मान बने पंजाब के 17वें CM:भगवंत मान ने पंजाबी में ईश्वर के नाम की शपथ ली, भाषण देकर इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए
चंडीगढ़। पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शहीद भगत सिंह के गांव खटकड़ कलां में पंजाबी में शपथ ग्रहण की। उन्हें गवर्नर बीएल पुरोहित ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मान ने पंजाबी में ईश्वर के नाम पर शपथ ली। इसके बाद भाषण देकर इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए। भगवंत मान अब पंजाब के 17वें मुख्यमंत्री बन गए हैं। हालांकि कार्यकाल के लिहाज से वह पंजाब के 25वें CM हैं।
Chandigarh | Punjab CM Bhagwant Mann receives guard of honour at Punjab Civil Secretariat pic.twitter.com/z3KtRZdkCf
— ANI (@ANI) March 16, 2022
शपथ ग्रहण के बाद मान ने कहा कि शहीदों को सिर्फ कुछ ही तारीख में क्यों याद किया जाता है?। हमें हर रोज उनके बताए रास्तों पर चलना चाहिए। उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेताओं और वर्करों को कहा कि अहंकार बिल्कुल नहीं करना है। उन्होंने कहा कि मुझे इस तरह की खबर नहीं आनी चाहिए।
मान ने कहा कि वक्त और पब्लिक बहुत बड़ी चीज है। वह आदमी को अर्श से फर्श पर लाने में देरी नहीं करते। मान ने कहा कि बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, खेती, व्यापार, स्कूल, अस्पताल सबको ठीक करेंगे। उन्होंने कहा कि यहीं रहकर हम पंजाब का भला करेंगे।
मान ने कहा कि हम जनता के जैसे हैं और जनता बनकर ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सिलेबस में पढ़ाया जाएगा कि लोगों ने बिना किसी लालच के 20 फरवरी 2022 को वोट डालनी शुरू की थी।
खराब मौसम से शपथ ग्रहण में देरी
भगवंत मान ने 12.30 बजे शपथ लेनी थी लेकिन 50 मिनट की देरी से स्टेज पर पहुंचे। अफसरों के मुताबिक खराब मौसम की वजह से उन्हें खटकड़ कलां पहुंचने में देरी हुई। इस दौरान अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी मंच पर बसंती पगड़ी पहने नजर आए। दिल्ली सरकार के मंत्री स्टेज पर नजर आए।
मान का शपथ ग्रहण समारोह शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में होने की भी दिलचस्प वजह है। 2011 में यहीं से पंजाब के सफल कॉमेडियन रहे भगंवत मान ने सियासी जीवन शुरू हुआ था। भगवंत मान की अपील के बाद उनके समर्थक बसंती रंग की पगड़ी और दुपट्टा ओढ़कर समारोह में पहुंचे।
भगवंत मान के शपथ ग्रहण समारोह के लिए अमेरिका से उनकी बेटी सीरत कौर मान और बेटा दिलशान मान भी खटकड़ कलां पहुंचे। मान का 2015 में पत्नी इंद्रप्रीत कौर से तलाक हो गया था।
शपथ ग्रहण के लिए रवाना होने से पहले भगवंत मान का ट्वीट
13 एकड़ में पंडाल, समारोह में 3 मंच बनाए
खटकड़ कलां में शपथ ग्रहण के लिए करीब 13 एकड़ में पंडाल लगाया गया। जिसमें 3 मंच बनाए गए। पहले मंच पर नए मुख्यमंत्री भगवंत मान और गवर्नर बीएल पुरोहित रहे। दूसरे पर CM अरविंद केजरीवाल और उनकी कैबिनेट बैठी।। तीसरे पर पंजाब के सभी 116 विधायकों के लिए कुर्सियां लगाई गईं। सुरक्षा के लिए करीब 10 हजार कर्मचारी तैनात किए गए। शपथ ग्रहण समारोह 100 एकड़ जगह में हुआ। जिसमें 40 एकड़ में पार्किंग की व्यवस्था की गई थी।
भगवंत मान के लिए खास खटकड़ कलां
