उन्नाव / दो दिन पहले जमानत पर छूटे गैंगरेप के आरोपियों ने पीड़ित को जलाया, 90% झुलसी; एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा गया
एसपी विक्रांत वीर ने बताया कि पीड़ित की हालत गंभीर है। वह 90% जल चुकी है। युवती ने बयान में आरोपियों के नाम बताए हैं। पुलिस ने बताया कि शुभम और शिवम गैंगरेप मामले में दो दिन पहले ही जेल से जमानत पर रिहा हुए थे। रायबरेली कोर्ट के आदेश पर रेप का केस दर्ज किया गया था।
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गुरुवार तड़के 4 बजे की घटना, सभी 5 आरोपी गिरफ्तार, पीड़ित लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती
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दो दिन पहले ही जमानत पर रिहा हुए थे गैंगरेप के दोनों आरोपी शुभम और शिवम
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5:55 बजे पर गैंगरेप पीड़ित को सिविल अस्पताल से एयरपोर्ट के लिए रवाना किया गया
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ग्रीन कॉरिडोर बना, 27 किमी की दूरी 25 मिनट में तय हुई; 6.30 बजे विमान ने उड़ान भरी
उन्नाव. उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दो दिन पहले जमानत पर छूटे गैंगरेप के 2 आरोपियों ने गुरुवार तड़के पीड़ित युवती को जला दिया। पुलिस ने युवती को गंभीर हालत में जिला अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर भेजा। पीड़ित को पांच आरोपियों ने आग लगाई। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें शिवम त्रिवेदी, उसके पिता रामकिशोर, शुभम त्रिवेदी, हरिशंकर और उमेश बाजपेयी शामिल हैं। इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने रिपोर्ट मांगी है। पीड़ित को एयर एंबुलेंस से दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल ले जाया गया।
सिविल हॉस्पिटल के डायरेक्टर एस नेगी ने बताया कि उसे एयरलिफ्ट किया जाएगा। लखनऊ पुलिस को हॉस्पिटल तक एयरपोर्ट तक ग्रीन कॉरिडोर बनाने के लिए कहा गया है। शाम 6.30 बजे पीड़ित को दिल्ली ले जाया जाएगा। पुलिस के मुताबिक, घटना बिहार थाना क्षेत्र के हिंदूनगर की है। पीड़ित गैंगरेप मामले की सुनवाई के लिए रायबरेली कोर्ट जा रही थी। वह ट्रेन पकड़ने के लिए जा रही थी, तभी रास्ते में पहले से बैठे दोनों मुख्य आरोपी शुभम और शिवम त्रिवेदी और उनके तीन साथियों ने युवती को घेरा। इसके बाद उस पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी।
5:55 बजे पर गैंगरेप पीड़ित को सिविल अस्पताल से एयरपोर्ट के लिए रवाना किया गया। इसके लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। 27 किमी की दूरी 25 मिनट में तय हुई। शाम 6.30 बजे पर एयरलिफ्ट करके दिल्ली ले जाया गया। वहां उसे सफदरगंज हॉस्पिटल में एडमिट किया जाएगा।
पुलिस ने कहा- युवती ने बयान में आरोपियों के नाम बताए
एसपी विक्रांत वीर ने बताया कि पीड़ित की हालत गंभीर है। वह 90% जल चुकी है। युवती ने बयान में आरोपियों के नाम बताए हैं। पुलिस ने बताया कि शुभम और शिवम गैंगरेप मामले में दो दिन पहले ही जेल से जमानत पर रिहा हुए थे। रायबरेली कोर्ट के आदेश पर रेप का केस दर्ज किया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा- पीड़ित को चिकित्सा सुविधा मिलेगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि पीड़ित काे सरकारी खर्च पर हरसंभव चिकित्सा सुविधा दी जाएगी। प्रदेश सरकार मामले की पैरवी कर शीघ्र न्याय दिलवाएगी। योगी ने इस मामले में कमिश्नर और डीआईजी से आज शाम तक पूरी रिपोर्ट मांगी है।
दिसंबर 2018 में गैंगरेप, 4 महीने बाद केस दर्ज हुआ था
मार्च में युवती ने गैंगरेप की एफआईआर दर्ज कराई थी। युवती ने बताया था कि गांव के रहने वाले शिवम त्रिवेदी से उसका प्रेम संबंध था। शिवम ने उसका रायबरेली ले जाकर रेप किया और वीडियो बना लिया। इसके बाद लगातार रेप करता रहा। शादी का दबाव बनाया तो रायबरेली ले जाकर एक कमरे में रख दिया। यहां नजरबंद कर दिया। इसके बाद 12 दिसंबर 2018 को आरोपी शिवम अपने साथी शुभम त्रिवेदी के साथ आया। दोनों मंदिर में शादी कराने के बहाने ले गए और गैंगरेप किया। बिहार पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर आरोपी शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
आयोग ने पुलिस अधिकारियों पर हुई कार्रवाई का ब्योरा मांगा
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने रेप पीड़ित को जलाए जाने के मामले में उप्र के डीजीपी ओपी सिंह को पत्र लिखा है। आयोग ने इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। इसमें पूछा गया है कि पीड़ित को सुरक्षा मुहैया नहीं कराने पर किन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। आयोग ने पीड़िता के केस दर्ज करवाने की तारीख से अब तक की कार्रवाई का पूरा ब्योरा मांगा है।
प्रियंका ने कहा- भाजपा नेताओं को फर्जी प्रचार से निकलना चाहिए
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने महिला अपराध पर केंद्रित एक खबर को ट्वीट करते हुए लिखा- कल देश के गृह मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने साफ-साफ झूठ बोला कि यूपी की कानून व्यवस्था अच्छी हो चुकी। हर रोज ऐसी घटनाओं को देखकर मन में रोष होता है। भाजपा नेताओं को भी अब फर्जी प्रचार से बाहर निकलना चाहिए।
उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री का ट्वीट
उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाये जाने के दुस्साहस की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार का सामूहिक इस्तीफ़ा होना चाहिए.
माननीय न्यायालय से गुहार है कि वो इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पीड़िता के समुचित उपचार व सुरक्षा की तत्काल व्यवस्था के निर्देश दे.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 5, 2019