंस सचिव नियुक्त किया, जबकि उपप्रधान डा. परनीत सिद्धू, डा. रिमांशु बांसल, डा. सौरभ गुप्ता के अलावा ज्वाइंट सचिव डा. अमित अग्रवाल, डा. अश्वनी गोयल व डा. कंवलजीत सिंह को नियुक्त किया गया। इस मौके पर इलेक्शन कमेटी ने डा. छाबडा व उनके नई कार्यकारिणी को बधाई दी। वहीं डा. छाबड़ा व रविकांत ने आईएमए बठिंडा के सभी सदस्यों का आभार प्रकट करते हुए भरोसा दिलाया कि जो जिम्मेवारी उन्हें सौंपी गई है, उसे वह पूरी ईमानदारी से निभाएंगे और बठिंंडा आईएमए की तरक्की के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वह शहर के सभी प्राइवेट व सरकारी डाक्टरों की हर समस्या व मुश्किल को हल करवाने के लिए वचनवद्व रहेंगे।