पंजाब सरकार में मंत्रियों को बांटे विभाग:हरपाल चीमा वित्तमंत्री; मीत हेयर को शिक्षा और सेहत डॉ. विजय सिंगला को; गृह विभाग CM भगवंत मान के पास रहेगा

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चंडीगढ़। शपथ ग्रहण के 2 दिन बाद पंजाब सरकार के मंत्रियों को विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। सबसे अहम गृह और कर एवं आबकारी मंत्रालय सीएम भगवंत मान के पास रहेगा। हरपाल चीमा को पंजाब का नया वित्त मंत्री बनाया गया है। सबसे चुनौती वाला शिक्षा विभाग गुरमीत सिंह मीत हेयर दिया गया है। हरजोत बैंस को कानून और टूरिज्म मंत्री बनाया गया है।  हरभजन सिंह ETO बिजली मंत्री होंगे। डॉ. बलजीत कौर को सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय दिया गया है। लालचंद कटारूचक्क को फूड एवं सिविल सप्लाई मंत्री बनाया गया है। लालजीत भुल्लर को ट्रांसपोर्ट मंत्री बनाया गया है। ब्रह्मशंकर जिंपा को वाटर सप्लाई और कुदरती आपदा प्रबंधन मंत्री बनाया गया है। सेहत विभाग डॉ. विजय सिंगला को दिया गया है। कुलदीप धालीवाल को ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री बनाया गया है। मंत्रियों को साथ में कुछ और विभाग भी दिए गए हैं। इस बारे में सरकार की तरफ से अभी औपचारिक घोषणा होनी बाकी है।

7 मंत्रियों के लिए अभी भी जगह
पंजाब में मुख्यमंत्री समेत 18 मंत्री बन सकते हैं। इनमें भगवंत मान सीएम बन चुके हैं। इसके अलावा 10 मंत्रियों ने कल शपथ ले ली। हालांकि अब 7 मंत्रियों की जगह बची है। यह पद आप सरकार कब भरती है, इसको लेकर सबकी नजर है।

पंजाब से राज्यसभा में AAP के 5 चेहरे:33 साल के राघव सबसे कम उम्र के मेंबर, CM मान के करीबी क्रिकेटर हरभजन और प्रो. संदीप भी लिस्ट में

AAP Punjab Rajya Sabha Member From Punjab, Cricketer Harbhajan Singh,  Raghav Chadha, Naresh Patel, Delhi IIT Professor Sandeep Pathak, Kislay  Sharma, Arvind Kejriwal | 33 साल के राघव सबसे कम उम्र के

पंजाब से राज्यसभा के लिए आम आदमी पार्टी ने 5 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इनमें जालंधर के रहने वाले क्रिकेटर हरभजन सिंह, फगवाड़ा स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) के वाइस चांसलर अशोक मित्तल, पार्टी के पंजाब सह इंचार्ज राघव चड्‌ढा, लुधियाना से इंडस्ट्रियलिस्ट संजीव अरोड़ा और दिल्ली IIT के प्रोफेसर डॉ. संदीप पाठक का नाम शामिल है।

33 साल के राघव चड्ढा का राज्यसभा मेंबर बनना तय ही है। अगर ऐसा होता है तो वे देश के सबसे कम उम्र के राज्यसभा मेंबर होंगे। उधर, पाठक को दिल्ली में 2020 और फिर पंजाब में 2022 के चुनाव में पर्दे के पीछे रहकर अहम भूमिका निभाने का इनाम दिया गया है। अरविंद केजरीवाल ने भी संदीप पाठक के काम की तारीफ की थी।

aam aadmi party announces 5 names for rajya sabha candidate in punjab -  पंजाब की 5 राज्यसभा सीटों के लिए AAP ने घोषित किए नाम, दो कारोबारी भी  शामिल; देखें पूरी लिस्ट

क्रिकेटर हरभजन सिंह जालंधर के रहने वाले हैं और CM भगवंत मान के करीबी हैं। मान उन्हें स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की कमान सौंप सकते हैं। आज नामांकन का आखिरी दिन है। चुनाव 31 मार्च को होंगे।

राज्यसभा के लिए नामांकन भरते राघव चड्‌ढा। इस दौरान उनकी मां और पंजाब के CM भगवंत मान भी मौजूद रहे।
राज्यसभा के लिए नामांकन भरते राघव चड्‌ढा। इस दौरान उनकी मां और पंजाब के CM भगवंत मान भी मौजूद रहे।

राज्यसभा कैंडिडेट्स के ऐलान के साथ विरोधियों ने उठाई आवाज
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को लेकर विरोधियों ने बाहरी का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया है। पूर्व में AAP नेता रहे कांग्रेस विधायक सुखपाल खैहरा ने इसका विरोध किया। उनका कहना है कि पंजाबियों को ही पंजाब की आवाज उठाने के लिए राज्यसभा में भेजना चाहिए। अकाली दल के प्रवक्ता हरचरन सिंह बैंस ने भी इसका विरोध किया।

AAP ने पंजाब में 117 में से 92 सीटें जीती। इसलिए सभी 5 मेंबर उनके ही चुने जाने तय हैं।
AAP ने पंजाब में 117 में से 92 सीटें जीती। इसलिए सभी 5 मेंबर उनके ही चुने जाने तय हैं।

पंजाब से यह सीटें हो रहीं खाली
पंजाब में कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दूलो, अकाली दल के सुखदेव सिंह ढींडसा और नरेश गुजराल के अलावा भाजपा के श्वेत मलिक का कार्यकाल खत्म हो रहा है। इनमें प्रताप सिंह बाजवा इस बार कादियां से विधायक भी बने हैं।

जानिए कैसे होगा पंजाब में राज्यसभा सदस्य का चुनाव

  • राज्यसभा सदस्य के चुनाव के लिए सिर्फ विधायक ही वोट देंगे। इसके लिए विधायकों की कुल संख्या को राज्यसभा की खाली सीटों में 1 जोड़कर विभाजित किया जाता है। उसके बाद जो आंकड़ा आए, उसमें एक जोड़ दिया जाता है। जिसे उतने विधायकों का समर्थन मिलेगा, वह सदस्य बन जाएंगे।
  • पंजाब के लिहाज से देखें तो पहले 2 सीटों के लिए चुनाव होना है। ऐसे में विधायकों की 117 की संख्या को 2 सीटों में 1 जोड़कर यानी 3 से विभाजित करेंगे। जिसके बाद 39 का आंकड़ा आएगा और उसमें 1 जोड़ने के बाद 40 हो जाएंगे। इस लिहाज से एक सदस्य के लिए 40 विधायकों का समर्थन जरूरी है।
  • इसी तरह बाद में जब 3 सदस्यों का चुनाव होगा तो उसमें इसी तरह 30 विधायकों के समर्थन का आंकड़ा आएगा। विरोधी पार्टियों की बात करें तो सबसे ज्यादा सिर्फ 18 विधायक कांग्रेस के पास हैं।
  • इसमें एक और अहम बात यह भी है कि एक विधायक सभी सीटों के लिए वोट नहीं करता। उन्हें अपनी पसंद के हिसाब से वोट देना होता है। हालांकि पंजाब में आप ने 92 सीटें जीती हैं तो समर्थन के लिए जरूरी सीटों के लिहाज से उन्हें अपने सभी सदस्य का चुनाव करना आसान होगा।

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