महाकुंभ में आज भारी भीड़ है। हर तरफ सिर्फ सिर ही सिर दिखाई दे रहे हैं। प्रयागराज की सड़कों से लेकर गलियां तक फुल हैं। भीड़ संभालने के लिए प्रशासन ने जगह-जगह बैरिकेडिंग कर रखी है। लेकिन, आने वाली भीड़ बैरिकेडिंग तोड़ दे रही है।
ऐसा ही शास्त्री ब्रिज पर देखने को मिला। यहां भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और पुल से डायरेक्ट नीचे उतरकर मेले के अंदर चले गए। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी पैर रखने तक की जगह नहीं। सिर्फ 2 घंटे में (शाम 4 से 6 बजे के बीच) 70 लाख लोगों ने संगम में डुबकी लगाई है।
वहीं, महाकुंभ नगर एक बार फिर विश्व का सबसे बड़ा शहर बन गया। आज प्रयागराज की आबादी साढ़े 5 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई। मंगलवार को 4.83 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। इसमें अगर जिले की आबादी करीब 70 लाख जोड़ ली जाए, तो प्रयागराज में एक दिन की संख्या 5.53 करोड़ रिकॉर्ड की गई।
ऐसे में आबादी के लिहाज से विश्व के सबसे बड़े शहर टोक्यो को भी प्रयागराज ने पीछे छोड़ दिया। इससे पहले मकर संक्रांति पर भी 4.20 करोड़ लोगों के साथ प्रयागराज विश्व का सबसे बड़ा जिला बनने का रिकॉर्ड बना चुका है।
प्रयागराज में तीन शंकराचार्यों का बड़ा ऐलान, गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा देने की मांग
महाकुंभ में आयोजित परम धर्म संसद में गाय को राष्ट्र माता और संस्कृत को हिंदुओं की भाषा घोषित करने के लिए धर्मादेश जारी किया गया। सेक्टर 12 में ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के शिविर में आयोजित परम धर्म संसद में पहली बार द्वारकापीठ, ज्योतिर्मठ और श्रृंगेरीपीठ के शंकराचार्य एक मंच पर मौजूद रहे।द्वारकापीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती ने कहा कि हिंदी बोलचाल की भाषा है, लेकिन संस्कृत सनातनी भाषा है। हिंदू वहीं जो गाय की भक्ति और गाय की सेवा करें। हिंदू हो तो दिल में हिंदुत्व दलगत राजनीति से उठ कर गाय और संस्कृत की सेवा करनी चाहिए।स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि सनातन धर्म में वेद और उपनिषदों में गाय को पशु नहीं, माता का दर्जा दिया गया है, लेकिन देश के कानून में उन्हें पशु का दर्जा देकर अपमानित किया गया है। आजादी के 75 साल बाद भी उन्हें काट कर बेचा जा रहा है। शंकराचार्य ने कहा कि जो सरकार गौ हत्या पर रोक लगाएगी और गौ माता को राज्य माता घोषित करेगी, मेरा और सनातन समाज का आशीर्वाद उसके साथ रहेगा।
प्रभु प्रेमी संघ शिविर पहुंचे श्रृंगेरी शंकराचार्य
महाकुंभ में आज सेक्टर 18 स्थित “प्रभु प्रेमी संघ शिविर” में आज दक्षिणाम्नाय शृंगेरी श्री शारदापीठ श्रीमद् जगद्गुरु शंकराचार्य विधुशेखर भारती सन्निधानम् जी का आगमन हुआ। श्रृंगेरी शंकराचार्य जी ने शिविर में स्थापित आद्य शंकराचार्य जी की प्रतिमा पर पुष्पार्चन कर मन्दिर में देव दर्शन किए। इसके बाद श्री दत्त सदन में दत्त पादुकाओं का पूजन किया।
शिविर में आगमन पर पूज्य शृंगेरी शंकराचार्य जी का पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज ने स्वागत अभिनंदन किया।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- जो महाकुंभ नहीं आएगा वो देशद्रोही कहलाएगा
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने महाकुंभ के अवसर पर गंगा में डुबकी लगाई। साथ ही कहा कि महाकुंभ में हर व्यक्ति को आना चाहिए। जो नहीं आएगा वह पछताएगा और देशद्रोही कहलाएगा।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने डुबकी लगाने के बाद कहा- हमने पांच डुबकी लगाई हैं। एक हिंदू राष्ट्र के नाम कि हिंदू राष्ट्र बने। दूसरी बागेश्वर धाम के नाम, तीसरी पूरे बागेश्वर धाम परिवार से जुड़े लोगों के नाम, चौथी भारत के सभी महात्मा सुरक्षित रहे और सनातन का परचम लहराता रहे, पांचवी हिंदुत्व का, सनातन का, विश्व का भला चाहता हो वह दीर्घायु हो।