उद्धव सरकार पर संकट : शिवसेना के 15 बागी विधायकों को केंद्र ने Y प्लस सुरक्षा दी, उनके घरों पर CRPF तैनात होगी
मुंबई। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के साथ गए शिवसेना के 15 बागी विधायकों को केंद्र सरकार ने Y प्लस सुरक्षा दी है। अब इन्हें CRPF की सिक्योरिटी मुहैया कराई गई है। इन विधायकों के घरों पर भी CRPF तैनात कर दी गई है। विधायकों के घरों और दफ्तरों पर शिवसैनिकों के हमलों के बाद यह फैसला लिया गया है।
Thane, Maharashtra | Supporters of Eknath Shinde camp paint over posters erected in support of Uddhav Thackeray pic.twitter.com/OdjRWVqpq3
— ANI (@ANI) June 26, 2022
इधर, अयोग्यता का नोटिस पा चुके 16 बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है। बागी विधायक कोर्ट में शिवसेना विधायक दल के नए नेता के फैसले को भी चुनौती देंगे।
Pune, Maharashtra | Shiv Sena workers hold 'joote maro andolan' against rebel Shiv Sena MLAs pic.twitter.com/fFvLrtIJM2
— ANI (@ANI) June 26, 2022
आज के 2 बड़े अपडेट्स…
1. शिवसेना में उठे विद्रोह को रोकने के लिए उद्धव की पत्नी रश्मि ठाकरे ने भी मोर्चा थाम लिया है। सूत्रों के मुताबिक रश्मि ने बागी विधायकों की पत्नियों को मैसेज भेजा है और कहा कि अपने पति को मनाएं। रश्मि ने कुछ बागी विधायकों की पत्नियों से फोन पर भी बात की है।
2. देवेंद्र फडणवीस आज दिल्ली पहुंच सकते हैं। यहां आगे की रणनीति तय किया जाएगा। फडणवीस शुक्रवार रात को वडोदरा में एकनाथ शिंदे से मिले थे।
पिछले 5 दिनों का घटनाक्रम…..
पांचवे दिन: शिवसेना की हाईलेवल मीटिंग, शिंदे-फडणवीस मिले
पांचवें दिन शनिवार को शिवसेना की हाईलेवल मीटिंग हुई। उद्धव ने शिंदे पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा- शिंदे पहले नाथ थे, लेकिन अब दास हो गए हैं। उद्धव की मीटिंग में 6 प्रस्ताव पास किया गए। बागी गुट ने शिवसेना (बाला साहेब) के नाम पर नई पार्टी का ऐलान कर दिया।
#WATCH लोग उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर भरोसा रखेंगे। कल उद्धव जी ने कहा कि जो लोग बाहर गए हैं वो शिवसेना नाम का इस्तेमाल ना करें और अपने बाप के नाम का इस्तेमाल करें और वोट मांगें: शिवसेना नेता संजय राउत, मुंबई pic.twitter.com/c7mo1b0EOW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2022
इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना बालासाहब की है। किसी को भी बालासाहब के नाम का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा। उधर, यह भी खबर आई की शुक्रवार देर रात एकनाथ शिंदे गुवाहाटी से इंदौर होते हुए वडोदरा गए थे, जहां उनकी मुलाकात महाराष्ट्र के पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस से हुई।
Mumbai, Maharashtra | Shiv Sena workers hold bike rally to protest against the rebel shiv sena MLAs outside the Saamana office in Mumbai pic.twitter.com/dIYCdg540H
— ANI (@ANI) June 26, 2022
देर शाम एकनाथ शिंदे ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा- प्रिय शिवसैनिकों… अच्छी तरह से समझें, महा विकास अघाड़ी (MVA) के खेल को पहचानो..! मैं शिवसेना और शिवसैनिकों को MVA के अजगर के चंगुल से मुक्त कराने के लिए संघर्ष कर रहा हूं। यह लड़ाई आप शिवसैनिकों के फायदे के लिए है।
चौथे दिन: कुर्ला MLA के ऑफिस में तोड़फोड़, शिंदे की तस्वीर पर कालिख पोती
