अजरबैजान से रूस जा रहा विमान कजाकिस्तान में क्रैश:42 लोगों के मारे जाने की आशंका, क्रैश से पहले इमरजेंसी लैंडिंग की परमिशन मांगी थी

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हादसे के बाद 25 लोगों को बचा लिया गया है, इनमें से 22 को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। - Dainik Bhaskar
हादसे के बाद 25 लोगों को बचा लिया गया है, इनमें से 22 को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कजाकिस्तान के अक्ताऊ में बुधवार सुबह एक पैसेंजर प्लेन क्रैश हो गया। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक प्लेन में 62 यात्री और 5 क्रू मेंबर्स थे। इनमें 25 लोगों को बचा लिया गया है। 22 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

हादसे में 42 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। विमान अजरबैजान से रूस के चेचन्या प्रांत की राजधानी ग्रोज्नी जा रहा था। लेकिन उसे कजाख शहर अक्ताऊ से लगभग 3 किमी दूर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी।

एजेंसियों के मुताबिक घने कोहरे के चलते फ्लाइट का रूट बदला गया था। प्लेन ने क्रैश होने से पहले एयरपोर्ट के कई चक्कर लगाए थे। पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग की परमिशन भी मांगी थी।

हालांकि, बाद में उसे एयरपोर्ट के पास बीच पर इमरजेंसी लैंडिंग के लिए मजबूर होना पड़ा। क्रैश हुआ विमान अजरबैजान एयरलाइन्स का एम्ब्रेयर 190 मॉडल था। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि विमान के क्रैश होते है उसमें आग लग गई।

क्रैश से पहले विमान के मूवमेंट

एयरपोर्ट के चक्कर लगाने से लेकर क्रैश होने तक के फोटोज और वीडियो…

प्लेन क्रैश का पूरा वीडियो…

दावा- पक्षियों के झुंड से टकराया विमान कजाकिस्तान की ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री का कहना है कि वो इस दुर्घटना की स्पेशल जांच कराएंगे। क्रैश की वजह टेक्निकल प्रॉब्लम भी हो सकती है। वहीं, रूसी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पक्षियों के झुंड से टक्कर के कारण यह हादसा हुआ। कजाकिस्तान के इमरजेंसी मंत्रालय के मुताबिक कुल 52 रेस्क्यू टीम और 11 रेस्क्यू इक्विपमेंट्स दुर्घटना स्थल पर भेजी गई हैं।

पक्षियों का विमान से टकराना कितना खतरनाक? पक्षियों का विमान से टकराना उनके लिए कई तरह से खतरनाक होता है। इनमें पक्षियों का इंजन में घुसना, विंडशील्ड से टकराना या विमान के विंग और टेल से टकराना अहम है।

जब पक्षी विमान के इंजन से टकराकर उसमें घुस जाते हैं, तो वे फैन ब्लेड्स या कम्प्रेसर्स को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे विमान का इंजन बंद हो जाता है। 2009 में US एयरवेज की फ्लाइट 1549 के इंजन में हंसों का झुंड टकराया गया था। इसकी वजह से दोनों इंजन फेल हो गए। इसके चलते फ्लाइट की हडसन नदी में इमरजेंसी लैंडिग करानी पड़ी थी।

विंडशील्ड से किसी पक्षी के टकराने से ग्लास के टूटने की संभावना होती है। इसकी वजह से पायलटों के विजन पर असर या चोट लग सकती है। इसकी वजह से विमान के आउट ऑफ कंट्रोल होने का खतरा होता है। वहीं विमान के दूसरे हिस्सों से पक्षियों के टकराने की वजह से विमान की एयरोडायनामिक पर असर पड़ता है। इसकी वजह से वे नियंत्रण से बाहर हो जाते है।

क्रैश हुए विमान एम्ब्रेयर 190 को जानें… एम्ब्रेयर 190 दो जेट इंजन वाला विमान है। इसे रीजनल एयर कनेक्टिविटी यानी ये कम दूरी के लिए इस्तेमाल किया जाता है। नैरो बॉडी के इस विमान को 2004 में लॉन्च किया गया था। अगले साल यानी 2005 में इसकी कॉमर्शियल उड़ानें शुरू हुई थीं।

अलग-अलग सिटिंग अरेंजमेंट के मुताबिक इसमें यात्री और क्रू मेंबर मिलाकर 90 से 98 लोग सफर कर सकते हैं। यह विमान सिंगल-आइल है यानी इसमें दोनों तरफ सीट्स और बीच मेें गैलरी होती है। एम्ब्रेयर 190 जेट में दो टर्बोफैन इंजन लगे होते हैं, जिससे यह 4000 KM जितनी लंबी दूरी तय कर सकता है।

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