साध्वी प्रज्ञा मौन रहकर मंदिरों में कर रहीं पूजा-पाठ, चुनाव आयोग ने लगाया है 3 दिन का बैन, अब माफी मांगने तैयार
शहीद हेमंत करकरे और बाबरी ढांचे पर विवादित बयान के खिलाफ चुनाव आयोग की कार्रवाई मीटिंग, रैली, रोड शो, इंटरव्यू जैसी सभी गतिविधियों पर प्रभावी रहेगी रोक साध्वी पर बैन के दौरान भी भाजपा कार्यकर्ता घर-घर जाकर करेंगे प्रचार
भोपाल. मुंबई हमले में शहीद हेमंत करकरे और बाबरी मस्जिद पर विवादित बयान देने की वजह से भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर तीन दिन प्रचार नहीं कर पाएंगी। चुनाव आयोग ने विवादित बयान पर संज्ञान लेते हुए उनके प्रचार पर 72 घंटे का बैन लगाया है। यह बैन गुरुवार सुबह 6 बजे से प्रभावी होगा। इस दौरान वे पब्लिक मीटिंग, जुलूस, रैली, रोड शो, इंटरव्यू आदि नहीं कर सकेंगी।
- बैन के बाद प्रज्ञा ठाकुर अब तीन दिन तक राजधानी के मंदिरों में जाकर पूजा पाठ कर रही हैं। दोपहर में प्रज्ञा की ओर से चुनाव आयोग में रिव्यू पीटिशन दाखिल की गई है। जिसमें उन्होंने बिना शर्त माफी मांगने की बात कहते हुए बैन की अवधि 12 घंटे करने का अनुरोध किया है।
मंदिरों में करेंगी पूजा-पाठ : चुनाव आयोग द्वारा प्रतिबंध की जानकारी लगने से पहले प्रज्ञा ठाकुर का गुरुवार को भोपाल में कई जगह सभाएं और जनसंपर्क का कार्यक्रम था। बैन की खबर लगने के बाद उन्होंने अपना कार्यक्रम बदल दिया है। बताया जा रहा है कि प्रज्ञा सार्वजनिक स्थानों पर मौन रहेंगी। और मंदिरों में जाकर पूजा-पाठ करेंगी। इसकी शुरूआत उन्होंने सुबह 9 बजे कर्फ्यू वाली माता मंदिर सोमवारा, भवानी चौक पर आरती से की। दोपहर में गुफा मंदिर पहुंची और महंत चंद्रमादास त्यागी के साथ भोजन किया।
छह घंटे बाद रिव्यू पिटीशन लगाई: प्रतिबंध शुरू होने के छह घंटे बाद ही प्रज्ञा ठाकुर ने चुनाव आयोग में रिव्यू पिटीशन लगाई है। पिटीशन में प्रज्ञा ने बिना शर्त माफी मांगने की बात कही है। आयोग में दाखिल की याचिका में प्रज्ञा ने कहा है कि हेमंत करकरे के संदर्भ में जो कुछ कहा उसके लिए क्षमा याचना भी कर दी, और अपना कथन वापस ले लिया। और मैं यह भी विश्वास दिलाती हूं कि भविष्य में मेरे द्वारा ऐसा कोई कथन या कृत्य नहीं किया जायेगा। जिसके कारण आदर्श आचार संहिता अथवा निर्वाचन विधि अथवा केन्द्र और राज्य के किसी भी विधि का उल्लंघन नहीं होगा।
कहा मैं राजनीति मे नई: प्रज्ञा ने पिटीशन में आयोग को बताया है कि वे राजनीति में नई हैं। मतदान में काफी कम दिन बचे हैं, ऐसे में प्रचार में पिछड़ जाएंगी। प्रज्ञा ने आयोग से निवेदन किया है कि बैन की अवधि काफी लंबी है। भोपाल सीट पर चुनाव 12 मई को होना है ऐसे में समय कम है, इसलिए इस बैन को समाप्त करने या फिर असकी अवधी 72 से 12 घंटे की न्यूनतम अवधि करने का अनुरोध किया है।
कांग्रेस ने की चुनाव आयोग से शिकायत: भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा भारती पर 72 घंटे के लगे बैन के दौरान उनके द्वारा भोपाल में मंदिरों में पूजा-पाठ और घूमने की शिकायत कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की है। कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने शिकायत में कहा है कि प्रतिबंध के बावजूद प्रज्ञा ठाकुर रोड शो जैसा माहौल बना कई मंदिरों में पहुंची। यहां लोगों के साथ बैठ उन्होंने भजन गाए और लोगों से बातचीत की। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा प्रत्याशी का इस तरह का आचरण चुनाव आचार सहिंता का उल्लंघन है।
क्या है मामला
प्रज्ञा ठाकुर ने हेमंत करकरे पर उन्हें बेवजह प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। वहीं बाबरी ढांचे को स्वयं गिराने के उनके बयान से विवाद खड़ा हुआ था। इन दोनों मामलों में चुनाव आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया था।
मेरी अंतरात्मा की आवाज है:प्रज्ञा ठाकुर ने दिए गए बयान को वापस लेने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि किसी शहीद की शहादत के बारे में अपमानजनक बात नहीं कही। बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर उन्होंने जवाब दिया था- ‘मैंने धार्मिक भावनाओं को आहत करने की बात नहीं की थी। मेरे द्वारा दिया गया बयान अंतरात्मा की आवाज को व्यक्त करता है।’
आयोग संतुष्ट नहीं हुआ, भड़काने वाला बयान कहा : भोपाल के जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान को संतोषजनक नहीं पाया था। उसे आदर्श आचरण संहिता का उल्लंघन माना गया था। बाबरी मस्जिद पर दिए गए विवादित बयान पर उनके खिलाफ 22 अप्रैल को एफआईआर भी दर्ज हुई थी। आयोग ने उनके बयान को भड़काने वाला बताया।
हम चुनाव आयोग के आदेश का पालन करेंगे। हमें लगता है कि पुन: अपना पक्ष स्पष्ट करना होगा। इसलिए हम अपील पर विचार कर रहे हैं।