अजरबैजान प्लेन क्रैश पर पुतिन की माफी, जिम्मेदारी नहीं ली:रूसी अधिकारी बोले- यूक्रेन पर जवाबी कार्रवाई के वक्त हमारे एयरस्पेस में था प्लेन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने शनिवार को अजरबैजान के प्लेन क्रैश पर माफी मांगी है। पुतिन ने अजरबैजान के राष्ट्रपति से कहा कि हादसा उनके एयरस्पेस में हुआ इसके लिए उन्हें दुख है।
पुतिन ने कहा-
प्लेन तय शेड्यूल के मुताबिक ग्रोज्नी पहुंचा था। इस वक्त यूक्रेन वहां हमले कर रहा था, जिसे रूस का एयर डिफेंस सिस्टम रोक रहा था।
रूसी राष्ट्रपति के दफ्तर क्रेमलिन ने बयान जारी कर बताया कि अजरबैजान का पैसेंजर एयरक्राफ्ट बार-बार ग्रोज्नी एयरपोर्ट पर लैंड करने की कोशिश कर रहा था। लेकिन उस वक्त उसे वहां लैंडिंग की अनुमति नहीं मिली, क्योंकि तब रूस का एयर डिफेंस सिस्टम यूक्रेनी ड्रोन के हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर रहा था।
हालांकि, क्रेमलिन ने यह नहीं कहा कि उन्हीं के एयर डिफेंस सिस्टम की फायरिंग से प्लेन क्रैश हुआ है। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक प्लेन क्रैश में बचे कुछ लोगों ने भी कहा था कि जब विमान ग्रोज्नी में था, तब उन्हें तेज आवाजें सुनाई दी थीं। ग्रोज्नी रूस के चेचन्या प्रांत की राजधानी है।
दरअसल, कजाकिस्तान के अक्ताउ में 25 दिसंबर को दोपहर करीब 12:30 बजे अजरबैजान का एक प्लेन क्रैश हो गया था। इस हादसे में 38 लोगों की मौत हुई थी। यह प्लेन अजरबैजान की राजधानी बाकू से रूस के ग्रोज्नीजा रहा था। तभी से इस क्रैश की वजह में ‘बाहरी दखल’ की बात सामने आ रही थी।
अमेरिका ने भी रूस पर लगाया था क्रैश कराने का आरोप अमेरिका ने रूस पर आरोप लगाया था कि कजाकिस्तान प्लेन क्रैश में रूस का हाथ हो सकता है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने शुक्रवार को कहा था कि हमें रूस के शामिल होने के शुरुआती संकेत मिले हैं और हमने कजाकिस्तान को हादसे की जांच में मदद करने की पेशकश की है।
प्लेन क्रैश होने के कुछ ही घंटे बाद कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जाने लगा था कि हादसा रूस की तरफ से किए गए हवाई हमले की वजह से हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल कई वीडियो में प्लेन पर छर्रे लगने के निशान देखे गए थे।
अजरबैजान एयरलाइंस ने भी शुक्रवार को कहा था कि प्लेन के अंदर कोई खराबी नहीं थी, बल्कि किसी ‘बाहरी’ वजह से यह हादसा हुआ।
रूस पर क्यों लगा था विमान को क्रैश कराने का इल्जाम? प्लेन क्रैश के बाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें दिखाया गया है कि विमान के कुछ हिस्से में गोलियों के छर्रे जैसे निशान हैं। इसे लेकर अटकलें लगाई गईं कि रूस के एयर डिफेंस सिस्टम ने प्लेन को एक ड्रोन समझ लिया और उस पर हमला कर दिया। अब यह बात सच साबित होती दिखाई दे रही है।
रूसी सैन्य ब्लॉगर यूरी पोडोल्याका ने न्यूज एजेंसी AFP से कहा कि विमान के मलबे में देखे गए छेद एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम से हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि नुकसान से पता चलता है कि प्लेन गलती से किसी एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम से टकराया होगा।
डिफेंस एक्सपर्ट जेम्स जे मार्लो ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्हें जानकारी मिली है कि जब ये हादसा हुआ तब रूसी डिफेंस सिस्टम ग्रोजनी में यूक्रेनी ड्रोन को इंटरसेप्ट कर रहे थे। अगर ये सच है तो हो सकता है कि डिफेंस सिस्टम ने प्लेन को ड्रोन समझ लिया हो और गलती से हमला कर दिया हो।
रूस पर विमान का GPS जाम करने का आरोप
प्लेन की ट्रैकिंग से जुड़ी जानकारी देने वाली वेबसाइट फ्लाइटरडार24 ने विमान को लेकर एक अलग दावा किया। वेबसाइट ने हादसे से पहले उसका GPS जाम हो गया था। फ्लाइटरडार ने प्लेन से जुड़ा एक ग्राफ भी शेयर किया है। प्लेन के GPS जाम होने को भी रूस से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, रूस पर पहले भी GPS ट्रांसमिशन फेल करने के आरोप लग चुके हैं।
हादसे में बचा पैसेंजर बोला- लग रहा था माने प्लेन नशे में हो
रॉयटर्स ने हादसे के वक्त प्लेन में सवार दो पैसेंजर्स और एक क्रू मेंबर से बात की है। एक पैसेंजर सुभोंकुल राखिमोव ने कहा-
ऐसा लग रहा था मानो प्लेन नशे में हो। वह हवा में कलाबाजियां दिखा रहा था। कुछ ही देर बाद प्लेन में एक जोरदार धमाका हुआ, जिसके बाद हमें लगा कि मानों यह टूटकर बिखर जाएगा। धमाके की आवाज आते ही हमने प्रार्थनाएं शुरू कर दी थीं और अपने आखिरी समय की तैयारी करने लगे थे।
वहीं अन्य पैसेंजर वाफा शबानोवा ने कहा- मैं बहुत डर गई थी। प्लेन में दो धमाके हुए थे। इसके बाद फ्लाइट अटेंडेट ने हमें पीछे जाने के लिए कहा। धमाके के बाद केबिन के ऑक्सीजन लेवल में दिक्कत आ गई थी।