कर्नाटक संकट: येदियुरप्पा का दावा- हमारे पास बहुमत, इस्तीफा दें CM कुमारस्वामी

कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने पहली बार कर्नाटक संकट पर बहुमत का दावा किया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी के पास विधानसभा में बहुमत है, इसलिए वे सरकार बनाएंगे. येदियुरप्पा ने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को इस्तीफा देना चाहिए.

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बेंगलुरु. कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष येदियुरप्पा ने पहली बार कर्नाटक संकट पर बहुमत का दावा किया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी के पास विधानसभा में बहुमत है, इसलिए वे सरकार बनाएंगे. येदियुरप्पा ने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को इस्तीफा देना चाहिए. अगर वे इस्तीफा नहीं देंगे, तो हम गठबंधन सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट करेंगे.

हालांकि येदियुरप्पा ने कहा कि स्पीकर के काम करने के अंदाज पर हम कुछ नहीं कहेंगे. लेकिन कल हम गांधी मूर्ति के सामने धरना देंगे क्योंकि हमारे पास बहुमत है.

गौरतलब है कि कर्नाटक में सियासी संकट जारी है. कांग्रेस और जनता दल(सेक्यूलर) की सरकार गिरने का खतरा बना हुआ है. कांग्रेस के 13 विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में कुमारस्वामी की सरकार का गिरना तय माना जा रहा है. इसी बीच कार्नाटक में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) का एक दल स्पीकर से मिलने उनके चैंबर में पहुंचा था, लेकिन विधानसभा स्पीकर ने मिलने से मना कर दिया.

एक तरफ लोकसभा में विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कर्नाटक में जद (एस)- कांग्रेस की गठबंधन सरकार गिराना चाहती है, वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के लिए बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की. कर्नाटक में वर्तमान राजनीतिक स्थिति के विरोध में विपक्ष ने संसद से बहिर्गमन कर दिया.

सिद्धारमैया ने यहां कहा, “बीजेपी ने हमारे विधायकों को तोड़ने के लिए पैसे का इस्तेमाल किया है.”  एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी एक घंटे का धरना देगी और इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार से मिलेगी और मंत्रिमंडल का पुनर्गठन भी करेगी.

पिछले दो दिनों से राज्य की राजनीति में उथल-पुथल के कारण सत्तारूढ़ गठबंधन दलों ने आपस में और सहयोगी दलों से मिलकर महत्वपूर्ण वार्ताएं की हैं और ऐसे में बीजेपी की शोभा करांदलाजे ने कहा कि राजनीतिक संकट के और गंभीर होने पर सिर्फ राज्यपाल ही कदम उठा सकते हैं. विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने मामले को सूचीबद्ध किया है वहीं इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस के बागी विधायकों ने पार्टी की विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक में भाग नहीं लिया.

बीजेपी विधायक दल से मिलने से स्पीकर का इनकार

कर्नाटक में सियासी संकट जारी है. कांग्रेस और जनता दल(सेक्यूलर) की सरकार गिरने का खतरा बना हुआ है. कांग्रेस के 13 विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में कुमारस्वामी की सरकार का गिरना तय माना जा रहा है. इसी बीच कार्नाटक में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) का एक दल स्पीकर से मिलने उनके चैंबर में पहुंचा था, लेकिन विधानसभा स्पीकर ने मिलने से मना कर दिया.

विधायक दल 15 से 20 मिनट तक इंतजार कर रहा, लेकिन विधानसभा स्पीकर ने मुलाकात नहीं की. बीजेपी के विधायक दल का कहना है कि हमें स्पीकर की ओर से एक संदेश मिला कि स्पीकर आज दफ्तर नहीं आ रहे हैं. इसके बाद विधायक दल को वापस जाना पड़ा.

गौरलतब है कि कर्नाटक में सियासी संकट के लिए विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगा रही हैं. मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के 10 से ज्यादा विधायक पिछले कुछ दिनों से लगातार बीजेपी के संपर्क में बने हुए हैं. ऐसे में अगर कुमारस्वामी अपनी सरकार नहीं बचा पाते हैं, तो मामला बीजेपी की पड़ले में जा सकता है.

इधर राज्यसभा में कर्नाटक में छिड़े सियासी घमासान का मुद्दा उठा. कांग्रेस सांसदों ने किया हंगामा, कर्नाटक में कुमार स्वामी सरकार पर और गहराया संकट. व्हिप के बावजूद कांग्रेस की बैठक में नहीं पहुंचे 10 और विधायक. खबर के मुताबिक कांग्रेस के 8 विधायकों ने निजी कार्य़ों के चलते बैठक में नहीं आने की ली थी मंजूरी.

स्पीकर का बयान, 13 बागी विधायकों में से 8 के इस्तीफे कानून सम्मत नहीं

कर्नाटक में राजनीतिक संकट जारी है। ये बात अलग है कि कांग्रेस और जेडीएस को यकीन है कि बीजेपी की कोशिश नाकाम होगी। कांग्रेस और जेडीएस का कहना है कि बीजेपी किसी तरह कर्नाटक की सत्ता पर काबिज होती है। लेकिन बीजेपी नेताओं का कहना है कि कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में है और उसे तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। इन सबके बीच जेडीएस विधायक कर्नाटक के कोडगू की जगह अब गोवा में है। इसके साथ ही कांग्रेस और जेडीएस के विधायक मुंबई में डेरा डाले हुए हैं।

यहां हम आपको बताएंगे कि अगर कुमारस्वामी सरकार गिर जाती है या इस्तीफा देती है तो क्या बीजेपी सरकार बना पाएगी।इसके लिए कर्नाटक विधानसभा की गणित को समझना जरूरी है। कर्नाटक विधानसभा में मौजूदा समय में 224 विधायक हैं। किसी भी पार्टी को सरकार में बने रहने के लिए 113 विधायकों का समर्थन होना जरूरी है। लेकिन कांग्रेस के 10, जेडीएस के 3 और दो निर्दलीय विधायकों के पाला बदल के बाद तस्वीर बदल गई है। अगर बागी विधायकों की बात करें तो यह संख्या 15 हो जाती है। इसका अर्थ ये है कि कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस और जेडीएस को महज 104 विधायकों का समर्थन हासिल है।

कर्नाटक राजनीतिक संकट अपडेट्स

कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर बताया है कि किसी भी बागी विधायक ने उनसे मुलाकात नहीं की। राज्यपाल ने उन पर यकीन जताया है कि वो संवैधानिक व्यवस्था का पालन करेंगे। 13 में से 8 इस्तीफे कानून के तहत नहीं हैं। उन्होंने बागी विधायकों को व्यक्तिगत तौर पर हाजिर होने को कहा है।

कांग्रेस के बागी विधायकों में से एक एस टी सोमशेखर ने कहा कि 10 विधायकों ने अपना इस्तीफा स्पीकर और राज्यपाल को सौंप दिया था। हम लोग अभी भी कांग्रेस में हैं। लेकिन एमएलए पद से इस्तीफा दे दिया है। हम लोगों को मंत्रिपद की लालसा नहीं है। कर्नाटक के लोग मैत्री सरकार नहीं चाहते हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कर्नाटक मुद्दे पर कांग्रेस के रवैये की आलोचना की। लोकसभा में उन्होंने कहा कि वहां जो कुछ हो रहा है वो कांग्रेस का आंतरिक मामला है और वो खुद जिम्मेदार है। कांग्रेस के लोग अपने घर को संभाल नहीं पा रहे हैं और लोकसभा की कार्यवाही को बाधा पहुंचा रहे हैं।

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