आंखों में जलन, सांसों में घुटन, हर तरफ धुएं की चादर…प्रदूषण के डेंजर जोन में दिल्ली

दिल्ली की हवा लगातार खराब होती जा रही है. हालात ऐसे हो गए हैं कि दिल्ली में हेल्थ इमरजेंसी लगानी पड़ी है. 5 नवंबर तक स्कूलों में भी छुट्टी का ऐलान कर दिया गया है. गहरे धुंध में इंडिया गेट, रायसीना हिल, लालकिला, संसद भवन, अक्षरधाम मंदिर आदि सब छिपे नजर आ रहे हैं. हर तरफ धुएं की चादर फैली हुई है और और उसने पूरी दिल्ली को अपने आगोश में ले लिया है.

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  • दिल्ली में 5 नवंबर तक स्कूलों में छुट्टी का ऐलान
  • हरियाणा के हिसार में AQI का स्तर 800 से ऊपर
  • यूपी की योगी सरकार भी हुई सतर्क, दिए निर्देश
  • हरियाणा-पंजाब में अब भी जलाई जा रही पराली

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दमघोंटू हवा से हाहाकार मचा हुआ है. यहां पर सांस लेना दूभर हो गया है. स्कूल बंद कर दिए गए हैं. निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है. हालात इतने खतरनाक स्तर पर पहंच गए हैं कि पहले ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए बांग्लादेश के क्रिकेटर मास्क पहनकर मैच प्रैक्टिस करने पर मजबूर हैं. दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से ऊपर तक पहुंच गया है.दिल्ली की हवा लगातार खराब होती जा रही है. हालात ऐसे हो गए हैं कि दिल्ली में हेल्थ इमरजेंसी लगानी पड़ी है. 5 नवंबर तक स्कूलों में भी छुट्टी का ऐलान कर दिया गया है. गहरे धुंध में इंडिया गेट, रायसीना हिल, लालकिला, संसद भवन,  अक्षरधाम मंदिर आदि सब छिपे नजर आ रहे हैं. हर तरफ धुएं की चादर फैली हुई है और और उसने पूरी दिल्ली को अपने आगोश में ले लिया है.

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हिसार का AQI 825 तक पहुंचा

प्रदूषण के लगातार गिरते स्तर को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के पैनल EPCA की तरफ से पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी का ऐलान कर दिया गया है. हालात को बेकाबू होते देख स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है. दमघोंटू हवा के कारण सीने में जलन और आंखों में आंसू जैसी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के अनुसार, दिल्ली के आया नगर में 413, द्वारका सेक्टर में 411, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 443, ओखला फेज 2 443, पटपड़गंज में 428, रोहिणी में 413, आनंद विहार में 464, अशोक नगर में 447 के बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है.

दिल्ली से सटे हरियाणा के हिसार में एयर क्वालिटी इंडेक्स 825 तक जबकि नोएडा में 638 तक पहुंच गया है.

aqi-1-nov_110219010544.png1 नवंबर, 2019 का स्टेटस (DIU)

दमघोंटू हवा के बीच राजनीति शुरू

दमघोंटू हवा के बीच दिल्ली में राजनीति भी हो रही है. चुनाव से पहले इस बड़ी मुसीबत को भुनाने में सभी राजनीतिक दल लगे हुए हैं. सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी हो या बीजेपी दोनों के बीच मास्क बांटने की होड़ लग गई है.दिल्ली के बच्चों को प्रदूषण से बचाने के लिए शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकारी स्कूल में बच्चों को मास्क बांटे, लेकिन इस दौरान वो  राजनीति करने से बाज नहीं आए और प्रदूषण का सारा ठीकरा पंजाब और हरियाणा के सिर फोड़ दिया.

आम आदमी पार्टी की ओर से मास्क बांटे जाने के बाद बीजेपी भी लोगों को मास्क बांटने के अभियान में जुट गई. सुभाष नगर में सांसद रमेश बिधूड़ी समेत कई बीजेपी नेताओं ने एनजीओ के साथ मिलकर एमसीडी स्कूल में बच्चों को मास्क बांटे और प्रदूषण पर नसीहत दी. हालांकि उन्होंने किसी प्रदूषण के लिए केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराया.

