लंबी। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। पैतृक गांव बादल में गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। बेटे सुखबीर बादल ने उन्हें मुखाग्नि दी। गांव के श्मशान घाट में जगह कम होने की वजह से उनका उनके ही किन्नुओं के बाग वाले खेत में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
इससे पहले सुबह घर में पार्थिव देह को अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया। यहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पंजाब के CM भगवंत मान, गवर्नर बीएल पुरोहित, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, NCP चीफ शरद पवार भी शोक जताने पहुंचे।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का गुरुवार को पैतृक गांव बादल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम संस्कार से पहले सुखबीर पिता प्रकाश सिंह बादल के सीने पर सिर रखकर खूब रोए। इस दौरान उनके रिश्तेदार सांत्वना देते नजर आए। वहीं प्रकाश सिंह बादल की अर्थी को बेटे सुखबीर के साथ उनके भतीजे मनप्रीत ने भी कंधा दिया।
#WATCH | BJP President JP Nadda pays last respects to Shiromani Akali Dal patron Parkash Singh Badal at Lambi village in Punjab. pic.twitter.com/MPGQe7sAuJ
— ANI (@ANI) April 27, 2023
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को अंतिम विदाई देने के लिए जनसैलाब उमड़ा। इससे पहले पैतृक गांव बादल में उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। जहां दिग्गज नेताओं समेत समर्थकों ने अंतिम दर्शन किए।
#WATCH | Punjab: Last rites of Shiromani Akali Dal patron Parkash Singh Badal were performed with full state honours in Lambi. pic.twitter.com/feMXnlw69L
— ANI (@ANI) April 27, 2023
इस दौरान पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल की पार्थिव देह के साथ पूरा परिवार खड़ा रहा। पूर्व सीएम के बेटे सुखबीर बादल समेत पुत्रवधू हरसिमरत कौर और उनके बच्चे भावुक नजर आए। इस बीच सुखबीर ने पिता प्रकाश सिंह बादल को गले भी लगाया।
#WATCH | BJP President JP Nadda today paid last respects to Shiromani Akali Dal patron Parkash Singh Badal at Lambi in Punjab pic.twitter.com/sp0hpSqD5O
— ANI (@ANI) April 27, 2023
वहीं जिस खेत में उनका अंतिम संस्कार किया गया वहां लोगों के लिए टेंट लगाए थे। इसके साथ लोगों के लिए खाने का भी प्रबंध किया गया। देखें अंतिम विदाई की तस्वीरें…
#WATCH | NCP Chief Sharad Pawar pays last respects to Shiromani Akali Dal patron Parkash Singh Badal at Lambi village in Punjab pic.twitter.com/MSR3jwXMcX
— ANI (@ANI) April 27, 2023
#WATCH | "It is very saddening that Parkash Singh Badal is not among us anymore. He was not a politician, he was a statesman. He contributed his life towards establishing peace and brotherhood in the society. We learned a lot from him…," says BJP President JP Nadda at Lambi in… pic.twitter.com/wrFGLYyQiT
— ANI (@ANI) April 27, 2023
अंतिम विदाई की तस्वीरें…
केंद्रीय मंत्री भी शोक जताने पहुंचे
हरियाणा के INLD नेता अभय चौटाला, केंद्रीय मंत्री सोमनाथ, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरजीत जियाणी, कांग्रेसी नेता व पूर्व डिप्टी सीएम ओम प्रकाश सोनी भी बादल परिवार से दुख साझा करने के लिए पहुंचे।
अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी, भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने प्रकाश सिंह बादल के पार्थिव शरीर को नमन किया।
वहीं NCP प्रमुख शरद पवार ने भी पहुंच सुखबीर बादल के साथ दुख जाहिर किया। अंतिम संस्कार के मौके पर बड़े सियासी नेताओं के पहुंचने पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए।
चंडीगढ़ में PM मोदी भी अंतिम दर्शन करने पहुंचे
इससे पहले, 5 बार पंजाब के CM रहे प्रकाश सिंह बादल की पार्थिव देह को बुधवार को अंतिम दर्शन के लिए चंडीगढ़ के सेक्टर 28 स्थित अकाली दल के ऑफिस में रखा गया। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अंतिम दर्शन व श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सुखबीर बादल से कहा कि उनके पिता को श्रद्धांजलि देना उनका फर्ज था।
पीएम मोदी के अलावा यहां हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर, विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता, पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला, पूर्व CM राजिंदर कौर भट्टल, सुनील जाखड़, सांसद परनीत कौर समेत कई सियासी दिग्गज पहुंचे।
चंडीगढ़ से बादल गांव तक शवयात्रा, रास्ते में फूलों से स्वागत
चंडीगढ़ में अंतिम दर्शन के बाद प्रकाश सिंह बादल की पार्थिव देह को काफिले के रूप में उनके पैतृक गांव बादल ले जाया गया। जिस एंबुलेंस में उनका शव था, उसे बिक्रम सिंह मजीठिया चला रहे थे जबकि सुखबीर बादल भी उनके साथ बैठे थे।
इस दौरान जगह-जगह अकाली वर्कर और समर्थक मौजूद रहे। उन्होंने ‘प्रकाश सिंह बादल अमर रहे’ के नारे लगाते हुए फूलों से उन्हें अंतिम विदाई दी। इस दौरान उनके बेटे सुखबीर बादल हाथ जोड़कर लोगों का धन्यवाद करते रहे।
बादल गांव में बनाया जाएगा स्मारक
गांव बादल के लोगों का कहना है कि जिस जगह प्रकाश सिंह बादल का दाह-संस्कार किया जा रहा है, वहीं उनका स्मारक भी बनाया जाएगा। यह स्मारक प्रकाश सिंह बादल के समर्थकों की आने वाली पीढ़ी के लिए बनाया जाएगा, ताकि वे उनके जीवन से प्रेरणा ले सकें।