Bathinda-बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, दो मामले दर्ज पर आरोपी फरार

बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, दो मामले दर्ज पर आरोपी फरार

बठिंडा. जिले में सरकारी विभागों में नौकरी दिलवाने के नाम पर नौजवानों से दो करोड़ तीन लाख रुपए की ठगी मारी गई। फिलहाल बठिंडा में दो मामले सामने आए है जिसमें 63 लाख रुपए की ठगी मारने के मामले में केस दर्ज किया गया है। इसमें आरोपी लोगों ने करीब 33 लोगों को अपना शिकार बनाया। मामले में हैरानी वाली बात यह है कि फौज में नौकरी दिलवाने के नाम पर गिरोह में शामिल मानसा जिले के एक व्यक्ति ने अपने परिवार के साथ मिलकर बठिडा के मौड़ हलके में करीब 45 युवकों को सेना में भर्ती करवाने का झांसा देकर करीब 1.40 करोड़ रुपये की ठगी कुछ माह पहले मारी थी। पीड़ित युवकों ने बठिडा एसएसपी को लिखित शिकायत देकर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करने और उन्हें इंसाफ देने की मांग की थी लेकिन लंबा समय बीतने के बाद भी आरोपी व्यक्ति पर किसी तरह की कानूनी कारर्वाई नहीं की गई। इसके बाद उक्त जालसाज ने बठिंडा के तीन और नौजवानों को अपना शिकार बनाते उनसे 9 लाख की जालसाजी फौज में भर्ती होने के नाम पर मार ली। वही 29 लोगों से 54 लाख की ठगी मारी गई। इस तरह से जालसाज अब तक दो करोड़ तीन लाख की चपत नौजवानों को लगा चुके हैं।

फिलहाल पहला मामला बालियावाली पुलिस ने दर्ज किया है। इसमें जसपाल सिंह वासी खोखर ने शिकायत दर्ज करवाई कि पंजाब में छह लोगों की एक गिरोह लोगों को पुलिस, फूड सप्लाई डिपार्टमेंट व रेलवे में नौकरी दिलवाने का झांसा देते थे। इसमें बलविंदर सिंह, उषा रानी, रंजीत कौर वासी माछीवाड़ा, ताहिर हुसैन वासी मलेरकोटला, भुपिंदर कुमार, एकता वासी माछावाड़ा शामिल थे। गिरोह का सरगना बलविंदर सिंह लोगों को ताहिर हुसैन वासी मलेरकोटला को रेलवे का आला अधिकारी बताता था। वही दूसरे लोगों को विभिन्न विभागों का अधिकृत कर्मी बताकर अपने झांसे में लेता था। इसमें उक्त लोगों ने बालियावाली के अधीन आते विभिन्न गांवों में करीब 29 लोगों को अपने चुंगल में फंसाकर करीब 54 लाख रुपए वसूल कर लिए। आरोपी लोगों से फार्म भरवाने के साथ उनका इंटरव्यू विभिन्न स्थानों में करवाने का नाटक करते थे व कई लोगों को आथार्टी लेटर व ज्वानिंग लेटर देकर कुछ माह में नौकरी पर जाने के लिए कहा जाता था। इन जाली लैटरों के आधार पर वह दूसरे नौजवानों को अपने जाल में फंसाने का काम करते थे। प्रति नौकरी के नाम पर दो से तीन लाख की वसूली की जाती थी जबकि कई लोगों को लैटर आने के बाद बकाया राशि जमा करवाने के लिए कहा जाता था। यह गैंग पंजाब के साथ हरियाणा व राजस्थान में भी सैकड़ों लोगों से ठगी मार चुका है।

