कनाडा में पार्ट टाइम जॉब करने वाले भारतीयों पर हमले:डेढ़ महीने में तीन हत्याएं, देर रात बाहर रहने से हिंसा का जोखिम बढ़ा

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कनाडा में भारतीय मूल के लाेगाें पर जानलेवा हमलाें की बढ़ती घटनाओं से भारतीय समाज में डर का माहौल बन गया है। पिछले डेढ़ महीने में हमलाें की तीन घटनाएं हुई हैं। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि भारतीय ही निशाने पर हैं या वे नस्लीय नफरत का शिकार हो रहे हैं।

चिंता का कारण है कि बड़ी संख्या में अप्रवासी भारतीय युवा आजीविका के लिए पार्ट टाइम नौकरियां कर रहे हैं। ज्यादातर देर रात तक काम करते हैं। दिसंबर में अल्बर्टा में सनराज सिंह (24) की हत्या की गई। दिसंबर में ही ओंटारियो के मिसिसाैगा में पवनप्रीत कौर (21) की गाेली मारकर हत्या की गई। नवंबर में ब्रिटिश काेलंबिया में महकप्रीत सेठी (18) की छुरा घोंपकर हत्या की गई।

रात में गैस स्टेशन-बड़े स्टाेर में खतरा
साउथ एशियन हैरिटेज एसाेसिएशन ऑफ हैमिल्टन एंड रीजन के प्रेसिडेंट खुर्शीद अहमद का कहना है कि बहुत सारे भारतीय सर्विस सेक्टर में हैं और कई बार देर रात तक बाहर रहना हाेता है। ऐसे में उनके साथ हिंसा का जोखिम बढ़ जाता है।

ग्रेटर टाेरंटाे एरिया के स्कारबराे में रह रहे और डिलीवरी सर्विस से जुड़े युवराज माेंगिया का कहना है कि गैस स्टेशन और बड़े स्टाेर जैसी जगहाें पर रात की पाली में सिर्फ एक व्यक्ति तैनात रहता है। ऐसे में खतरा बढ़ जाता है। महकप्रीत के साथ बहुत बुरा हुआ। अगर हमारी जान ही सुरक्षित न हाे ताे यहां रहने से क्या फायदा।

50 साल पहले कनाडा में बहुत नस्लीय भेदभाव था
खुर्शीद का कहना है कि जब वे उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से 50 साल पहले आकर बसे, उस समय कनाडा का समाज भारतीयाें और दूसरे एशियाइयाें के विरुद्ध पूरी तरह से नस्लीय भाव रखता था। तब अक्सर भारतीयों पर हमले की घटना सामने आती थी, लेकिन इन दशकाें में काफी बदलाव आया है।

मकानाें की कीमत बढ़ी, विदेशियों के संपत्ति खरीदने पर रोक
कनाडा में सरकार ने विदेशियों के रिहाइशी संपत्ति खरीदने पर रोक लगा दी है। कोविड के बाद से रियल एस्टेट की कीमतें बढ़ रही हैं। माना जा रहा था कि कीमतें विदेशी नागरिकों द्वारा संपत्ति में निवेश करने के चलते बढ़ रही हैं।

बाहर से आकर बसने वालाें में हर 5 में एक भारतीय
कनाडा में भारतीय मूल के लाेगाें की आबादी 18.5 लाख है, जाे कुल आबादी का करीब 5% है। इसके अलावा कनाडा के यूनिवर्सिटीज में 2.3 लाख से ज्यादा भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं। इनमें से बहुत से अपने खर्च के लिए पार्ट टाइम नाैकरियां करते हैं। हाल के कुछ सालों में भारतीयाें के लिए शिक्षा, नाैकरी और स्थायी निवास की एक अहम जगह के रूप में कनाडा उभरा है।

स्टैटिस्टिक्स कनाडा की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच साल में कनाडा में आकर बसने वाले हर पांच प्रवासियों में से एक भारत से आया है।

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