Panchkula Gangwar: दिल्ली-एनसीआर की गैंगवार के कारण हुई पंचकूला में फायरिंग, गैंगस्टर अशोक का भाई है विक्की
पंचकूला के सल्तनत होटल-रेस्टोरेंट के बाहर फायरिंग दिल्ली एनसीआर में चल रही गैंगवार का नतीजा है। पंचकूला फायरिंग में मरने वाला विनीत उर्फ विक्की मंजीत महल गैंग के गैंगस्टर अशोक प्रधान का भाई है। अशोक मकोका के तहत जेल में बंद है। मंजीत महल अैर नजफगढ़ के गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फं नंदू के बीच गैंगवार चल रही है। इसी गैंगवार के तहत दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा में कई लोगों की हत्या हो चुकी है।
पुलिस को शक है कि विक्की की हत्या नंदू गैंग ने इसी गैंगवॉर के कारण कराई है। विक्की पर हत्या के दो मामलों समेत पांच आपराधिक मामले दर्ज थे। उत्तर प्रदेश और हरियाणा पुलिस ने उस पर 30 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था। विक्की तीन साल से फरार चल रहा था, जिसके बाद चंडीगढ़ क्राइम ब्रांच ने उसे अगस्त 2022 में गिरफ्तार कर दो पिस्टल, एक रिवॉल्वर, चार कट्टे और चार कारतूस बरामद किए थे। इसके कुछ समय बाद विक्की जमानत पर बाहर आया था। वह नजफगढ़ के गांव मित्रायू का रहने वाला था।
चंडीगढ़ के सेक्टर-17 थाने हथियार सप्लाई का दर्ज है केस
विक्की पर 29 जुलाई, 2022 को सेक्टर 17 थाने में आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था, जिस मामले में वह वांटेड था। उसने राकेश नामक व्यक्ति को गैरकानूनी हथियार बेचे थे। इसके बाद राकेश को चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था। उससे पूछताछ के बाद विक्की को गिरफ्तार किया गया था।
मुखबरी के शक में दोस्त पर किया था हमला
विक्की को शक था कि उसके दोस्त ने पुलिस को उसकी मुखबरी की थी। जेल से बाहर आने के बाद विक्की ने दोस्त पर हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया था। पुलिस इस एंगल से भी इस मामले में जांच कर रही है। वहीं, घटना के बाद चंडीगढ़ पुलिस के क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर सतविंदर भी सेक्टर-6 अस्पताल पहुंचे। चंडीगढ़ पुलिस भी इस मामले को सुलझाने के लिए जुट गई है।