नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ऑफिस में नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी से पूछताछ जारी है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अब तक जांच में ED द्वारा पूछे गए प्रमुख सवालों और राहुल के जवाबों की जानकारी दी।
Delhi | Congress leader Rahul Gandhi reaches the office of the Enforcement Directorate for the fifth day of questioning in the National Herald case pic.twitter.com/MElzQAtaX7
— ANI (@ANI) June 21, 2022
प्रश्न: क्या आप यंग इंडिया के डायरेक्टर और शेयर होल्डर हैं?
राहुल: हां
प्रश्न: क्या यंग इंडिया AJL का शेयर होल्डर है?
राहुल: हां, दशकों से रहा है, हमेशा से है। ये कागजों में है।
प्रश्न: आप यंग इंडिया के शेयर होल्डर या डायरेक्टर क्या AJL का मालिकाना हक रखते हैं?
राहुल: अगर व्यक्ति किसी कंपनी का 100 प्रतिशत शेयर होल्डर है तो भी उस कंपनी पर उसका मालिकाना हक नहीं होता है। यह 1955 से कानून है।
प्रश्न: क्या आपने इस कंपनी से कोई फायदा लिया?
राहुल: अनुच्छेद आठ और 25 वाली कंपनी में फायदा नहीं लिया जा सकता है। न वेतन ले सकते हैं न गाड़ी या अन्य भत्ते। यह सवाल ही गलत।
ED की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस का हंगामा
राहुल गांधी पर ED की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय से पैदल मार्च निकाला। पार्टी नेता नारेबाजी करते हुए जंतर-मंतर जा रहे थे, लेकिन कुछ दूरी पर ही पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोक लिया। कार्यकर्ता वहां खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। कुछ कार्यकर्ता बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें घसीटकर हिरासत में ले लिया।
#Congress leader Alka Lamba should be in #Bollywood 🤣😂 pic.twitter.com/NWgyg5jxh9
— Pradeep Aggarwal (Veteran – Col) 🇮🇳🪖⚔️ (@Pradeep54242413) June 21, 2022
पुलिस से भिड़ीं अलका लांबा, बिलखकर रोईं
मार्च रोकने के विरोध में कांग्रेस नेता अलका लांबा पुलिस से भिड़ गईं। वे सड़क पर बैठ गईं। वे रोते-रोते बोलीं- आज देश की जो हालत है, उस पर पूरा देश रो रहा है। हम जय जवान, जय किसान और भारत माता की जय कहते हुए प्रदर्शन करना चाहते हैं। ये हमारा संवैधानिक अधिकार है। लेकिन, ये सरकार हमारे इस लोकतांत्रिक अधिकार को छीनना चाहती है। बच्चे सेना में भर्ती होकर देश के लिए शहीद होना चाहते हैं, लेकिन सरकार उनसे ये मौका छीनना चाहती है।
पुलिस वालों ने अलका लांबा को उठाने की कोशिश की तो उनकी पुलिस ने नोकझोंक हो गई। वहीं, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी की। पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है और उन्हें बसों में बैठाकर अलग-अलग थानों में भेज दिया है।
राहुल का प्रधानमंत्री पर तंज
राहुल गांधी ने ED ऑफिस जाने से पहले प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा- आपके समय के साथ सुधार वाले फायदों के परिणाम देश की जनता हर दिन भुगत रही है। नोटबंदी, गलत GST, CAA, रिकॉर्ड महंगाई, रिकॉर्ड बेरोजगारी, काले कृषि कानून और अब अग्निपथ से प्रहार। भाजपा का ‘अच्छा’ मतलब, देश के लिए घातक।
कांग्रेस ने दिल्ली बुलाए सभी सांसद-विधायक
कांग्रेस नेताओं को उम्मीद थी कि सोमवार को पूछताछ खत्म हो जाएगी, लेकिन मंगलवार को फिर राहुल को समन करने के बाद पार्टी नेताओं ने फिर से प्रदर्शन की तैयारी कर ली है। पार्टी ने मंगलवार को अपने सभी सांसद-विधायकों को दिल्ली बुलाया है।
कांग्रेस मुख्यालय पर विरोध-प्रदर्शन
