लुधियाना में पूर्व कांग्रेसी विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई व पांच अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इन पर पर्ल चिट फंड घोटाले के मुख्य आरोपी निर्मल सिंह भंगू से केस खारिज करवाने के लिए 3.50 करोड़ रुपए लेने के आरोप लगे हैं। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है। फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में निर्मल सिंह भंगू बंद है।
केस खारिज करवाने का 5 करोड़ में हुआ सौदा
भंगू के रिश्तेदार लुधियाना निवासी शिन्दर सिंह ने पुलिस को बताया कि भंगू भुच्चो मंडी के पूर्व विधायक प्रीतम सिंह से बठिंडा जेल में मिला था। पूर्व विधायक ने उससे कहा था कि वह सभी केस खारिज करवा देगा। इतना ही नहीं कोटभाई ने कहा था कि उस पर भी चिट फंड के कई केस थे, जिन्हें उसने खत्म करवा दिया है। क्योंकि उसकी सरकार अच्छी पहचान है। इसके बाद भंगू से कोटभाई ने 5 करोड़ रुपए केस खारिज करवाने के लिए मांगे।
एडवांस में लिया 3.5 करोड़
तिहाड़ जेल में बंद निर्मल सिंह ने 3.5 करोड़ एडवांस और 1.5 करोड़ काम होने के बाद देने पर सहमति जताई। इसके बाद उसने गिरधारी लाल से ब्याज पर 3.5 करोड़ रुपए ले लिए, जिन्होंने डीडी बनाया और पैसे को अलग-अलग फर्मों में प्रीतम सिंह के कहने पर ट्रांसफर कर दिया।
फर्जी कंपनियों और फर्मों में करवाया पैसा जमा
इस दौरान उन्हें पता पता चला कि प्रीतम सिंह ने जिन कंपनियों-फर्मों में पैसा ट्रांसफर करवाया है वह सभी फर्जी थी। पुलिस ने पूछताछ के बाद धारा 406, 420, 467, 468, 471,120 बी IPC के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने जीवन सिंह निवासी वीएल ढोला तहसील गिद्दड़बाहा, धर्मवीर, दलीप कुमार त्रिपाठी निवासी कानपुर रोड को गिरफ्तार किया है।
इन कंपनियों में पूर्व विधायक ने ट्रांसफर करवाए रुपए
लवप्रीत कॉन्ट्रैक्टर के नाम पर 50 लाख का डिमांड ड्राफ्ट नंबर 166527, दोला ब्रिक्स कंपनी में 50 लाख का डिमांड ड्राफ्ट नंबर 166529, किसान पेस्टिसाइडज कंपनी में ड्राफ्ट नंबर 166528 के हक में 50 लाख पूर्व विधायक प्रीतम सिंह ने ट्रांसफर करवाए।
इसी बीच प्रीतम सिंह कोटभाई ने विजया बैंक शाखा आशियाना उत्तर प्रदेश में तिरुपति ट्रेडिंग कंपनी का खाता नंबर 715800301000377 में बाकी की रकम 2 करोड़ रुपए RTGS के जरिए ट्रांसफर करने को कहा। जिसके बाद गिरधारी लाल बस्सी ने खाता नंबर 30006831549 स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा अग्र नगर को खाते के जरिए RTGS नंबर SBINR 520200813000017694 में 30 जुलाई 2020 को 50 लाख रुपए की राशि RTGS मै. तिरुपति ट्रेडिंग कंपनी के नाम जमा करवाई। प्रीतम सिंह ने कुल साढ़े तीन करोड़ रुपए की ठगी मारी है।