प्रदूषण को लेकर दिल्ली में आम आदमी पार्टी की महिला कार्यकर्ता बीजेपी के खिलाफ सड़क पर उतरीं तो वहीं बीजेपी नेता विजय गोयल भी एक दिन के सांकेतिक उपवास पर बैठ गए.

योगी सरकार भी हुई सतर्क

पंजाब, हरियाणा और दिल्ली को चपेट में लेने के बाद अब धुएं की चादर उत्तर प्रदेश की तरफ भी पैर पसारती जा रही है. एनसीआर के साथ स्मॉग और प्रदूषण से लेकर यूपी की राजधानी लखनऊ और प्रदेश के बाकी इलाकों की हवा भी बेहद खराब हो गई है.

दमघोंटू दिल्ली की हालत देखकर अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भी प्रदूषण को लेकर सतर्क हो गई है. आनन फानन में शुक्रवार को देर शाम सीएम योगी आदित्यनाथ ने संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ प्रदूषण पर बैठक की और प्रदूषण से निपटने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाने को कहा. प्रदूषण को लेकर बुलाई गई बैठक में सीएम योगी की ओर से अधिकारियों को निर्देश भी दिए गए.

प्रदेश सरकार की ओर से दिशा-निर्देश

  • जहां भी निर्माण कार्य चल रहा है, उसे कवर किया जाए
  • जहां धूल हो वहां पानी का छिड़काव हो
  • कूड़े का सही तरीके से निपटारा किया जाए
  • फैक्ट्रियां और प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों की चेकिंग हो
  • स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम अलग-अलग इलाकों में फॉगिंग कराए
  • पीडब्ल्यूडी को ज्यादा प्रदूषण वाले इलाकों में कुछ वक्त के लिए काम रोकने को भी कहा गया

खतरनाक स्तर पर पहुंचे हालात को देखते हुए राजधानी लखनऊ में नगर निगम के अधिकारियों ने पेड़ों और सड़कों पर पानी का छिड़काव शुरू कर दिया है.निगम की गाड़ियां लखनऊ की सड़कों पर प्रदूषण से बचने के लिए छिड़काव करती दिखाई दे रही है. वहीं ग्रेटर नोएडा में भी प्रशासन ने कई ईंट के भट्टों के खिलाफ कार्रवाई की है.

पराली जलाने पर बैन से किसानों का प्रदर्शन

वहीं हरियाणा के कई जिलों में पराली की आग विरोध की चिंगारी भड़का रही है. रोहतक में पराली जलाने से रोक लगाने पर किसानों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने पराली जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. किसानों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि सिर्फ प्रदूषण के लिए पराली को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है जबकि पटाखों और वाहनों से प्रदूषण के स्तर में इजाफा हो रहा है.

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हरियाणा में पराली की लड़ाई अब हिंसक होती जा रही है. फतेहाबाद जिले में पराली जलाने से रोकने पर किसानों ने बंधक बना लिया. किसानों ने अधिकारियों और जमकर खरी-खोटी सुनाई. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह किसानों की गिरफ्त से अधिकारियों को आजाद कराया.

अब भी जलाई जा रही पराली

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पराली जलाने पर रोक लगाने की बात लगातार कर रहे हैं तो हरियाणा और पंजाब के कई इलाकों में पराली जलाने का सिलसिला जारी है. हरियाणा के सिरसा और पंजाब के तरनतारन समते कई अन्य इलाकों में भी पराली का जलना लगातार जारी है. लेकिन पराली के जलने से हर तरफ धुआं ही धुआं फैलता जा रहा है और हवा में जहर घुल रहा है.

देश के चार राज्यों में धुएं और प्रदूषण ने सरकारों की नाक में दम कर दिया है. वक्त रहते सरकार की तरफ से इस सफेद संकट से निपटने के उपाय नहीं किए गए तो नतीजे बेहद गंभीर हो सकते हैं.

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