Bathinda-पब्लिक से सुझाव मांगकर तैयार होगा साल 2023 का नगर निगम सालाना बजट
-नगर निगम कमिश्नर ने पत्र जारी कर लोगों से मांगे सुझाव, जरनल हाउस में मिले सुझावों पर होगी चर्चा
बठिंडा. हर साल नगर निगम का बजट अफसरशाही की तरफ से तकनीकि माहिरों की मदद से तैयार कर पेश किया जाता है। इस दौरान जनप्रतिनिधियों की शिकायत रहती थी कि बजट बनाने से पहले उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया। इस दौरान शहर के विकास के साथ जुड़े कई प्रोजेक्टों के लिए बजट में प्रावधान नहीं हो पाता था। वही पिछली लकीर को ही हर बार दोहराकर बजट के आकड़ों का खेल खेलकर औपचारिकता पूरी कर दी जाती थी। इस बार इसमें कुछ तबदीली करने की कोशिश की जा रही है। इसके तहत नगर निगम इस बार का बजट लोगों की राय व सुझाव के आधार पर बनाने की योजना तैयार कर रहा है। इस संबंध में नगर निगम कमिश्नर की तरफ से एक पत्र भी जारी किया गया है। इस पत्र में कहा गया है कि लोग नगर निगम के साल 2023 में बनने वाले बजट को लेकर अपने सुझाव दे ताकि जनभागीदारी वाला बजट पेश किया जा सके। कमिश्नर के अनुसार नगर निगम बठिंडा की तरफ से बठिंडा शहर के विकास में आम पब्लिक का सहयोग व भागीदारी लेने के लिए नगर निगम की बेवसाइट पर सुजेशन फार दी डवल्पमेंट आफ अवर सिटी का लिंक दिया गया है। इस लिंक के माध्यम से शहर का नागरिक शहर के विकास संबंधी अपने सुझाव दे सकता है। यह सुझाव पेश होने वाले सालाना बजट बनाने में भी उपयोगी साबित होंगे। आम आदमी की तरफ से प्राप्त हुए विकास काम संबंधी सुझाव नगर निगम की जरनल हाउस बैठक में शामिल किए जाएंगे। यह सुझान नगर निगम के बजट को शहर व पब्लिक के हित में इस्तेमाल करने में सहायता मिलेगी। लोगों के सुझाव से उम्मीद जताई जा रही है कि इससे शहर एक बेहतर व विकसित शहर के साथ सुरक्षित व साफ सुधरा बनाने में मदद मिलेगी। कोई व्यक्ति सुझाव देना चाहता है तो वह नगर निगम बठिंडा की बेवसाइट पर दिए सिटी सुजेशन लिंक पर जाकर अपने विचार रख सकेगा।
गौरतलब है कि इससे पहले आम आदी पार्टी सरकार ने इस तरह की पहल राज्य के अपने पहले बजट पेश करने से पहले लोगों से मांगे थे। इसमें अखबारों में विज्ञापन जारी कर दिए गए लिंक में राज्य के व्यापारी, मजदूरों, किसानों, छात्रों से बजट को बेहतर बनाने के लिए अपने सुझाव देने के लिए कहा था। इसमें लाखों लोगों ने हिस्सा लेकर अपने विचार रखे थे व सरकार ने दावा किया था कि इन सुझावों को उन्होंने बजट बनाते समय ध्यान में रखा व काफी महत्वपूर्ण सुझावों को बजट में शामिल भी किया था। फिलहाल नगर निगम बठिंडा के लिए इसी तरह की प्रक्रिया को लागू करने की कोशिश की जा रही है। वर्तमान स्थिति में नगर निगम लोगों से सुझाव तो हासिल कर लेगा लेकिन इसमें सबसे बड़ी चुनौती लोगों की मांग के अनुरूप उसे लागू करने की होगी क्योंकि नगर निगम के पास वर्तमान में आर्थिक पक्ष काफी कमजोर है।
अधिकतर योजनाएं केंद्रीय बजट पर चल रही है जबकि शहर में विभिन्न विकास कार्य काफी समय से पेडिंग है। लोग पानी, सीवरेज व सड़कों जैसी मूलभूत सुविधा के साथ आसपास साफ सफाई को लेकर शिकायते करते हैं। इसके लिए नगर निगम ने विभिन्न पोर्टन बना रखे हैं जहां लोगों को आनलाइन अपनी शिकायते व सुझाव रखने की सुविधा है लेकिन साधनों की कमी के चलते इन्हें व्यवहार में लागू करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोग बिल्डिंग ब्रांच की कारगुजारी को लेकर खुश नहीं है जिसमें आनलाइन आवेदन की सुविधा होने के बावजूद लोगों के नक्शे व एनओसी हासिल करने में कई माह का समय लगता है व कई बार तो लोग भ्रष्टाचार की शिकायते भी करते हैं। नगर निगम हर साल एक ही फार्मेट पर बजट तैयार करता है इसमें पिछले साल का तय लक्ष्य कितना हासिल हुआ व आगामी साल में नया लक्ष्य तय कर सरकार को मंजूरी के लिए भेज दिया जाता है। बजट में न विकास कार्य की योजना या फिर नए टैक्स व राहत जैसे कालमों पर कभी भी चर्चा नहीं होती है। इसे हाउस में औपचारिकता के लिए लाया जाता है व पास कर सरकार के पास मंजूरी के लिए भेज देते हैं। इस स्थिति में अगर पब्लिक अपने सुझाव देकर बजट में कुछ शामिल करवाना चाहती है तो उसे तकनीकि तौर पर शामिल करना मुश्किल रहता है। फिलहाल निगम अधिकारी पब्लिक सलाह के आधार पर बजट बनाने की बात कर रहे हैं व दावा कर रहे हैं कि बजट में इसे कैसे शामिल करना है इस पर विचार होगा लेकिन जो लोग सुझाव देंगे उसे जरनल हाउस में चर्चा के लिए लाया जाएगा व बेहतर सुझाव को अमल में लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।