कांग्रेस के कार्यालय पर पार्टी नेताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया। यहां दिल्ली के स्थानीय और राष्ट्रीय नेता मौजूद हैं। प्रदर्शन के दौरान राहुल के खिलाफ ED की जांच को केंद्र सरकार की दबाव की राजनीति बताया गया। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- भाजपा की तानाशाही और बदले की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा। हम डरेंगे नहीं, डटकर लड़ेंगे। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा- ED के ऐसे कौन से प्रश्न हैं, जिनका पहाड़ 5 दिन या 50 घंटों में खत्म नहीं होता? यह जांच संवैधानिक या कानूनी नहीं है। निजी प्रतिशोध है।
4 दिन में 42 घंटे हो चुकी पूछताछ
इससे पहले सोमवार को राहुल से करीब 12 घंटे पूछताछ की गई। वह देर रात करीब 12 बजे ED ऑफिस से बाहर निकले थे। राहुल से ED की टीम पिछले हफ्ते सोमवार से बुधवार तक लगातार 3 दिन में 30 घंटे और सोमवार को 12 घंटे पूछताछ कर चुकी है। यानी 4 दिनों में राहुल से करीब 42 घंटे पूछताछ की जा चुकी है। इसी मामले में ED कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से 23 जून को सवाल करेगी।
राहुल के जवाबों से संतुष्ट नहीं ED अफसर
अब तक हुई पूछताछ में ED अधिकारी राहुल के जवाबों से असंतुष्ट नजर आए। वहीं, राहुल गांधी ने कहा- लगता है अब यहां रोज आना पड़ेगा, क्योंकि पूछताछ लंबी चलेगी। नेशनल हेराल्ड केस में राहुल के अलावा सोनिया गांधी, सुमन दुबे और सैम पित्रौदा भी आरोपी हैं। दो आरोपी ऑस्कर फर्नांडिस और मोतीलाल वोरा का निधन हो चुका है।
कांग्रेस नेताओं ने किया ‘सत्याग्रह’
अधिकारियों ने पूछे यंग इंडिया संबंधी सवाल
राहुल गांधी से 3 दिन की पूछताछ में सिर्फ 50% सवाल ही पूछे जा सके हैं। सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में ED अफसर उनके जवाबों से असंतुष्ट नजर आए। पूछताछ में राहुल ने यंग इंडिया लिमिटेड को नो प्रॉफिट नो लॉस वाली कंपनी बताया। ED अधिकारियों ने सामाजिक कार्यों को गिनाने को कहा, जो इस कंपनी के जरिए किए गए।
खड़गे, बंसल से हो चुकी पूछताछ
2015 में इस केस में ED की एंट्री हुई थी। ED ने मई के अंतिम हफ्ते में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था। इससे पहले अप्रैल में कांग्रेस के 2 दिग्गज नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल से भी ED पूछताछ कर चुकी है।
मोतीलाल वोरा का नाम आने पर उनके बेटे ने कहा- राहुल ऐसे आरोप नहीं लगा सकते
ED की पूछताछ के दौरान राहुल गांधी के बयानों पर मोतीलाल वोरा के बेटे अरुण वोरा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- राहुल उनके पिता के खिलाफ कुछ नहीं बोल सकते हैं। दरअसल, कहा जा रहा है कि नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ के दौरान राहुल गांधी ने ट्रांजेक्शन में पार्टी के दिवंगत नेता मोतीलाल वोरा का नाम लिया था। राहुल गांधी के मुताबिक, AJL और यंग इंडिया के बीच हुई लेनदेन के तमाम ट्रांजेक्शन मोतीलाल वोरा ही देखते थे। एक इंटरव्यू में अरुण वोरा ने कहा कि राहुल गांधी उनके पिता के खिलाफ इस तरह के आरोप नहीं लगा सकते। कांग्रेस नेतृत्व गलत नहीं हो सकता और न ही वोराजी।
नेशनल हेराल्ड केस क्या है?
BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दाखिल करते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे पर घाटे में चल रहे नेशनल हेराल्ड अखबार को धोखाधड़ी और पैसों की हेराफेरी के जरिए हड़पने का आरोप लगाया था।
आरोप के मुताबिक, इन कांग्रेसी नेताओं ने नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों पर कब्जे के लिए यंग इंडियन लिमिटेड, यानी YIL नाम का आर्गनाइजेशन बनाया और उसके जरिए नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली असोसिएटेड जर्नल लिमिटेड, यानी AJL का अवैध तरीके से अधिग्रहण कर लिया। स्वामी का आरोप था कि ऐसा दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था।