चौथे दिन यानी शुक्रवार को बागी विधायकों पर शिवसेना का उद्धव गुट हमलावर हो गया है। उद्धव समर्थकों ने कुर्ला में शिवसेना के बागी विधायक मंगेश कुंडालकर के दफ्तर पर कुछ हमला किया है। उन्होंने मेन गेट पर तोड़फोड़ की है। उनके पोस्टर और नेम प्लेट तोड़े गए हैं। वहीं अहमदनगर में भी बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे की तस्वीर पर कालिख पोती गई है। साकीनाका इलाके में भी बागी विधायक दिलीप लांडे के पोस्टर फाड़े गए हैं। तोड़फोड़ की घटना के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी किया है।
तीसरा दिन: बागी विधायकों ने उद्धव को चिट्ठी लिखी
गुरुवार को महाराष्ट्र के सियासी घमासान का तीसरा दिन था। देर शाम तक सामने आए एक वीडियो में शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने आखिरकार इशारों में बता ही दिया कि उनके पीछे कौन सी महाशक्ति काम कर रही है। इशारा भाजपा की ओर था। इस बीच NCP चीफ शरद पवार ने कहा कि बागियों को बड़ी कीमत चुकानी होगी। उधर, शिवसेना सांसद संजय राउत ने नाराज विधायकों को मनाने के लिए महा विकास अघाडी गठबंधन (MVA) से अलग होने की बात कही। बागी कैंप के सभी विधायकों ने उद्धव को एक चिट्ठी भी लिखी। चिट्ठी में लिखा- शिवसेना विधायकों के लिए आपका दरवाजा हमेशा बंद रहता था। आप इन विधायकों की सुनते नहीं थे। गुवाहाटी होटल के बाहर TMC कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
दूसरा दिन: उद्धव ने मुख्यमंत्री आवास छोड़ा
सियासी संकट के दूसरे दिन यानी बुधवार को उद्धव ने मुख्यमंत्री आवास छोड़ दिया। उद्धव ने फेसबुक लाइव कर कहा- शिंदे मेरे से बात करें, मैं CM कुर्सी के साथ ही शिवसेना अध्यक्ष का पद भी छोड़ दूंगा। वहीं शरद पवार ने उद्धव को सलाह दी कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ही बना दो, पार्टी टूट से बच जाएगी। इधर, गुवाहाटी में बैठे शिंदे ने शिवसेना के चीफ व्हिप सुनील प्रभु को हटा दिया।
पहला दिन: 14 विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे सूरत पहुंचे
महाराष्ट्र सियासी ड्रामे के पहले दिन यानी मंगलवार को शिवसेना के करीब 14 विधायक एकनाथ शिंदे के साथ सूरत पहुंच गए। यहां सभी विधायक होटल ली मैरेडियन में रुके। विधायकों के बगावत को देखते हुए उद्धव ठाकरे ने दो दूत को समझौते के लिए भेजा। वहीं शरद पवार ने कहा कि शिवसेना का यह इंटरनल मैटर है। एक विधायक नितिन देशमुख की पत्नी ने अकोला थाने में पति के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
उद्धव ने माना- शिंदे ने कहा था कांग्रेस-एनसीपी हमें खत्म कर रहे, विधायक भाजपा के साथ जाना चाहते हैं
महाराष्ट्र में पिछले तीन दिनों से चल रहे राजनीतिक संकट के बीच उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार शाम शरद पवार के साथ दो घंटे मीटिंग की। इसके बाद उन्होंने शिवसेना के नगरसेवकों को संबोधित किया। ठाकरे ने कहा कि कुछ दिन पहले जब मुझे बगावत का शक हुआ तो मैंने एकनाथ शिंदे को फोन किया और कहा कि शिवसेना को आगे ले जाने का अपना कर्तव्य निभाओ, ऐसा करना सही नहीं है।
उन्होंने मुझसे कहा कि एनसीपी-कांग्रेस हमें खत्म करने की कोशिश कर रही है और विधायक चाहते हैं कि हम बीजेपी के साथ जाएं। मैंने उनसे कहा था कि जो विधायक ऐसा करना चाहते हैं उन्हें मेरे पास लाओ। भाजपा, जिसने हमारी पार्टी, मेरे परिवार को बदनाम किया है, वही है जिसके साथ जाने की आप बात कर रहे हैं। ऐसा सवाल ही नहीं उठता। विधायक अगर वहां जाना चाहते हैं तो वे सभी जा सकते हैं। मैं नहीं रोकूंगा। अगर कोई जाना चाहता है, चाहे वह विधायक हो या कोई और। आओ और हमें बताओ और फिर जाओ।