बठिंंडा बार एसोसिएशन चुनाव/एडवोकेट वरिंदर शर्मा ने अपने विरोधी एडवोकेट रोहित रोमाणा को 68 वोटों के अंतर से हरा कर एसोसिएशन की प्रधानगी की हासिल

बठिंडा. शुक्रवार को हुए जिला बार एसोसिएशन के चुनाव में एडवोकेट वरिंदर शर्मा ने अपने विरोधी एडवोकेट रोहित रोमाणा को 68 वोटों के अंतर से हरा कर एसोसिएशन की प्रधानगी हासिल कर ली है। एडवोकेट वरिंदर शर्मा को 538 वोट मिले थे, तो उनके मुकाबले में चुनाव मैदान में उतरे एडवोकेट रोहित रोमाणा को 470 वोट मिले। इसी तरह उप प्रधान पद के लिए मैदान में उतरे एडवोकेट सुर्यकांत सिंगला ने 397 वोट हासिल कर एसोसिएशन के उपप्रधान बने है, जबकि मुकाबले में खड़े हुए एडवोकेट महेश कटारिया 353 व एडवोकेट मनजिंदर सिंह बराड़ को 235 वोट मिले। इसी प्रकार एडवोकेट सुनील त्रिपाठी ने 496 वोट हासिल कर एसोसिएशन के सचिव बने है, जबकि उनके मुकाबले में खड़े एडवोकेट गुरविंदर सिंह सिद्धू को 490 वोट मिले। इसी तरह एडवोकेट गुरप्रीत सिंह ने 424 वोट हासिल कर ज्वाइंट सचिव बने और एडवोकेट सतवीर कौर सिद्धू ने 588 वोट हासिल कर कैशियर बनी है। इसके साथ ही शुक्रवार देर शाम को जिला बार चुनाव- जिला बार एसोसिएशन के चुनाव शंतिपूर्वक संपन्न हुए। इस दाैरान विजेता नई टीम को आरओ ने सार्टिफिकेट देकर उन्हें नए पदाधिकारी बनने पर बधाई दी। वहीं विजेता एडवोकेट के समर्थकों ने ढोल बजकर और नाच गाकर जीत का जश्न मनाया। वहीं लड्डू खिलाकर एक दूसरे का मुंह भी मीठा करवाया। चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद जिला कोर्ट कांप्लेक्स पूरी तरह से जिंदाबाद के नारे से गूंज उठा। सुबह साढ़े आठ बजे शुरु हुई वोटिंग शाम के चार बजे तक जारी रही। जिला बार चुनाव में कुल 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे, जबकि 1147 में 1013 वकीलों ने अपो मत का इस्तेमाल किया, जबकि 4 वोट रद्द किए गए, जबकि 134 वकीलों ने अपना वोट का प्रयोग नहीं किया।

एक महीना चली चुनाव प्रक्रिया के दौरान उम्मीदारों ने अपने अपने तरीके से कैंपेंन की और वकील साथियों को कनविंस करने की कोशिश की। पांच पदों पर चुनाव के लिए कुल 12 उम्मीदवार मैदान में थे। तीन पदों पर दो -दो उम्मीदवार ही मैदान में उतरे हुए हैं जबकि दो पदों के लिए तीन तीन उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा रहे थे। इस बार के बार एसोसिएशन चुनाव इस मायने में भी महत्वपूर्ण रहे कि विधानसभा चुनाव कुछ समय बाद होने जा रहे हैं। समाज में वरिष्ठ स्थान रखने वाले वकीलों को हर पार्टी अपने पक्ष में करने व अपने समर्थित उम्मीदवार को मैदान में उतारने के लिए पूरा जोर लगा रही थी व इसमें कांग्रेस, अकाली दल के साथ आप पार्टी ने सर्वाधिक जोर अपने समर्थित उम्मीदवार को जीताने में लगा रखा था। वही पिछले दिनों इसी कड़ी में वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल कचहरी परिसर में गए थे व काम्प्लेक्स का लंबित काम पूरा करवाने व सुविधाएं प्रदान करने की घोषणा कर चुके थे। वही अकाली दल के सरूपचंद सिंगला ने भी अपने पक्ष को मजबूत करने के लिए वकीलों से राबता कायम रखा था। हालांकि बार एसोसिएशन के चुनाव किसी पार्टी के पक्ष न सिंबल में नहीं लडे जाते हैं, लेकिन चुने जाने वाले प्रतिनिधि किसी न किसी पार्टी की विचारधारा से जुड़े रहे हैं व लोकसभा व विधानसभा चुनावों में खुलकर वोटिंग के लिए अपील भी करते रहे हैं। वही बार रूम व कचहरी परिसर में विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठके चुनाव के दौरान होती रही है। इस स्थिति में य़ह चुनाव राजनीतिक दलों के लिए अहम रहते हैं।

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