बठिंडा के मसाज पार्लर व स्पा सेंटरों में चल रहा है देह व्यापार का धंधा, विदेशी लड़कियों के नाम पर चलता है धंधा

- इंडियन मेडिकल कौंसिल की तरफ से नहीं ले रखी है अनुमति फिर भी पुलिस मामले में नहीं कर रही कारर्वाई

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बठिंडा. बठिंडा में एक भी मसाज केंद्र को इंडियन मेडिकल कौंसिल की ओर से मसाज करने की अनुमति नही दी गई है और ना ही शहर में ऐसा कोई मसाज केंद्र है जहां पर आयुर्वैदिक पद्दति से पंचकर्मा होता है। शहर में करीब 15 मसाज पार्लर व स्पा सेंटर खुले हुए हैं, जो बठिंडा की आबोहवा में केवल गंदगी फैला रहे हैं। शहरी इलाके की बात करें तो बठिंडा गोनियाना रोड़ में गणेश नगर के नजदीक, भट्टी रोड. रोजगार्जन के नजदीक काम्प्लेक्स, माडल टाउन, 80 फिट रोड मं मसाज पार्लर की आड़ में जिस्मफरोशी के अवैध काम जारी है। इसमें थाइलैड, रशिया, कोरियन व इंडियन लड़कियों का आकर्षण दिखाकर हर आयु वर्ग के लोगों को मसाज के लिए बुलाकर देह व्यापार करवाया जाता है। हालात यह है कि राज्य भर में उक्त लोगों ने बकायदा एक गिरोह बना रखा है जो विदेशों से टूरिस्ट वीजा पर आई लड़कियों को हायर करते हैं व अपने यहां एक लाख रुपए प्रति सप्ताह का मेहनताना देकर देह व्यापार करवाते हैं।

इन सेंटर में बेशक बाहर ब्यूटीशन व सलून सेंटर का बोर्ड लगा है लेकिन अंदर इस तरह की कोई सुविधा नहीं मिलती है। छोटे-छोटे कैबिनों में बने उक्त सलून में सिर्फ नाम के गद्दे रखे गए है। इसमें विदेशी लड़कियों के लिए जहां चार से पांच हजार रुपए की वसूली की जा रही है वहीं इंडियन लड़कियों के लिए दो से तीन हजार रुपए प्रति घंटे के हिसाब से वसूल किए जाते हैं। इन सेंटरों में पुलिस की तरफ से भी किसी तरह की कारर्वाई नहीं की जाती है। हालांकि कुछ स्थानों पर पुलिस शिकायतों के बाद छापामारी जरूरी करती है लेकिन इसमें किसी तरह की सख्त धारा नहीं लगने के चलते कुछ समय बाद ही जमानत हो जाती है जिसके चलते उक्त लोग फिर से उक्त धंधे को नाम तबदील कर चलाने लगते हैं। कभी-कभी पुलिस इन केंद्रों पर चेकिंग करती है, लेकिन कार्रवाई सिर्फ चालान तक ही सीमित रहती है। इन मसाज पार्लरों की आड़ में शहर के स्कूल-कालेज के युवा और युवतियों को बिगाड़ा जा रहा है। फुल बाडी मसाज, बाडी टू बाडी जैसे आकर्षक शब्दों के जाल में फंसकर युवा इस ओर आकर्षित हो रहे हैं।

स्वजनों से झूठ बोलकर बच्चे इन केंद्रों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। यही नहीं अधिक पैसा कमाने के लालच में कालेज की युवतियां भी इन दलालों के चक्कर में फंस जाती हैं। इंडियन मेडिकल कौंसिल के बोर्ड की ओर से कुछ समय से मसाज व स्पा केंद्रों लिए मानक तय किए थे। इसमें प्रत्येक केंद्र में एक चिकित्सक व डिप्लोमाधारक मसाज स्टाफ की तैनाती करने को कहा गया था। इसके अलावा केंद्र खुलने से पहले बोर्ड से मान्यता लेनी होगी। प्रत्येक केंद्र में दो महिला व दो पुरुष स्टाफ की तैनाती होगी। यहां तक कि क्रास मसाज करने पर भी पाबंदी लगाई गई थी। लेकिन कुछ चालाक अवैध कारोबारी स्पा सेंटर दिखाने के लिए श्रम विभाग से लाइसेंस ले लेते हैं, जिसकी आड़ में वह देह व्यापार करवा रहे हैं। पंजाब में इस बाबत ज्यादा सख्ती नहीं है लेकिन दिल्ली सरकार की ओर से स्पा सेंटरों को चलाने के लिए बकायदा मानक बनाए गए हैं, लेकिन पंजाब सरकार अब तक मानक तय नहीं कर पाई है। मसाज पार्लर की आड़ में इस प्रकार के देहव्यापार को पुलिस के संरक्षण के आरोप भी लगते रहे है।

पुलिस खानापूर्ति करने के लिए महीने में स्पा सेंटरों के एक चक्कर लगा देती है, और इसके बाद सेंटरों में क्या चल रहा है, इसकी किसी को जानकारी नहीं होती। स्पा सेंटरों की कार्रवाई के लिए भारतीय मेडिकल कौंसिल अधिकृत है, लेकिन पुलिस का सहयोग नहीं मिलने के कारण कौंसिल भी कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है। इन सेंटरों के संबंध में जानकार खुलासा करते हैं कि इनका नेटवर्क पूरे पंजाब, चंडीगढ़ व दिल्ली तक फैला है। इसमें आपसी नेटवर्क के चलते हर सप्ताह विदेशी लड़कियों को एक से दूसरे स्थान में तबदील किया जाता है ताकि ग्राहकों का आकर्षण केंद्र में बना रहे। पिछले दिनों लुधियाना पुलिस ने सपा पार्लर की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया था।

पुलिस ने एक साल पहले सराभा नगर स्थित लाजुली पार्लर में छापा मारा था। जहां पुलिस ने देह व्यापार के धंधे में सम्मिलित 11 लोगों को गिरफ्तार किया जिसमें 9 लड़कियां और 2 मैनेजर शामिल थे। वही हाल में बी पुलिस ने सपा पार्लर की आड़ में काफी बड़े स्तर पर देह व्यापार का हाई प्रोफाइल धंधा चलाने वालों को गिरफ्तर किया है। इस संबंध में एसएसपी जे एलेनचेजियन का कहना है कि इस बाबत वह विभिन्न स्थानों में जांच करवाएंगे व किसी भी तरह के गैरकानूनी धंधे को चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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