Bathinda /मरीज की माैत होने पर स्जवनों ने किया कोसमो अस्पताल के बाहर नारेबाजी

उन्होंने आरोप लगााया कि डाक्टर की लापरवाही के कारण ही उसके बेटे की मौत हुई है। उधर अस्पताल के डाक्टर रमन गोयल का कहना है कि मरीज के सिर में गंभीर चोट आई थी, जबकि उसके चेहरे की सारी हड्डियां टूट चुकी थी। वहीं सिर की एक हड्ड्री टूट चुकी थी। आप्रेशन करने के बाद मरीज बिल्कुल ठीक था, लेकिन अचानक की उसकी माैत हो गई है, जिसका कारण उन्हें भी नहीं पता है

बठिंडा. शहर के माहेश्वरी चाैंक के पास स्थित कोसमो अस्पताल में भर्ती एक मरीज की वीरवार देर शाम को मौत हो गई। मौत कैसे किस कारण हुई है, इसका कुछ भी पता नहीं चल सका है, लेकिन मौत से करीब दो घंटे पहले मरीज चमकौर सिंह की नाक की सर्जरी की गई थी। मृतक मरीज के स्वजनों का आरोप है कि डाक्टर की लापरवाही के कारण उनके मरीज की मौत हुई है, जबकि आप्ररेशन के बाद उनका मरीज बिल्कुल ठीक था। जिसके चलते स्वजनों ने अस्पताल के बाहर खड़े होकर हंगामा किया और डाक्टर के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं स्वजनों की तरफ डाक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए थाना सिविल लाइन पुलिस को लिखित शिकायत दी गई।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच शुरु कर दी है, जबकि मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। शुक्रवार सुबह डाक्टरों के बोर्ड की तरफ से मृतक का पोस्टमार्टम किया जाएगा, ताकि मौत के सही कारणों का पता चल सके।
मामले की जानकारी देते हुए मृतक मरीज चमकौर सिंह के पिता मलकीत सिंह निवासी लेहरा मोहब्ब्त ने बताया कि उनका बेटा मलोट के सरकारी कालेज में बतौर सहायक रजिस्ट्रार था। गत दस दिसंबर की शाम को वह ड्यूटी खत्म करने के बाद अपने घर गांव लेहरा मोहब्बत आ रहा था। इस दौरान उसके बेटा का एक्टिडेंट हो गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे पहले गिदड़बाहा के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन बाद में उसे सिविल अस्पताल बठिंडा रेफर कर दिया गया।
बठिंडा अस्पताल में प्राथमिका सहायता देने के बाद उसे कोसमो अस्पताल बठिंडा के लिए रेफर कर दिया गया। दस दिसंबर की रात को उसे कोसमो अस्पताल में भर्ती करवाया गया। चार दिन बाद यानि 14 दिसंबर को डाक्टर ने उसके बेटे को सांस वाली पाइप डाली और उसके जबड़े का आप्ररेशन किया गया। जिसके बाद डाक्टर ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनका मरीज बिल्कुल ठीक है। आप्रेशन के अगले दिन यानि 15 दिसंबर को उसके बेटे के कालेज से कुछ स्टाफ के लोग किसी जरूरी काम के लिए उसके बेटे चमकौर से मिलने के लिए अस्प्ताल आए थे, लेकिन 17 दिसंबर वीरवार को अस्पताल के डाक्टर ने उसके बेटे की नाक की प्लासिटक सर्जरी की और उन्हें भरोसा दिया कि यह एक माइनर आप्ररेशन था, इसलिए खतरे वाली कोई बात नहीं है, लेकिन आप्रेशन के कुछ समय बाद अचानक उनके बेटे की हालत गंभीर होने लगी और उसकी कुछ समय बाद मौत हो गई। उन्होंने आरोप लगााया कि डाक्टर की लापरवाही के कारण ही उसके बेटे की मौत हुई है। उधर अस्पताल के डाक्टर रमन गोयल का कहना है कि मरीज के सिर में गंभीर चोट आई थी, जबकि उसके चेहरे की सारी हड्डियां टूट चुकी थी। वहीं सिर की एक हड्ड्री टूट चुकी थी। आप्रेशन करने के बाद मरीज बिल्कुल ठीक था, लेकिन अचानक की उसकी माैत हो गई है, जिसका कारण उन्हें भी नहीं पता है। मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम होने के बाद ही चलेगा कि मरीज की मौत सिर की चोट के कारण हुई है या फिर दिल का दाैरा पड़ने थे। उन्होंने परिजनों को पोस्टमार्टम करवाने के लिए कहां है, ताकि सच पता चल सके।

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