यूक्रेनी सेना का जांबाज इंजीनियर:राजधानी कीव की ओर बढ़ रहे थे रूसी टैंक, रोकने के लिए ब्रिज के साथ खुद को बम से उड़ा लिया
कीव. रूसी हमले के बीच यूक्रेन के एक सैनिक की बहादुरी का दिल दहला देने वाला वाकया सामने आया है। शुक्रवार सुबह जब यूक्रेन की सेना को यह जानकारी मिली कि रूसी सैनिक अपने टैंकों के साथ राजधानी कीव की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं, तो उन्होंने शहर को जोड़ने वाले तीन पुलों को धमाका करके उड़ा दिया। एक पुल तो ऐसा था जिसे उड़ाने के लिए यूक्रेनी सेना के इंजीनियर ने अपनी जान तक की बाजी लगा दी। यूक्रेन की आर्मी ने अपने इस जवान को हीरो बताते हुए सोशल मीडिया पर उसकी स्टोरी शेयर की है।
विटाली स्काकुन की पूरी कहानी, उनके दोस्त की जुबानी…
यूक्रेनी आर्म्ड फोर्सेज के जनरल स्टाफ के मुताबिक, क्रीमिया के करीब सबसे खतरनाक मोर्चा पेरेकॉप का इस्तमुस। यहां दुश्मन से सबसे पहले मुलाकात होती है। रूस से मुकाबले के लिए यहां स्पेशल मरीन बटालियन तैनात थी। इस बटालियन के इंजीनियर विटाली स्काकुन वोलोडिमिरोविच ने क्रीमिया के पास एक पुल पर रूसी सेना के खिलाफ मोर्चा संभाल रखा था।
जब हमारी सेना को इस बात की खबर मिली कि रूसी टैंक तेजी से राजधानी कीव की ओर बढ़ रहे हैं तो हमने हेनिचेस्क पुल को उड़ाने का फैसला लिया। पुल को उड़ाने की जिम्मेदारी विटाली को दी गई। उन्होंने पुल में विस्फोटक लगाना शुरू कर दिया। विटाली को जब इस बात का एहसास हुआ कि वह विस्फोट से पहले समय पर बाहर नहीं निकल पाएंगे तो उन्होंने मिशन को अंतिम सांस तक अंजाम देने का फैसला किया। विटाली अपने देश के लिए दिए गए मिशन में कामयाब तो रहे, लेकिन उन्हें अपनी कुर्बानी देनी पड़ी।
मेजर ने आगे बताया कि विटाली की साहस और दिलेरी ने दुश्मनों के टैंकों की रफ्तार रोक दी और हमारी यूनिट को पूरी व्यवस्था के साथ फिर से मोर्चा संभालने का मौका मिला। हालांकि उनकी कोशिशों के बाद भी रूसी सेना ने इस इलाके पर कब्जा कर लिया। सैन्य अफसर के मुताबिक, विटाली की बहादुरी के लिए मरणोपरांत स्टेट मिलिट्री अवॉर्ड से सम्मानित करने का फैसला लिया गया है।
कीव के मेयर ने भी उठाया रूस के खिलाफ हथियार
रूस के खिलाफ जंग के लिए यूक्रेन की राजधानी कीव के मेयर 50 साल के विताली क्लीश्चको ने भी हथियार उठा लिया है। विताली की एक तस्वीर सामने आई है जिसमें वे रिजर्व आर्मी की वर्दी में हथियार लिए दिख रहे हैं। विताली के साथ उनके भाई व्लादिमीर क्लीश्चको भी रूस के खिलाफ लड़ेंगे।
ये दोनों भाई हैवीवेट बॉक्सिंग चैंपियन भी रह चुके हैं। 50 साल के विताली क्लीश्चको ने युद्ध में लड़ने का ऐलान करते हुए कहा, ‘मेरे पास कोई और विकल्प नहीं है। मुझे ये करना होगा…मैं लड़ूंगा…मैं यूक्रेन में विश्वास रखता हूं। मुझे अपने देश पर और यहां के लोगों पर भरोसा है।’