कश्मीर में आतंकियों ने रिटायर्ड लांस नायक की हत्या की:फायरिंग में पत्नी और बेटी घायल; सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरा, सर्चिंग जारी

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जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सोमवार को आतंकियों ने रिटायर्ड लांस नायक के परिवार पर हमला किया। इसमें पूर्व सैनिक की मौत हो गई जबकि उनकी पत्नी और बेटी घायल हो गई हैं। हमलावरों को पकड़ने के लिए इलाके की घेराबंदी की गई है। सुरक्षाबल उनकी तलाश में जुटे हैं।

घटना दक्षिणी कश्मीर में कुलगाम के बेहीबाग इलाके में हुई। आतंकियों ने रिटायर्ड लांस नायक मंजूर अहमद के परिवार पर दोपहर 2:45 बजे गोलीबारी की। फायरिंग में अहमद, पत्नी आइना और बेटी साइना घायल हो गए। तीनों को श्रीनगर हॉस्पिटल ले जाया गया।

इलाज के दौरान मंजूर अहमद की मौत हो गई। उनकी पत्नी और बेटी का इलाज जारी है।

आतंकी हमले में मारे गए पूर्व सैनिक मंजूर अहमद।
आतंकी हमले में मारे गए पूर्व सैनिक मंजूर अहमद।

30 जनवरी को LoC से घुसपैठ करते हुए मारे गए थे आतंकी

30 जनवरी को भी कश्मीर के पुंछ में आतंकियों ने LoC से घुसपैठ की कोशिश की थी। सुरक्षाबलों ने घुसपैठ को नाकाम कर 2 आतंकियों को मार गिराया था। सुरक्षाबलों ने घुसपैठ कर रहे आतंकियों को जब रोका तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए थे।

हालांकि एक आतंकी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में भाग गया था। जम्मू के सिक्योरिटी स्पोक्सपर्सन ने बताया कि घटना देर शाम की है। आतंकी पुंछ जिले के खारी करमारा इलाके में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे।

19 जनवरी को भी हुई थी मुठभेड़

कश्मीर के सोपोर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 19 जनवरी की शाम को भी मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों की घेराबंदी की थी। हालांकि दोनों भागने में कामयाब रहे थे। सुरक्षाबलों को आतंकियों के बारे में इनपुट मिला था।

पुलिस ने बताया था कि इनपुट के आधार पर सुरक्षाबल सोपोर के जालोरा गुज्जरपति में सर्च ऑपरेशन कर रहे थे। इसी दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबल के जवानों पर फायरिंग कर दी। काफी देर तक दोनों ओर से फायरिंग के बाद आतंकी भागने में कामयाब रहे।

19 दिसंबर को 5 आतंकियों को ढेर किया था

19 दिसंबर को कुलगाम जिले के कद्देर इलाके में सेना और पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में 5 आतंकियों को ढेर कर दिया था। इनमें हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर फारूक अहमद भट्ट भी शामिल था। मुठभेड़ में 2 जवान घायल हुए थे।

हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर फारूक अहमद भट्ट घाटी में हुए हमलों में शामिल था।
हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर फारूक अहमद भट्ट घाटी में हुए हमलों में शामिल था।

जम्मू में जैश और लश्कर का 20 साल पुराना नेटवर्क एक्टिव

जम्मू रीजन में सेना ने 20 साल पहले पाकिस्तान परस्त आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के जिस लोकल नेटवर्क को सख्ती से निष्क्रिय कर दिया था, वो पूरी ताकत से फिर एक्टिव हो गया है। पहले ये लोग आतंकियों का सामान ढोने का काम करते थे, अब उन्हें गांवों में ही हथियार, गोला बारूद और खाना-पीना दे रहे हैं।

दिसंबर में 25 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था। उन्होंने पूछताछ में बताया था कि लोकल नेटवर्क जम्मू के 10 में से नौ जिलों राजौरी, पुंछ, रियासी, ऊधमपुर, कठुआ, डोडा, किश्तवाड़, जम्मू और रामबन में जम चुका है।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व DGP एसपी वैद्य के मुताबिक, आर्टिकल 370 हटने के बाद से ही पाकिस्तान आर्मी और ISI ने जम्मू को टारगेट करना शुरू कर दिया था। उसने 2 साल में इस नेटवर्क को सक्रिय किया। इन्हीं की मदद से आतंकियों ने 2020 में पुंछ और राजौरी में सेना पर बड़े हमले किए। फिर ऊधमपुर, रियासी, डोडा और कठुआ को निशाने पर लिया।

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