बेबी का ख्याल रखने के साथ साथ मम्मी खुद के लिए भी निकाले समय – डा. समता
सर्द मौसम में उदासी या डिप्रेशन एक सामानय़ समस्या, परिवार वाले भी साथ दे
बठिंडा, 1 जनवरी : डिलीवरी के बाद मां बहुत से मानसिक एवं शारीरिक बदलाव से गुज़र रही होती है। ऐसे में ठंडा मौसम उसे और भी ज़्यादा चुनौती वाला बना सकता है क्योंकि सर्द मौसम में बहुत से लोगों को अकसर उदासी या डिप्रेशन का सामना करना पड़ता है। इसी तरह जो भी महिला सर्द मौसम में मां बनी हो उसके लिए हालात और भी गंभीर बन जाते है क्यूंकि मानसिक रूप में वो पहले ही हलके तनाव में होती है। ऐसे में उसके परिवार वाले भी साथ दे। यह जानकारी बठिंडा शहर में ग्लोबल वेलनेस सेंटर में मानसिक मुश्किलों से जूझ रहे लोगों को नई दिशा दिखाने वाली साइकोलॉजिस्ट डा समता ने साझा की।
इस मौके डा. समता ने कहा कि मां बनने के बाद एक महिला की दिन-चर्या बहुत व्यस्त हो जाती है और उसे अपने से भी ज़्यादा अपने शिशू का ख्याल रखना होता है। पर फिर भी मातायोँ को खुद के लिए समय ज़रूर निकालना चाहिए। महिला को चाहिए कि वो अच्छी नींद से अपने शरीर को तो आराम दे ही साथ ही अपनी मानसिक सिहत के लिए मनोरंजन जैसे कि किताब पढ़ना, फिल्म देखना आदि जो भी पसंद हो ज़रूर करे। डा समता ने डाइट पर विशेष ध्यान देते हुए कहा कि ठंड के समय अकसर सभी को गर्म हैवी डाइट पसंद होती है। ऐसे में यदि माता का भी मन करे तो वो यह सब अपने खाने में ले सकती है पर इस के साथ ही वो अच्छी हल्की डाइट और फाइबर व प्रोटीन का सेवन ज़रूर जारी रखें।
माहिर डाक्टर ने बताया कि अकेली माता ही नहीं बल्कि पूरे परिवार की जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है। ऐसे में परिवार न केवल नव जन्में शिशु से लाड करे बल्कि उसकी माता का भी पूरा ख्याल रखे। उन्होंने कहा कि उनकी क्लिनिक पर इस बात को ध्यान में रखते हुए पूरे परिवार की काउंसलिंग की जाती है। जिसमें शिशु के माता पिता के इलावा दादा दादी सहित अन्य परिवार के सदस्यों को भी साथ बिठा कर बात की जाती है और उनकी सारी शंकाओं को दूर किया जाता है जिस में ज़रूरत पड़ने पर एक से अधिक सेशन भी लिए जाते है।
जसप्रीत सिंह बठिंडा, (मीडिआ अधिकारी)
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