भगवंत मान के जीवन में खटकड़ कलां बहुत अहम है। वह शहीद ए आजम भगत सिंह के जीवन से काफी प्रभावित है। कॉमेडियन के तौर पर कामयाबी पाने के बाद से ही वह यहां आते रहे हैं। 2011में उन्होंने पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब (PPP) से सियासी जीवन की शुरूआत की। इसकी घोषणा खटकड़ कलां से ही हुई थी। यहीं उन्होंने जीवन की पहला राजनीतिक भाषण दिया था। कॉमेडियन से लेकर पहली बार संगरूर सीट से सांसद चुने जाने पर भी वह यहां आए थे। नई गाड़ी खरीदने पर भी वह खटकड़ कलां में शीश झुकाने जरूर जाते हैं।
भगवंत मान का लकी आंकड़ा 16, इसीलिए 16 मार्च को शपथ
भगवंत मान 16 के आंकड़े को खुद के लिए लकी मानते हैं। उनकी पहली कैसेट ‘गोभी दीए कच्चीए व्यापारणे’ 16 मई 1992 को रिलीज हुई थी। 16 दिसंबर 1992 को मान की कॉमेडी कैसेट ‘कुल्फी गर्मा-गर्म’ आई, जिससे उन्हें मशहूरी मिली। राजनीतिक लिहाज से देखें तो 16 मई 2014 को ही मान पहली बार संगरूर सीट से लोकसभा सांसद चुने गए। मान की यह पहली चुनावी जीत 16वीं लोकसभा चुनाव में हुई थी। मान ने इस बार 16वीं विधानसभा के लिए CM चेहरे के तौर पर चुनाव लड़ा और उनकी पार्टी को 92 सीटें मिलीं।
पंजाब के दूसरे सबसे युवा CM भगवंत मान:प्रकाश सिंह बादल रहे सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री; अकाली-कांग्रेस के बाद AAP की पहली सरकार
आम आदमी पार्टी (AAP) नेता भगवंत मान पंजाब के दूसरे सबसे कम उम्र के CM होंगे। सबसे युवा मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल हैं। जो 43 साल की उम्र में 1970 में मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद खटकड़ कलां में शपथ लेते ही भगवंत मान 49 साल की उम्र में सीएम बन रहे हैं। हाल ही में CM रहते 2 सीटों से चुनाव हारे चरणजीत चन्नी 58 साल की उम्र में सीएम बने थे। वहीं 2 बार पंजाब के सीएम रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह पहली बार जब 2002 में CM बने तो उनकी उम्र 60 साल थी।
सबसे ज्यादा देर तक बादल और कैप्टन रहे सीएम
- पंजाब में प्रकाश सिंह बादल सबसे ज्यादा वक्त तक मुख्यमंत्री रहे हैं। बादल 18 साल 340 मुख्यमंत्री रहे। बादल 5 बार सीएम बने।
- कैप्टन अमरिंदर सिंह सबसे ज्यादा देर तक सीएम रहने वाले दूसरे नेता है। वह कुल 9 साल 200 दिन मुख्यमंत्री पद पर रहे। 2002 से 2005 तक 5 साल 14 दिन और दूसरी बार 2017 में सरकार आने पर 4 साल 186 दिन CM की कुर्सी पर रहे।
सबसे कम भट्ठल और चन्नी रहे
- सबसे कम दिन तक सीएम रहने में पहला नाम कांग्रेस की राजिंदर कौर भट्ठल का है। वह पंजाब की एकमात्र महिला सीएम हैं और 21 नवंबर 1996 से 11 फरवरी 1997 तक सिर्फ 82 दिन सीएम रहीं।
- दूसरे नंबर पर कांग्रेस के चरणजीत चन्नी हैं। जो चुनाव की घोषणा होने तक सिर्फ 111 दिन सीएम रहे। उन्होंने 20 सितंबर को सीएम पद की शपथ ली थी। हालांकि बतौर CM उनका कार्यकाल 177 दिन का रहा।
पंजाब में सबसे ज्यादा राज कांग्रेस-अकाली दल का, AAP पहली बार
पंजाब में सबसे ज्यादा वक्त तक राज कांग्रेस और अकाली दल का रहा। कांग्रेस ने 15,278 दिन राज किया। वहीं अकाली दल ने 7,977 दिन राज किया। पंजाब जनता पार्टी ने 272 दिन और अकाली दल संत ने 262 दिन राज किया। आम आदमी पार्टी पहली बार पंजाब की सत्ता पर पहुंची है।
सबसे ज्यादा CM कांग्रेस ने दिए
पंजाब को सबसे ज्यादा CM कांग्रेस ने दिए। कांग्रेस के पंजाब में 12 मुख्यमंत्री बन चुके हैं। दूसरे नंबर पर अकाली दल है, जिनके 3 चेहरे सीएम बने। वहीं पंजाब जनता पार्टी और अकाली दल संत ने एक-एक सीएम दिया। अब भगवंत मान आम आदमी पार्टी का पहला सीएम चेहरा होंगे।