अमेरिका में नाइट्रोजन से सजा-ए-मौत का विरोध:चश्मदीद बोला- यह डरावनी फिल्म जैसा, मरने में 22 मिनट लगे, तब तक तड़पता रहा शख्स
अमेरिका के अलबामा राज्य में गुरुवार देर रात एक शख्स केनेथ स्मिथ को नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा दी गई। इसे लेकर पूरे देश में विरोध हो रहा है। स्मिथ के स्पिरिचुअल एडवाइजर (आध्यात्मिक सलाहकार) रेवरेंड जेफ हुड सजा दिए जाने के दौरान वहां मौजूद थे।
द गार्डियन को दिए इंटरव्यू में जेफ ने कहा- यह एक हॉरर शो जैसा था। इसमें करीब 22 मिनट का समय लगा। इस दौरान स्मिथ ने अपनी मुट्ठियां भींच रखी थीं और उसके पैर कांप रहे थे। ऐसा लग रहा था जैसे वो सांस लेने के लिए तड़प रहा हो।
जेफ हुड ने आगे बताया- स्मिथ को देखकर ऐसा लग रहा था, जैसे वो एक मछली है, जिसे पानी से निकाल दिया गया है। वो तड़प रहा था। वहां मौजूद सभी लोगों के चेहरे पर डर था। नाइट्रोजन गैस देते ही स्मिथ करीब 4 मिनट तक छटपटाता रहा। इस दौरान उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
अलबामा में 43 और लोगों को ऐसे ही दी जाएगी सजा
CNN के मुताबिक, अलबामा के अटॉर्नी जनरल स्टीव मार्शल ने कहा- नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा दिए जाने के तरीके की टेस्टिंग हो चुकी है। यह सही साबित हुआ है। राज्य में 43 और लोगों को इसी तरह सजा-ए-मौत दी जाएगी। कई और राज्य भी इस पर विचार कर रहे हैं। हम इसमें मदद करने के लिए भी तैयार हैं।
दूसरी तरफ UN, यूरोपीय यूनियन (EU) और अब व्हाइट हाउस ने भी इसे लेकर चिंता जताई है। शुक्रवार को प्रेस ब्रीफिंग में व्हाइट हाउस प्रवक्ता कैरीन जीन-पियरे ने कहा- मौत की सजा देने के लिए नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल परेशान करने वाला है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी इसे लेकर चिंता जताई है। फिलहाल इस बात की जांच की जा रही है कि क्या यह हमारे मूल्यों से मेल खाता है।
व्हाइट हाउस बोला- यह परेशान करने वाला
EU के प्रवक्ता ने कहा- यह खास तौर पर क्रूर और असामान्य सजा है। UN ह्यूमन राइट्स चीफ वोल्कर टर्क ने कहा- नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा को लेकर कोई टेस्टिंग नहीं हुई है। यह मुमकिन है कि ऐसा किया जाना टॉर्चर और अमानवीय ट्रीटमेंट हो।
अमेरिकी मीडिया हाउस CNN के मुताबिक स्मिथ को 1988 में हुई एक हत्या का दोषी पाया गया था। एक पादरी ने स्मिथ से अपनी पत्नी की हत्या कराई थी। 2022 में स्मिथ को जहरीला इंजेक्शन देकर सजा देने की कोशिश की गई, लेकिन वो बच गया था। नाइट्रोजन गैस से सजा-ए-मौत का समर्थन करने वाले लोगों का कहना है कि इससे बिना दर्द हुए तुरंत जान जाती है।
स्मिथ को स्ट्रेचर से बांधकर नाइट्रोजन गैस दी गई
अलाबामा के जेल अधिकारियों के मुताबिक सबसे पहले स्मिथ को एक चैंबर में ले जाकर स्ट्रेचर पर बांधा गया। उसके मुंह पर एक इंडस्ट्रियल मास्क पहनाया गया, इसमें नाइट्रोजन गैस छोड़ी गई। इसे सूंघते ही ये गैस पूरे शरीर में फैल गई और शरीर के सारे हिस्सों ने काम करना बंद कर दिया। इससे स्मिथ की मौत हो गई।
मास्क पहना कर नाइट्रोजन गैस सुंघाने से उल्टी भी हो सकती है, इससे मौत की सजा देने की प्रक्रिया बाधित हो सकती है। स्मिथ के वकील ने भी ये दलील दी थी। इससे बचने के लिए जेल अधिकारियों ने स्मिथ को सुबह दस बजे के बाद कुछ भी खाने को नहीं दिया।
नाइट्रोजन गैस सुंघा कर मौत की सजा देना, मुंह को प्लास्टिक से ढंककर जान लेने जैसा है। फर्क सिर्फ इतना है कि इसमें नाइट्रोजन की बजाय कार्बन डाइऑक्साइड से मौत होती है।
1000 अमेरिकी डॉलर के बदले किया पादरी की पत्नी का कत्ल
58 साल का स्मिथ उन दो लोगों में से एक था, जिन्हें 18 मार्च 1988 को एलिजाबेथ सेनेट नाम की एक महिला को मारने का दोषी पाया गया था। एलिजाबेथ का पति चार्ल्स सेनेट सीनियर एक चर्च में पादरी था। वो एलिजाबेथ की मौत के बाद इंश्योरेंस का पैसा हड़पना चाहता था।
अपनी पत्नी की हत्या के लिए पादरी चार्ल्स ने स्मिथ और जॉन फोरेस्ट पार्कर को 1000 यूएस डॉलर दिए थे। स्मिथ ने दावा किया था कि वो उस जगह मौजूद जरूर था, जहां हत्या हुई, लेकिन उसका हत्या में कोई हाथ नहीं था। हालांकि 1996 में उसे सजा-ए-मौत सुना दी गई थी।