केजरीवाल सरकार के मंत्री ने ली शपथ, हिंदू देवताओं की नहीं करेंगे पूजा

विजय दशमी के दिन करोलबाग के रानी झांसी रोड स्थित अम्बेडकर भवन में एक कार्यक्रम के दौरान ली गई शपथ को लेकर बवाल मच गया है। भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी सरकार पर सवाल उठाया है।

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दिल्ली की केजरीवाल सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम पर हिंदू धर्म विरोधी बयान देने का आरोप लगा है। वे दिल्ली में बौद्ध धर्म के दीक्षा कार्यक्रम में शामिल हुए थे। आरोप है कि उन्होंने यहां लोगों को हिंदू देवी-देवताओं को नहीं मानने की शपथ दिलाई।

यह कार्यक्रम बुधवार को हुआ था। शुक्रवार को नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने मंत्री राजेंद्र पाल का वीडियो शेयर किया। इसमें मंत्री राजेंद्र पाल हिंदू धर्म के खिलाफ बोल रहे हैं। मनोज ने अपने ट्वीट में सवाल पूछा है कि AAP इतनी हिंदू विरोधी क्यों है?

धर्म परिवर्तन का भी आरोप
यह दीक्षा कार्यक्रम जय भीम मिशन ने किया था, जिसमें 10 हजार से ज्यादा लोग आए थे। भाजपा का आरोप है कि आम आदमी पार्टी (AAP) ने मुफ्त सामान देकर गरीब हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया है। AAP धर्म परिवर्तन कराने वाली एजेंसी बन गई है।

मंत्री ने खुद भी शेयर किया अपना वीडियो
मंत्री राजेंद्र पाल ने 5 अक्टूबर को हुए इस इवेंट के बारे में जानकारी देते हुए ट्वीट किया, ‘चलो बुद्ध की ओर मिशन जय भीम बुलाता है। आज मिशन जय भीम के तत्वावधान में अशोका विजयादशमी पर डॉ. अंबेडकर भवन रानी झांसी रोड पर 10,000 से ज्यादा बुद्धिजीवियों ने तथागत गौतम बुद्ध के धम्म में घर वापसी कर जाति विहीन व छुआछूत मुक्त भारत बनाने की शपथ ली। नमो बुद्धाय, जय भीम!।’

धम्म दीक्षा कार्यक्रम में मौजूद हजारों लोग। यह कार्यक्रम द बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया ने कराया। मंत्री राजेंद्र गौतम इस संस्था के राष्ट्रीय संरक्षक हैं।
धम्म दीक्षा कार्यक्रम में मौजूद हजारों लोग। यह कार्यक्रम द बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया ने कराया। मंत्री राजेंद्र गौतम इस संस्था के राष्ट्रीय संरक्षक हैं।

हिंदू देवी-देवताओं के अपमान का अधिकार किसी को नहीं

वहीं, करोल बाग से ही पार्षद रहे और पूर्व महापौर योगेंद्र चांदोलिया ने इसे हिंदू धर्म का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि नागरिक अपनी स्वेच्छा से किसी धर्म को अपना सकता है, लेकिन बहुसंख्यक हिंदु समाज के देवी देवताओं के अपमान का अधिकार किसी को नहीं है। भगवान विष्णु, श्रीकृष्ण और गौरी-गणेश की पूजा न करने और उन्हें भगवान न मानने की बात कहने वाले राजेंद्र पाल गौतम कौन होते हैं। भाजपा नेता कहा, मंत्री को हटाएं अरविंद केजरीवाल

योगेंद्र चंदौलिया ने कहा कि यह सरासर हिंदुओं की आस्था का अपमान है। इस पर दिल्ली सरकार के मंत्री को माफी मांगनी चाहिए। साथ ही अरविंद केजरीवाल को चाहिए कि इस प्रकार के हिंदू विरोधी मंत्री को मंत्रिमंडल से बाहर करें। इस संबध में राजेंद्र पाल गौतम से उनका फोन कर पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो पाया।

राजेंद्र पाल की सफाई- मेरी आस्था से किसी को क्या दिक्कत
वीडियो वायरल होने के बाद मंत्री राजेंद्र गौतम ने कहा, ‘भाजपा देशद्रोही है। अगर मेरी आस्था बौद्ध धर्म में है तो उससे किसी को क्या दिक्कत है? भाजपा को शिकायत करनी है तो वह करे। भारत का संविधान हमें किसी भी धर्म को मानने की आजादी देता है। भाजपा की जमीन खिसक रही है और वह आम आदमी पार्टी से डरती है।’

डॉ. अंबेडकर के पड़पोते ने दोहराईं 22 प्रतिज्ञा
दीक्षा समारोह में डॉ. अंबेडकर के पड़पोते राजरत्न अंबेडकर भी मौजूद थे। जिन्होंने शपथ के रूप में बाबा साहेब की 22 प्रतिज्ञाओं को दोहराया। मंत्री राजेंद्र पाल यह यह कार्यक्रम कराने वाली संस्था द बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया और जय भीम मिशन के राष्ट्रीय संरक्षक हैं।

दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज करने जा रही है भाजपा
वीडियो सामने आने के बाद भाजपा नेता कपिल मिश्रा, मनोज तिवारी ने मंत्री राजेंद्र पाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की बात कही है। राजेंद्र पर लोगों को दीक्षा दिलाने के दौरान हिंदू और बौद्ध धर्म को कलंकित और अपमानित करने का आरोप लगाया गया है। साथ ही सीएम केजरीवाल से राजेंद्र पाल को तत्काल पद से हटाने की मांग की जा रही है।

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