ब्रिटिश PM का भारत दौरा:स्वागत से खुश जॉनसन बोले- मैं खुद को सचिन-अमिताभ जैसा महसूस कर रहा हूं- थैंक्स मोदी जी
गुरुवार का दिन गुजरात में गुजारने वाले जॉनसन ने वहां के लोगों को भी धन्यवाद दिया। कहा- वहां के लोगों ने मेरा तहे दिल से स्वागत किया। यह वास्तव में यादगार इस्तकबाल था। इसके पहले मैंने दुनिया में कभी इस तरह का ग्रैंड वेलकम नहीं देखा था। गुजरात के लोगों का दिल से शुक्रिया। यह मोदी का होम स्टेट भी है और मैं पहली बार वहां गया था।
नई दिल्ली. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन दो दिन के भारत दौरे पर हैं। शुक्रवार को दौरे के आखिरी दिन जॉनसन नई दिल्ली पहुंचे। यहां PM नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। भारत में मिले इस्तकबाल से खुश जॉनसन भी अपनी खुशी को छिपा नहीं पाए। कहा- मुझे ऐसा महसूस हो रहा है जैसे में सचिन तेंदुलकर या अमिताभ बच्चन हूं। मैं इस ग्रैंड वेलकम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रगुजार हूं।
जॉनसन गुरुवार को मोदी के गृह राज्य गुजरात में थे। यहां उन्होंने साबरमती आश्रम भी देखा था। इस दौरान जॉनसन चरखा चलाते भी नजर आए।
हर जगह होर्डिंग्स
जॉनसन ने भारत में शानदार स्वागत के लिए सबसे पहले मोदी का शुक्रिया अदा किया। कहा- बेहतरीन स्वागत के लिए प्रधानमंत्री मोदी और भारत के लोगों का शुक्रिया। जब मैं यहां पहुंचा तो लगा जैसे मैं सचिन तेंदुलकर हूं। फिर चारों तरफ लगे होर्डिंग्स को देखकर लगा जैसे मैं अमिताभ बच्चन हूं। मोदी वैसे भी मेरे खास दोस्त हैं।
शुक्रवार को जॉनसन और मोदी ने भारत और ब्रिटेन के बीच रिश्तों की समीक्षा की। इस दौरान दोनों के बीच स्ट्रैटजिक डिफेंस, डिप्लोमेसी और इकोनॉमिक पार्टनरशिप पर चर्चा हुई। हिंद और प्रशांत महासागर में चीन की चुनौती के मद्देनजर सुरक्षा सहयोग भी बातचीत का अहम हिस्सा था।
गुजरात का दौरा यादगार
गुरुवार का दिन गुजरात में गुजारने वाले जॉनसन ने वहां के लोगों को भी धन्यवाद दिया। कहा- वहां के लोगों ने मेरा तहे दिल से स्वागत किया। यह वास्तव में यादगार इस्तकबाल था। इसके पहले मैंने दुनिया में कभी इस तरह का ग्रैंड वेलकम नहीं देखा था। गुजरात के लोगों का दिल से शुक्रिया। यह मोदी का होम स्टेट भी है और मैं पहली बार वहां गया था।
जॉनसन शुक्रवार को महात्मा गांधी के समाधिस्थल राजघाट भी गए। यहां उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। एयरपोर्ट पर उन्हें केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने रिसीव किया।
विदेश मंत्री से भी मिले जॉनसन
इससे पहले जॉनसन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच एक्सपेंडिंग पार्टनरशिप और इंडो-यूके रोडमैप 2030 को लागू करने पर चर्चा हुई।
ब्रिटेन में भारतीय मूल के 15 लाख लोग हैं, जो वहां की जीडीपी में 6% का योगदान देते हैं। ब्रिटेन में करीब 1 लाख भारतीय छात्र पढ़ते हैं। ब्रिटेन और भारत के बीच बीते दो दशक में व्यापार 3 गुना बढ़ा है। बीते साल भारत ने 51,054 करोड़ का आयात किया, जबकि निर्यात 79,000 करोड़ रुपए रहा। सेवा क्षेत्र को मिलाकर कारोबार 3.81 लाख करोड़ रुपए है।