इमरान खान कश्मीर पर पगलाया, भूखा मर रहा देश और न्यूक्लियर हमले की दी गीदड़ भभकी, कहा- कश्मीर पर हर हद तक जाएंगे

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्र के नाम किए गए संबोधन में कहा कि मैंने भारत से कहा था कि कश्मीर मामले का हल बातचीत से निकले. लेकिन हमें मुद्दे मिलते रहे. जब भी हम कश्मीर पर बात करना चाहते थे, वे आतंकवाद पर बोलते रहे.

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान की हालत कश्मीर पर दिनों दिन पतली हो रही है। विश्व में अपनी जमकर बेइज्जति करवाने के बाद अब फिर कश्मीर पर  अलाप रागते भारत पर परमाणु हमले की धमकी दी है। इमरान खान की हालत यह हो गई है कि वह अपने देश के लोगों को दो समय की रोटी तो नहीं दे पा रहा है वही अब कश्मीर के लोगों की भलाई के लिए लड़ने की बात कर रहा है। पाकिस्तान के लोगों का असल मुद्दों से ध्यान हटाकर कश्मीर पर रट लगाकर बैठे इमरान खान ने आज राष्ट के नाम संबोधन किया। इसमें पाकिस्तान की बात कही भी नहीं की बल्कि कश्मीर का अलाप रटते हुए पिछले कुछ दिनों से विश्व के विभिन्न मोर्चों में हुई अपनी बेइज्जती का जिक्र किया। यहां तक कि इस्लामिक देशों को भी दगाबाज कहने से नहीं चुके।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने राष्ट्र को संबोधन में इमरान खान कश्मीर का रोना रो रहे हैं. संबोधन की शुरुआत में इमरान खान ने कहा कि आज हम कश्मीर को लेकर आपसे बात करेंगे. उन्होंने कहा कि हम एक ऐसे मंच पर आ गए हैं जहां निर्णय लेने की जरूरत है कि कश्मीर पर क्या किया जाना चाहिए.

इमरान खान ने भारत को कश्मीर मुद्दे पर न्यूक्लियर हमले की गीदड़भभकी देते हुए कहा हम कश्मीर के लिए हर हद तक जाएंगे.हमने कश्मीर मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण किया है.

इमरान ने कहा कि जब मेरी सरकार आई तो मेरी पहली कोशिश थी रोजगार बढ़ाया जाए. जलवायु परिवर्तन भारत और पाकिस्तान दोनों को प्रभावित करता है. इसलिए हम सभी पड़ोसियों के साथ दोस्ती करना चाहते थे. मैंने कहा था कि हिंदुस्तान एक कदम लेगा तो हम आपके तरफ दो कदम आएंगे.

इमरान खान ने कहा कि मैंने भारत से कहा था कि कश्मीर मामले का हल बातचीत से निकले. लेकिन हमें मुद्दे मिलते रहे. जब भी हम कश्मीर पर बात करना चाहते थे, वे आतंकवाद पर बोलते रहे. इसके बाद भारत में चुनाव आए और हमने उनके पाकिस्तान विरोधी अभियानों को देखा.

इमरान खान ने कहा कि हम कश्मीर मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण करने में सफल रहे हैं. हमने विश्व के सभी प्रमुख देशों से इस संबंध में बातचीत की है. यूनाइटेड नेशन में 1965 के बाद पहली बार कश्मीर मामले पर चर्चा हुई. विदेशी मीडिया ने इस पर चर्चा की.

इमरान खान ने कहा कि  मैं यूएन के जनरल असेंबली में 27 सितंबर को कश्मीर मुद्दे पर चर्चा करूंगा. वैश्विक मंच पर कश्मी मामले को उठाऊंगा.इससे पहले उन्होंने देश के लोगों को हर रोज अपने पैरों में आधा घंटा खड़े होकर विरोध जताने के लिए कहा। इमरान खान ने मोदी सरकार को घेरते दूसरे दलों की तारीफ की वही कहा कि कश्मीर से कर्फयू हटाकर देखों फिर बताएंगे कि वहां क्या होने वाला है। उन्होंने लोगों से कश्मीर में कर्फयू हटने का इंतजार करने व बाद में वहां दंगे फसाद करवाने की सलाह तक दे डाली।

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