बठिंडा – बठिंडा के बलवंत गार्गी ओपन एयर थेटर में नाट्यम बठिंडा की तरफ से करवाए जा रहे 15 दिवसीय 10वें राष्ट्रीय नाट्यम महोत्सव के तीसरे दिन भोपाल से चिल्ड्रेन थियेटर अकैडमी की तरफ से भारतएंदू हरीशचन्दरा का लिखा और शुशरुत्त गुप्ता का निर्देशित नाटक अंधेर नगरी, चौपट राजा, सीनियर कलाकार प्रेम गुप्ता की अगुवाई में पेश किया गया। एक मूर्ख राजो के डगमगाते, अनियंत्रित राज -प्रबंधन पर चोट करते हुए इस नाटक ने दर्शकों को खूब हसाया। नाटक की ख़ासियत का जिकर करते प्रेम गुप्ता ने बताया कि यह भारत का पहला हिंदी नाटक है, जो 1881 में लिखा गया था और जिस दिन यह नाटक लिखा गया, उसी दिन ही इसको पेश भी किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि राज -सत्ता और प्रबंधन पर अपने तीखे व्यंग्य की पेशकारी के साथ यह नाटक आज भी उतना ही सार्थक है।
नाट्य महोत्सव बारे बात करते नाट्यम के निर्देशक कीर्ति कृपाल और चेयरमैन डा. कशिश गुप्ता ने बताया कि उन की तरफ से दर्शकों को हंसाने वाले कॉमेडी नाटक भी विशेष तौर पर शामिल किये गए हैं, जिन में से एक अंधेर नगरी, चौपट राजा था और आगे भी दर्शकों को देश भर से अलग अलग टीमों की तरफ से पेश किये जाने उम्दा दर्जे के नाटक 14 अक्तूबर तक हर शाम देखने को मिलेंगे।
नाटक दौरान समाज सेवीं विकास ग्रोवर, डा. रविंद्र कम्बोज़ और नौरथ ज़ोन कल्चरल सैंटर पटियाला से रविंद्र शर्मा विशेष तौर पर पहुँचे।