दिल्ली में भाजपा सरकार के शपथ के साढ़े 4 घंटे के बाद ही मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया। दैनिक भास्कर के सूत्रों के मुताबिक CM रेखा गुप्ता ने गृह और वित्त मंत्रालय अपने पास रखा है।
अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से हराने वाले प्रवेश वर्मा को डिप्टी CM बनाया गया है। उन्हें शिक्षा, परिवहन और PWD की जिम्मेदारी दी गई है। प्रवेश CM की रेस में सबसे आगे चल रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक, नई सरकार में रोहिणी से चौथी बात जीते वरिष्ठ भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता को विधानसभा स्पीकर और मुस्तफाबाद से विधायक मोहन सिंह बिष्ट को डिप्टी स्पीकर बनाया जा सकता है।
रेखा से पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी मुख्यमंत्री रहीं। इस समारोह में पीएम मोदी, अमित शाह के अलावा बीजेपी शासित 21 राज्यों के सीएम, डिप्टी सीएम भी मौजूद रहे। आप नेता अरविंद केजरीवाल और आतिशी शपथ में नहीं पहुंचे।
रेखा गुप्ता के साथ 6 मंत्रियों ने भी शपथ ली। इसमें अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंद्र इंद्राज सिंह, कपिल मिश्रा और पंकज कुमार सिंह शामिल है।
शपथ से पहले रेखा गुप्ता ने गुरुवार सुबह मीडिया से बातचीत में कहा,’यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मुझ पर भरोसा जताने के लिए मैं PM मोदी और पार्टी हाईकमान का शुक्रिया अदा करती हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं दिल्ली की CM बनूंगी। मैं शीशमहल में नहीं रहूंगी।’
दिल्ली के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास को भाजपा ने शीशमहल नाम दिया था। अरविंद केजरीवाल ने इसे बनवाया था। भाजपा का आरोप है कि केजरीवाल ने इसे बनवाने में नियमों को ताक पर रखकर करोड़ों रुपए खर्च किए थे। भाजपा ने इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया था।
शपथ ग्रहण की 2 तस्वीरें…


रेखा बोलीं- मैं शीशमहल में नहीं रहूंगी
शपथ से पहले रेखा गुप्ता ने गुरुवार सुबह मीडिया से बातचीत में कहा, ‘यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मुझ पर भरोसा जताने के लिए मैं PM मोदी और पार्टी हाईकमान का शुक्रिया अदा करती हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं दिल्ली की CM बनूंगी। मैं शीशमहल में नहीं रहूंगी।’
दिल्ली के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास को भाजपा ने शीशमहल नाम दिया था। अरविंद केजरीवाल ने इसे बनवाया था। भाजपा का आरोप है कि केजरीवाल ने इसे बनवाने में नियमों को ताक पर रखकर करोड़ों रुपए खर्च किए थे। भाजपा ने इसे चुनावी मुद्दा भी बनाया था।
देसां म्ह देस हरियाणा, जित दूध-दही का खाणा’ कहावत वाले इस छोटे से स्टेट ने नई दिल्ली को तीसरा सीएम दे दिया है। देश की राजधानी में आज मुख्यमंत्री की शपथ लेने जा रहीं रेखा गुप्ता का परिवार हरियाणा में जींद जिले से संबंध रखता है। इससे पहले सुषमा स्वराज और अरविंद केजरीवाल का नाता भी हरियाणा से रहा है। सुषमा का जन्म अंबाला में हुआ, वहीं अरविंद केजरीवाल हिसार जिले के सिवानी मंडी में पैदा हुए।
दिल्ली में आज तक 4 महिला सीएम बनी हैं। इनमें से सुषमा स्वराज व रेखा गुप्ता की जड़ें हरियाणा से हैं। दोनों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से शुरुआत की और उसके बाद भाजपा के जरिए एक्टिव पॉलिटिक्स में आईं। दोनों वकील रहीं। अरविंद केजरीवाल ने IIT से ग्रेजुएशन के बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और 1995 में UPSC एग्जाम क्लियर कर इंडियन रेवेन्यू सर्विस (IRS) में सिलेक्ट हुए।
