चंडीगढ़ में बम ब्लास्ट के आरोपियों का एनकाउंटर:दोनों को गोलियां लगीं, गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के कहने पर क्लबों पर फेंके थे बम

चंडीगढ़ में 2 क्लबों के बाहर बम फेंकने वाले आरोपियों और पुलिस के बीच शुक्रवार शाम को हिसार में मुठभेड़ हो गई। जिसमें दोनों आरोपियों के पैर में गोलियां लगी। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

दोनों हिसार के अस्पताल में भर्ती करवाए गए हैं। इन्हें पकड़ने के लिए चंडीगढ़ पुलिस और हिसार की STF ने जॉइंट ऑपरेशन चलाया। आरोपियों की तरफ से की गई फायरिंग में 2 ASI संदीप और अनूप बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण बच गए। दोनों की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोलियां लगी। आरोपियों के पास से ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद हुई हैं।

शुरुआती पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गैंगस्टर लॉरेंस के साथी गोल्डी बराड़ के कहने पर क्लबों के बाहर बम फेंके थे। ब्लास्ट के बाद गोल्डी बराड़ ने पोस्ट डालकर इसकी जिम्मेदारी भी ली थी। हालांकि कुछ देर बार पोस्ट डिलीट कर दी थी।

हिसार के अस्पताल में भर्ती चंडीगढ़ बम ब्लास्ट मामले का आरोपी अजीत।
हिसार के अस्पताल में भर्ती चंडीगढ़ बम ब्लास्ट मामले का आरोपी अजीत।
चंडीगढ़ में ब्लास्ट करने वाला आरोपी विनय। विनय ने BA कर रखी है।
चंडीगढ़ में ब्लास्ट करने वाला आरोपी विनय। विनय ने BA कर रखी है।

आरोपियों की पहचान अजीत निवासी गांव खरड़ और विनय (21) निवासी गांव देवा (हिसार) के रूप में हुई है। दोनों कबड्‌डी प्लेयर हैं। विनय BA पास और अजीत दसवीं पास है। अजीत पर पहले से आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज है।

चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने क्लबों के बाहर बम फेंकने की घटना की जांच के लिए क्राइम ब्रांच, ऑपरेशन सेल और डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल की जॉइंट टीम बनाई थी। इस टीम ने गुरुवार को बम धमाकों में शामिल लोगों की पहचान कर ली थी और उनकी तलाश में हिसार पहुंची। यहां टीम ने हिसार STF की मदद ली।

 शुक्रवार शाम करीब 8 बजे दोनों बाइक पर हिसार से गांव पीरावाली जा रहे थे। इसकी सूचना मिलते ही टीम इनके पीछे लग गई। बाइक अजीत चला रहा था। इस बीच भागते वक्त इनकी बाइक मिट्‌टी के चलते स्किड हो गई। इसके बाद दोनों पैदल ही भागने लगे। पुलिस पीछे लगी तो इन्होंने फायरिंग करनी शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें दोनों के पैरों में गोलियां लगी।

गोली लगने से घायल होने के बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया और अस्पताल ले आए।

पकड़े गए दोनों आरोपी हिसार के एक टोल पर कैद हुए थे। इनमें शॉल ओढ़े आरोपी ने बम फेंका था।

 इससे पहले ये दोनों हिसार के टोल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे। इनकी फोटो भी सामने आई थीं। इसमें एक ने शॉल ओढ़ी थी। शॉल ओढ़े आरोपी की बम फेंकते की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई थी। बम फेंकने का सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। इसमें नजर आ रहा कि शॉल ओढ़ा युवक बम फेंककर फरार हो गया।

गोल्डी बराड़ की सोशल मीडिया पोस्ट…

क्लब के सिक्योरिटी गार्ड पूर्ण सिंह ने बताया है कि आरोपी बाइक पर आए थे। एक युवक बाइक स्टार्ट कर खड़ा था, दूसरे युवक ने विस्फोटक फेंका। धमाके की आवाज सुनकर वह आया तो देखा कि शीशा टूटा हुआ था। वहां दूसरा सिक्योरिटी गार्ड नरेश भी खड़ा था। एक हमलावर नरेश से कह रहा था कि तू मेरा क्या कर लेगा। उनके मुंह ढंके हुए थे। इसके बाद बदमाश भाग गए।

चंडीगढ़ के जिस इलाके में धमाके हुए, वह पॉश एरिया है। इसके पास ही सब्जी मंडी लगती है। कई केंद्रीय संस्थान भी नजदीक में हैं । पुलिस लाइन और सेक्टर-26 का थाना भी पड़ता है।

नकाबपोश आरोपी सेक्टर-26 थाने के आगे से होकर आए थे। आरोपियों ने स्लिप रोड पर बाइक खड़ी की। पहले उन्होंने सेविले बार एंड लाउंज के बाहर देसी बम फेंका। इसके बाद वे डि’ओरा क्लब के बाहर बम फेंकने पहुंचे। इन दोनों क्लबों के बीच करीब 30 मीटर की दूरी है।

चंडीगढ़ में क्लबों के बाहर जिस समय धमाके हुए, उस समय क्लब बंद थे। इस कारण धमाकों से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। मौके पर केवल सिक्योरिटी गार्ड था। उसने ही पुलिस को सूचना दी।

आरोपियों की 3 सीसीटीवी फुटेज सामने आईं… आरोपियों की 3 सीसीटीवी फुटेज भी सामने आईं। पहली में एक युवक क्लब के बाहर बम फेंकता दिख रहा है। इसके बाद दोनों आरोपी मोहाली में आयशर लाइट पॉइंट से पहले स्थित मॉल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए। वहीं तीसरी फुटेज ​​आयशर लाइट पॉइंट से सामने आई। इसमें बाइक सवार तेजी से निकल रहे हैं। उन्होंने हेलमेट पहना हुआ था और शॉल ओढ़े हुए थे।

इसके बाद आरोपी दप्पर टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुए थे। सूत्रों ने बताया था कि आरोपी हरियाणा में दाखिल हो सकते हैं।

मामले की छानबीन के दौरान पुलिस को एक फोन कॉल के बारे में पता चला था। बताया गया कि यह कॉल लॉरेंस के करीबी गैंगस्टर काली के गुर्गे ने की थी। इस बातचीत के दौरान काली का गुर्गा एक क्लब संचालक से बहस कर रहा था। दोनों ने आपस में गाली-गलौज और मारपीट की धमकियां दी थीं। इसके बाद पुलिस ने गैंगस्टर काली से कनेक्शन का पता लगाने के लिए पूछताछ की।

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