सिविल अस्पताल रामपुरा में चोर गेट बंद करने की मांग को लेकर प्रदर्शन जारी लेकिन प्रशासन बना मूक दर्शक
प्रशोत्तम मन्नू
रामपुरा फूल, 13 नवंबर: सिविल अस्पताल रामपुरा में चोरों की तरफ से तोड़फोड़ करने व चोरी की वारदातों को अंजाम देने वालों के खिलाफ कानूनी व विभागीय कारर्वाई करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी रहा। इसमें स्थिति यह है कि किसान संगठनों व समाज सेवी संस्थाओं की तरफ से अस्पताल परिसर में कारर्वाई को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद प्रशासन व सिविल अस्पताल अधिकारियों की सेहत पर किसी तरह का असर नहीं हो रहा है। सिविल अस्पताल प्रशासन की तरफ से चोर गेट बंद करने की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यहां स्थिति यह है कि संगठनों की तरफ से आरोप लगाया जा रहा है कि पूर्व मंत्रियों के इशारे पर अस्पताल में मरीजों की लूट हो रही है वही अधिकारियों और आला अधिकारियों की मिलीभगत से अस्पताल में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। इसी के विरोध में रामपुरा सिविल अस्पताल के बाहर किसान संगठनों के साथ शहर की समाज सेवी संस्थाओं की तरफ से धरना दिया जा रहा है। समाज सेवी संगठन जन कल्याण सभा के अध्यक्ष सीता राम दीपक ने कहा कि पूर्व में लाखों रु पये की दवा की अस्पतला में चोरी हुई थी। सिविल अस्पताल में एसएमओ की मौजूदगी में इस तरह की घटनाएं शर्मनाक है। पिछले कई वर्षों से दवा चोरी की जांच चल रही है। अस्पताल के कुछ कर्मचारियों के खिलाफ भी बेबुनियाद आरोप लगाए गए, लेकिन दवा चोरी के मामले को में किसी के खिलाफ कारर्वाई नहीं की है। अस्पताल के पिछले गेट से चोरी की वारदात हो रही है व पिछले गेट के साथ लगते मेडिकल स्टोरों का गौरखधंधा चल रहा है। इसमें मरीजों की जमकर लूट की जा रही है। हरबंस सिंह ढिल्लो भाकियू सिंधुपुर शहरी प्रधान ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रशासन की मिलीभगत से चोर गेट अभी भी चल रहा है, जबकि यह गेट अस्पताल के नक्शे में नहीं है। इसी गेट से दवाओं की कालाबाजारी शुरू होती है और उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही इस गेट को बंद किया जाए नहीं तो आंदोलन तेज किया जाएगा। धरने पर जगदेव सिंह फूल, सुखदेव सिंह फूल, ब्लाक अध्यक्ष जगजीत सिंह सरा, नवीन कुमार, निर्मल, सुनीम खान, चंदन कुमार, खरेदू राम और संत राम सहित अन्य नेता मौजूद थे।