अतीक और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में हत्या:मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाते वक्त सिर में गोली मारी; तीन हमलावरों ने सरेंडर किया
FIR में दावा- अतीक-अशरफ का मर्डर नाम कमाने के लिए:आरोपी बोले- कई दिनों से मीडियाकर्मी बनकर घूम रहे थे, मौका मिलते ही मार दिया
माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात प्रयागराज में हत्या कर दी गई है। पुलिस उन्हें अस्पताल में मेडिकल टेस्ट के लिए ले जा रही थी। पत्रकार साथ-साथ चलते हुए अतीक से सवाल कर रहे थे। इसी बीच तीन युवक मीडियाकर्मी बनकर पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए आए और अतीक के सिर में गोली मार दी। इसके बाद अशरफ पर फायरिंग की। दोनों वहीं ढेर हो गए।
Atiq Ahmed and his brother Ashraf Ahmed were murdered in the presence of UP police from . Utter lawlessness in UP#AtiqueAhmed #AtiqAhmad pic.twitter.com/A3gsWYa3ao
— Junaid Dar (@Akhbarwoul) April 15, 2023
इस हमले के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। तीनों हमलावरों ने सरेंडर कर दिया है। हमलावरों की पहचान लवलेश, सनी और अरुण मौर्य के नाम से हुई है। उनके पास से मीडिया कार्ड, कैमरा और माइक भी मिला है। इस हमले में कॉन्स्टेबल मानसिंह को भी गोली लगी है, जिसे अस्पताल ले जाया गया है।
44 साल की दहशत 20 सेकेंड में खत्म,
True…
Umesh Pal, a key witness in the MLA Raju Pal's murder case was murdered by #AtiqueAhmed
Raju Pal murderd 18 years back on January 25, 2005. Former MP Atiq Ahmed and his brother Khalid Azim alias Mohammad Ashraf prime accused in the killing of Raju Pal. pic.twitter.com/wGyMHhYMLh— TheWhiskyPriestAged (@ParetoSimplifed) April 15, 2023
यूपी पुलिस अभी इस मामले पर कुछ भी कह नहीं रही है। हमले के तुरंत बाद, यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार CM योगी से मिलने पहुंचे हैं। सीएम योगी ने सभी बड़े अधिकारियों को बैठक के लिए बुलाया है। वहीं, प्रयागराज में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। घटनास्थल पर SWAT (स्पेशल वीपंस ऐंड टैक्टिक्स) टीम पहुंच गई है। संवेदनशील इलाकों में RAF (रैपिड एक्शन फोर्स) की तैनाती की जा रही है। पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।
अतीक से 23 घंटे तक हो चुकी थी पूछताछ
अतीक अहमद और अशरफ से यूपी ATS और प्रयागराज पुलिस ने 23 घंटे पूछताछ की थी। दोनों से करीब 200 सवाल पूछे गए थे। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान अतीक ने कबूला था कि वह पाकिस्तान से हथियार की सप्लाई लेता रहा है। अहमदाबाद जेल से उसने ISI एजेंट को फोन किया था। यही नहीं, अतीक ने उमेश पाल हत्याकांड की साजिश का भी जुर्म कबूल किया। अशरफ ने पुलिस को बताया कि किसी चैनल से हथियार पंजाब के एक फॉर्म हाउस तक पहुंच जाते थे।
पूछताछ के दौरान अतीक गिड़गिड़ाता रहा। वह बेटे के जनाजे में शामिल होने की मिन्नतें करता रहा। इसी दौरान अतीक की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद अतीक और अशरफ को एक ही हथकड़ी में प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल लाया गया।
अखिलेश यादव बोले- UP में अपराध की पराकाष्ठा हो गई
UP में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
गुरुवार को झांसी में हुआ था अतीक के बेटे का एनकाउंटर, शनिवार सुबह दफनाया गया
माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का गुरुवार दोपहर साढ़े 12 से एक बजे के बीच झांसी में एनकाउंटर हुआ था। यूपी STF की एक टीम उमेश पाल हत्याकांड के शूटर्स की लोकेशन मिलने के बाद बुधवार को झांसी पहुंची थी। STF को शुरुआती जानकारी गुड्डू मुस्लिम के छिपे होने की मिली थी। गुड्डू मुस्लिम तो STF के हाथ नहीं लगा, लेकिन असद और गुलाम STF के हत्थे चढ़ गए।
असद और गुलाम की लोकेशन मिलने के बाद STF दोनों को जिंदा पकड़ना चाहती थी, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। STF की जवाबी फायरिंग में दोनों मारे गए। असद को दो, जबकि गुलाम को एक गोली लगी। शनिवार सुबह 10 बजे असद को प्रयागराज के कब्रिस्तान में दफनाया गया।
FIR में दावा- अतीक-अशरफ का मर्डर नाम कमाने के लिए:आरोपी बोले- कई दिनों से मीडियाकर्मी बनकर घूम रहे थे, मौका मिलते ही मार दिया
माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात प्रयागराज में हत्या कर दी गई। पुलिस दोनों को मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल ले जा रही थी। पत्रकार साथ-साथ चलते हुए अतीक और अशरफ से सवाल कर रहे थे। इसी बीच तीन हमलावर पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए आए और अतीक के सिर में गोली मार दी, फिर अशरफ पर फायरिंग की। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे। इनके नाम लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य हैं। हमले के तुरंत बाद ही तीनों ने सरेंडर कर दिया। लवलेश बांदा, अरुण कासगंज और सनी हमीरपुर का रहने वाला है। उनसे हथियार बरामद किए गए हैं। कॉन्स्टेबल मानसिंह को भी गोली लगी है।
FIR के मुताबिक, तीनों शूटर्स ने बताया कि वो अतीक-अशरफ को मारकर UP में पॉपुलर होना चाहते थे। जब से कोर्ट ने दोनों को पुलिस कस्टडी दी, तब से वे प्रयागराज आ गए थे और मीडियाकर्मी बनकर अतीक-अशरफ को मारने की फिराक में थे। शनिवार को मौका मिलते ही उन्हें मार दिया।
आज के अपडेट्स
- FIR में यह सामने आया है कि शनिवार रात अतीक-अशरफ पर हमले के दौरान एक शूटर लवलेश तिवारी को भी गोली लगी है। हमलावरों की फायरिंग में लवलेश घायल हुआ है।
- घटना के बाद उमेश पाल के घर की सुरक्षा में PAC-RAF और पुलिस के करीब 100 जवान तैनात हैं। पत्नी जया पाल और मां शांति देवी को किसी से मिलने की इजाजत नहीं है।
- अतीक-अशरफ का शव अभी अस्पताल में है। सूत्रों के मुताबिक, 5 डॉक्टरों की टीम दोनों का पोस्टमॉर्टम करेगी। परिवार या रिश्तेदारों में अभी कोई अस्पताल नहीं पहुंचा है।
- यूपी STF ने महाराष्ट्र के नासिक में शनिवार शाम छापा मारा है। भास्कर को सूत्रों ने बताया कि STF ने वेलकम होटल से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है।
आज के 2 बयान…
1. आरोपी लवलेश के पिता यज्ञ तिवारी बोले, ‘हमें जानकारी नहीं है और ना हमारा इससे कोई लेना-देना है। 5-6 दिन पहले आया था। उसका घर से कोई लेनादेना नहीं था। सालों से बोलचाल बंद है। थप्पड़ मारने के केस में जेल गया था, तब से बातचीत बंद है। नशा करता है। हमने उसे त्याग दिया है।’
2. दूसरे आरोपी सनी सिंह के भाई ने कहा, ‘उस पर पहले से केस दर्ज हैं अतीक-अशरफ को गोली मारने वालों में दूसरा शूटर सनी सिंह है। वह हमीरपुर का रहने वाला है। उसके भाई पिंटू सिंह ने ANI से बातचीत में बताया कि हम लोग 3 भाई थे, जिसमें से एक की मृत्यु हो गई। सनी के ऊपर पहले से भी मामले दर्ज हैं। वह कुछ नहीं करता था। हम उससे अलग रहते हैं। वह बचपन में ही घर छोड़कर भाग गया था।’