2006 में केजरीवाल को भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने के लिए रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया। केजरीवाल ने 2011 में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ मिलकर जन लोकपाल विधेयक को लागू करने की मांग करते हुए इंडिया अगेंस्ट करप्शन ग्रुप (IAC) बनाया और आंदोलन का प्रमुख चेहरा बनकर उभरे। 24 नवंबर 2012 को आम आदमी पार्टी (AAP) बनाने वाले केजरीवाल ने 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की दिग्गज नेता और वहां की तत्कालीन CM शीला दीक्षित को हराकर इतिहास रच दिया।
सुषमा स्वराज और रेखा गुप्ता दोनों में कुछ कॉमन बातें हैं। पहली दोनों ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी रहीं। दूसरी दोनों कानून की पढ़ाई के बाद वकील रहीं। तीसरी, सुषमा की तरह ही रेखा गुप्ता भी मुखर वक्ता हैं।
50 साल की रेखा गुप्ता जिंदल दिल्ली की नौवीं CM होंगी। भाजपा विधायक दल की बैठक में बुधवार को उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया। वे दिल्ली विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से विधायक हैं।
उन्होंने AAP की वंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराया। रेखा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और BJP से जुड़ी हैं। दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।
दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री के तौर पर RSS ने रेखा गुप्ता का नाम आगे बढ़ाया था और पार्टी ने उस पर मुहर लगा दी। रेखा ने छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत की, दो बार विधायक का चुनाव हार चुकी हैं। फिर भी 3 वजहें हैं, जिसके चलते उन्हें मुख्यमंत्री चुना गया…

पहली वजह- केजरीवाल की तरह वैश्य रेखा भी पूर्व CM अरविंद केजरीवाल की तरह वैश्य हैं। दिल्ली में वैश्य समुदाय व्यापार में होल्ड रखता है। ये हमेशा BJP का कोर वोटर माना जाता है। इसी वजह से भाजपा के तीन नेताओं के नाम CM पद की दौड़ में थे। इनमें रेखा गुप्ता के अलावा विजेंद्र गुप्ता और जीतेन्द्र महाजन का नाम था।
दूसरी वजह- महिला वोट दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुल 48 सीटें जीतीं, कुल 45.56% वोट मिला। इसका बड़ा कारण यह भी रहा कि भाजपा ने महिलाओं के लिए कई योजनाओं की घोषणा की थीं।
पांच बड़ी घोषणाएं…
- हर महीने 2500 रुपए की आर्थिक मदद। जो 8 मार्च यानी अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस से मिलना शुरू हो सकती है।
- दिल्ली में घरेलू मेड के कल्याण के लिए बोर्ड बनाने का ऐलान किया।
- गरीब महिलाओं को सिलेंडर पर 500 रुपए की सब्सिडी, होली-दीवाली पर एक-एक मुफ्त सिलेंडर।
- मातृ सुरक्षा वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को ₹21 हजार और 6 पोषण किट।
- महिलाओं को फ्री बस सर्विस की भी सुविधा दी है।
तीसरी वजह- महिला मुख्यमंत्री बनाना था दिल्ली में अब तक 3 महिला CM शीला दीक्षित, सुषमा स्वराज और आतिशी रही हैं। भाजपा ने रेखा को CM बनाकर महिलाओं को साधने की कोशिश की है। रेखा गुप्ता RSS की पसंद हैं।
सूत्रों के मुताबिक, विधायक दल की बैठक के पहले RSS ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे भाजपा ने मान लिया। PM मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और हरियाणा CM नायब सैनी जैसे भाजपा दिग्गजों ने उनके लिए प्रचार किया था।
रेखा का परिवार हरियाणा से, दिल्ली में पली-बढ़ीं रेखा के दादा मनीराम और परिवार के लोग हरियाणा के जुलाना में रहते थे। उनके पिता जयभगवान 1972-73 में बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर बने। उन्हें दिल्ली में ड्यूटी मिली। इसके बाद परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया।
रेखा की स्कूली पढ़ाई दिल्ली में ही हुई। उन्होंने दिल्ली के ही दौलत राम कॉलेज से BCom किया। इसके बाद LLB की पढ़ाई भी की। उन्होंने कुछ समय तक वकालत भी की।