फॉरवर्ड पोस्ट पहुंचे सेना प्रमुख, चीनी सेना से लोहा लेने वाले जवानों को किया सम्मानित
सेना प्रमुख एम.एम. नरवणे ने ईस्टर्न लद्दाख के फॉरवर्ड पोस्ट पर उन जवानों को प्रशस्ति पत्र दिया, जिन्होंने चीनी सेना के साथ मोर्चा लिया था.
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सेना प्रमुख एम. नरवणे का लद्दाख दौरा
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झड़प में शामिल हुए जवानों को किया सम्मानित
भारत-चीन बॉर्डर पर लद्दाख में 15 जून को दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. इस झड़प में भारत के बीस जवान शहीद हुए थे, लेकिन भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया था. आज जब सेना प्रमुख एम.एम. नरवणे पूर्वी लद्दाख की फॉरवर्ड पोस्ट पर पहुंचे तो उन्होंने सैनिकों का सम्मान किया.
सेना प्रमुख एम.एम. नरवणे ने ईस्टर्न लद्दाख के फॉरवर्ड पोस्ट पर उन जवानों को प्रशस्ति पत्र दिया, जिन्होंने चीनी सेना का डटकर मुकाबला किया था. आपको बता दें कि मंगलवार से ही सेना प्रमुख लद्दाख के दौरे पर हैं, कल उन्होंने घायल जवानों से मुलाकात की थी. और उन्हें शाबाशी देते हुए कहा था कि अभी काम पूरा नहीं हुआ है. अब बुधवार को सेना प्रमुख ईस्टर्न लद्दाख में फॉरवर्ड पोस्ट पर पहुंचे हैं, ये वही इलाका है जहां पर भारत और चीन के बीच तनाव बरकरार है.
General MM Naravane #COAS visited forward areas in Eastern #Ladakh and reviewed operational situation on the ground. #COAS commended the troops for their high morale and exhorted them to continue working with zeal and enthusiasm.#NationFirst pic.twitter.com/gc0rmw69Fs
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) June 24, 2020
सेना प्रमुख के साथ उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी और कॉर्प कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह भी फॉरवर्ड लोकेशन पर मौजूद हैं. यहां पर सेना प्रमुख हालात का जायजा लेंगे, वहां पर तैनात कमांडर्स से चर्चा करेंगे. बता दें कि सूत्रों का कहना है कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच सिर्फ 15 जून को ही झड़प नहीं हुई है. बल्कि कई मौकों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने आए हैं, चीनी सैनिकों ने गलवान घाटी, पैंगोंग लेक के पास काफी सामान इकट्ठा कर लिया है और इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है. ऐसे में भारत की मांग है कि इसे तुरंत हटाया जाए.
दोनों देशों की सेनाएं लगातार बातचीत कर रही हैं और बीते दिनों हुई कॉर्प्स कमांडर लेवल की बात में इसबात पर सहमति बनी है कि चीनी सेना पीछे हटेगी और अप्रैल से पहले की स्थिति लागू की जाएगी. इसके अलावा बुधवार को कूटनीतिक लेवल पर भी दोनों देशों के बीच बात शुरू होगी.