इसी एक अन्य मामले में फौज में नौकरी दिलवाने के नाम पर लोगों से डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी मार चुके तीन लोगों के खिलाफ बालियावाली पुलिस ने केस दर्ज किया है। इसमें रमनदीप सिंह वासी चाउंके ने शिकायत दी कि राजपाल सिंह ने एक गिरोह बना रखा है इसमें उसकी पत्नी नेकपाल कौर वासी मानसा, जसपाल सिंह वासी मंडी खुर्द शामिल है। उक्त लोगों का गिरोह बेरोजगार नौजवानों को नौकरी दिलवाने व फौज में भर्ती करवाने के नाम पर करीब तीन लोगों से नौ लाख की वसूली हाल में कर चुका था। जबकि इससे पहले राजपाल ने 45 युवकों से 1.40 करोड़ की ठगी नौकरी दिलवाने के नाम पर मारी जिसमें पीड़ित युवकों ने लोक इंसाफ पार्टी के हलका इंचार्ज रविदर सिंह के साथ मिलकर कुछ समय पहले एसएसपी बठिंडा से मुलाकात की थी। उन्होंने बताया था कि मानसा जिले के रहने वाले राजपाल सिंह ने अपने परिजनों के साथ मिलकर मौड़ मंडी के विभिन्न गांवों के युवाओं को सेना में भर्ती कराने के लिए प्रति युवक से 2 से 2.5 लाख रुपये वसूले और उन्हें फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमाकर फरार हो गया। उन्होंने कहा कि पिछले तीन सालों से राजपाल अब तक 45 युवकों से 1.40 करोड़ रुपये से अधिक का रकम हासिल कर चुका है। रविद्र सिंह ने आरोप लगाया कि उक्त आरोपित राजपाल सिंह दिल्ली के रहने वाले विरेंद्र सिंह नामक व्यक्ति, जिसको वह आर्मी का क्लर्क बताता था, उसके माध्यम से सभी युवाओं को फर्जी नियुक्ति पत्र दे रहा है। जालसाजी का शिकार पीड़ित बलराज सिंह, जगतार सिंह लवप्रीत सिंह अवतार सिंह अमृतपाल सिंह जसपाल सिंह विश्वजीत सिंह गुरविदर सिंह जगमीत सिंह सुखबीर सिंह रमनदीप सिंह गुरसेवक सिंह हरमन प्रदीप मनप्रीत, सुखप्रीत सिंह और महेंद्र सिंह ने कहा कि आरोपित राजपाल सिंह कई युवकों बिहार के दानापुर के एक ट्रेनिग सेंटर में ले गया। उन्होंने कहा कि आरोपित ने उन्हें फर्जी दस्तावेजों की मदद से अलग से खर्च करवाया। फिलहाल करोड़ों रुपए की जालसाजी के इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

अमानत में खयानत-27.93 लाख से अधिक राशि हड़प करने वाले चार लोगों पर केस दर्ज

बठिंडा. जिला पुलिस ने जालसाजी करने व पैसे खुर्दबुर्द करने के मामले में दो स्थानों पर चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले में कोतवाली पुलिस ने 27 लाख 93 हजार 142 रुपए की ठगी मारने वाले एक ही परिवार के तीन लोगों पर मामला दर्ज किया है जबकि सिविल लाइन पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के एक करिंदे पर लोन की किश्तों में हेराफेरी करने का केस दर्ज किया है।

कोतवाली पुलिस के पास दविंदर कुमार गुप्ता वासी मैहणा चौक बठिंडा ने लिखित शिकायत दी है कि उसने मैस.श्री बालाजी इंटरप्राइजेंस के नाम पर पुखराज सिनेमा की बैक साइड में स्करैप का काम किया था। इस काम में अनुभव की बात कर आवेश गोयल. उसके भाई नवनीत गोयल व इनके पिता राकेश कुमार गोयल ने उसने पास काम संभालने की जिम्मेवारी ली थी। उक्त लोगों पर उसने विश्वास कर पूरा काम उनके हवाले कर रखा था। कुछ समय बाद उन्हें ग्राहकों से जानकारी मिली कि उक्त लोग उनकी तरफ से बेचे गए स्क्रैप में बड़े स्तर पर घपला कर रहे हैं। इसके बाद जब उन्होंने ग्राहकों की बिक्री व खरीद को लेकर जांच की तो उन्हें 27 लाख 93 हजार 142 रुपए के घपले की जानकारी मिली। इसमें आरोपी खरीद व उसमें उन्हें फायदे की जानकारी उसे पूरी नहीं देते थे व राशि अपने पास रखकर उसे खर्च कर लेते थे। इसके बाद मामले की जानकारी कोतवाली पुलिस के पास दी गई जिसमें पुलिस ने आरंभिक जांच के बाद तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है लेकिन अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

इसी तरह सिविल लाइन पुलिस के पास अनीश कुमार लीगल एडवाइजर जैना स्माल फाइनेंस बैंक 100 फुटी रोड बठिंडा ने शिकायत दर्ज करवाई कि उनके पास सुभम कुमार वासी भागू रोड बठिंडा सीआरसी का काम करता था व लोन की किश्ते इकट्ठी कर बैंक में जा करवाता था। इसमें पिछले लंबे समय से लोगों की शिकायतें मिल रही थी कि उन्होंने संबंधित व्यक्ति को राशि का भुगतान कर दिया है लेकिन बकाया किश्त बैंक में अभी भी दिखाई जा रही है। इसके बाद बैंक ने मामले की जांच की तो पता चला कि उक्त व्यक्ति ने कई लोगों से किश्ते लेकर खर्च कर ली व बैंक में जमा नहीं करवाई। इस मामले में आरोपी लाखों की ठगी मार चुकी है जिसकी जांच की जा रही है कि उसने कितने लोगों से कितनी रासि वसूल की है।

 

 

 

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