छात्रों को निकालने आज रात एअर इंडिया 2 फ्लाइट भेजेगा; खर्च भारत सरकार उठाएगी

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यूक्रेन पर रूस के हमले शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन जारी हैं। राजधानी कीव में सुबह 7 बड़े धमाके हुए। लोग रातभर घरों, सबवे और अंडरग्राउंड शेल्टर में छिपे रहे। खाने-पीने से लेकर रोजाना की जरूरत की चीजों की कमी हो रही है।

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने जंग खत्म होने की उम्मीदें भी खारिज कर दी हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स से बातचीत में लावरोव ने कहा- हमें अब यूक्रेन से बातचीत का ऑफर कबूल नहीं है। उनसे किसी तरह की बातचीत नहीं होगी। यूक्रेन के राष्ट्रपति अब तक सिर्फ झूठ बोलते आए हैं।

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां अलग-अलग शहरों में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए एअर इंडिया की 2 फ्लाइट आज रात रवाना होंगी। इसका खर्च भारत सरकार उठाएगी। ये बुखारेस्ट, रोमानिया के रास्ते भारतीयों को वापस लाएंगी। एम्बेसी ने छात्रों से पासपोर्ट और कोविड-19 वेक्सीनेशन का प्रमाणपत्र साथ लाने को कहा है।

यूक्रेन की इंडियन एम्बेसी ने ये एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि भारत सरकार रोमानिया और हंगरी के रास्ते भारतीयों को निकालने का काम कर रही है।
यूक्रेन की इंडियन एम्बेसी ने ये एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि भारत सरकार रोमानिया और हंगरी के रास्ते भारतीयों को निकालने का काम कर रही है।

इससे पहले गुरुवार की रात भारतीय छात्र मेट्रो स्टेशन, हॉस्टलों के बंकरों और अपने फ्लैट्स में छिपे रहे। यहां सुरक्षा में तैनात मार्शल उनके मोबाइल से यूक्रेन पर हमले से संबंधित फोटो और वीडियो डिलीट करा रहे थे। बंकर में छिपे छात्र हनुमान चालीसा का पाठ करते भी नजर आए। छात्रों का कहना है कि भारतीय एम्बेसी अगर क्लासेज ऑनलाइन चलवाने की मांग मान लेती तो वह फंसते नहीं।

भागलपुर के शुभम सम्राट यूक्रेन में फंस गए हैं। शुभम ने एक वीडियो जारी कर भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। लगभग 2 मिनट के वीडियो में शुभम ने वहां की सारी स्थिति से अवगत कराया। शुभम ने कहा कि- ‘पिछले कुछ दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई की आशंका थी। हमलोग यहां पढ़ाई कर रहे क्योंकि क्लासेस ऑफलाइन थी। युद्ध की आशंका को देख इंडियन एंबेसी को हमने कई मेल किए कि क्लास ऑनलाइन करवा दें। बहुत कोशिशों के बाद वह लोग ऑनलाइन क्लास के लिए नहीं माने, तो हमें यहीं रह कर अपनी पढ़ाई जारी रखनी पड़ी। क्लासेस अगर ऑनलाइन करा दी जातीं तो हमलोग घर जाकर भी पढ़ाई जारी रख पाते, पर ऐसा कुछ नहीं हुआ। क्लासेस ऑफलाइन ही चल रही थीं। हमलोग यहां कॉलेज के हॉस्टल में फंसे हुए हैं।

युद्ध की आशंका को लेकर फ्लाइट की टिकटों के दाम में जबरदस्त उछाल
शुभम सम्राट ने बताया कि युद्ध की आशंका को लेकर फ्लाइट की टिकटों के दाम में काफी बढ़ोतरी हो गई थी। इस कारण हम लोग टिकट भी नहीं कटा सके। वर्तमान में ऐसी स्थिति बन गई है रूस ने युद्ध शुरू कर दिया है। 6 जगह बम गिरे हैं। सारी फ्लाइट्स कैंसिल हो गई हैं।

हम लोग फंस गए, यहां से एक भी फ्लाइट नहीं
शुभम सम्राट ने बताया कि हम लोग फंस गए हैं। यहां से एक भी फ्लाइट नहीं है। कुछ दोस्त एयरपोर्ट जा रहे थे उन लोगों को रास्ते में ही बम फटने की आवाज सुनाई दी वह वहां ही फंस गए। उन लोगों को निकालने के लिए यूनिवर्सिटी कुछ व्यवस्था कर रही है। अभी हम लोग मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में ही हैं। भारत सरकार से निवेदन है कि हम लोगों को मदद करे, ताकि हम आसानी से अपने घर भारत पहुंच सकें।

भागलपुर के सुल्तानगंज कटहरा के हैं निवासी
शुभम सम्राट भागलपुर के सुल्तानगंज कटहरा के निवासी हैं। शुभम सम्राट के पिता का नाम मनोज कुमार सिंह और मां का नाम सरिता कुमारी है। वह मेडिकल के छात्र हैं। टेरनोपिल नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी, यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। 2021 के मार्च महीने से वे यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं।

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